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Himanshu Prajapati
White साल का साल बदल गया मै खुद इतने साल का हो गया, तुम्हें पड़ी है अभी भी इस नये साल की, साला ये साल ने कितनों को हर साल बदल दिया..! ©Himanshu Prajapati #love_shayari साल का साल बदल गया मै खुद इतने साल का हो गया, तुम्हें पड़ी है अभी भी इस नये साल की, साला ये साल ने कितनों को हर साल बदल
#love_shayari साल का साल बदल गया मै खुद इतने साल का हो गया, तुम्हें पड़ी है अभी भी इस नये साल की, साला ये साल ने कितनों को हर साल बदल
read moreअनिल कसेर "उजाला"
White इंसानियत की बात नहीं, मुहब्बत की औकात नहीं। धन-दौलत की पूछ परख, इंसान की अब जात नहीं। ©अनिल कसेर "उजाला" इंसान
इंसान
read moreKiran Pawara
और कितना सबर सिखाना बाकी है अभी ख्वाहिशें दफन किए तो अब एक अरसा हो गया आपका हमदर्द ©Kiran Pawara और कितना सबर सिखाना बाकी है अभी ख्वाहिशें दफन किए तो अब एक अरसा हो गया #loveispain hindi poetry
और कितना सबर सिखाना बाकी है अभी ख्वाहिशें दफन किए तो अब एक अरसा हो गया #loveispain hindi poetry
read moreअनिल कसेर "उजाला"
White इंसान की यही पहचान हो, मुखड़े पे सदा मुस्कान हो। आँखों में चमक बनी रहे, पूरे तेरे सब अरमान हो। ©अनिल कसेर "उजाला" इंसान
इंसान
read moreDivuu.writes
White 🤌 सारी उम्र हमने लोगों को बदलते देखा पर तुम्हारा बदलना मेरी जान... दुनिया बदल गया ©Divuu.writes #sad_quotes बदल गया
#sad_quotes बदल गया
read moreनवनीत ठाकुर
White क्या कहें, ये दौर कितना बदल गया, हर इंसान अपने ही साए से जल गया। इज्जत अब बस नामों तक रह गई है, असलियत झूठ की चादर में ढह गई है। जो सपने कभी जमीर ने सजाए थे, अब दौलत की ठोकर से मिटाए गए हैं। हर ख्वाब जो आँखों में पलता था, उसकी कीमत सिक्कों में लिखी गई है। मगर ये सिलसिला ज्यादा नहीं चलेगा, हर झूठ का नकाब एक दिन गिरेगा। ईमान की चिंगारी फिर शोला बनेगी, और सच्चाई हर अंधेरे को जलेगी। ©नवनीत ठाकुर #ये दौर कितना बदल गया है
#ये दौर कितना बदल गया है
read moreGanesh Din Pal
White इंसान समय से पहले बूढ़ा हो जाए तो समझ लेना उसे अपनों ने और अपनी जिंदगी ने बहुत दुख दिए हैं, जब वह किसी के लिए रात दिन खटता है और फिर सुनने को मिलता है कि तुमने मेरे लिए किया ही क्या ? बस यही बातें उसे दिन-ब-दिन दीमक की तरह खाने लगती हैं। ©Ganesh Din Pal #इंसान बूढ़ा क्यों होता है
#इंसान बूढ़ा क्यों होता है
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