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Shiv Narayan Saxena
खिलो और ख़ामोशी से ख़ुशियॉं बॉंटते चलो. ©Shiv Narayan Saxena #सुप्रभात खुशियां बांटते चलो quotes on love
#सुप्रभात खुशियां बांटते चलो quotes on love
read morevksrivastav
Unsplash चलो मैं ही गलत था,तो मुझी से कह दिया होता हमारे दर्मियां गैरों को ले आना जरूरी था? ©Vk srivastav चलो मैं ही गलत था #SAD #Life #Shayari #Videos #vksrivastav
चलो मैं ही गलत था #SAD Life Shayari #Videos #vksrivastav
read moreShashi Bhushan Mishra
चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है, सफ़र तन्हा है कोई टोकने वाला नहीं है, जुवाँ खामोश भी रखूँ तो कागज़ बोलता है, डरें क्यों अब यहाँ कोई भौंकने वाला नहीं है, उन्हें गुमान उनकी हर रज़ा मक़बूल होगी, फ़लक पर कोई कीचड़ फेंकने वाला नहीं है, मैं तन्हा हूँ मुकम्मल साथ मेरी शायरी है, बुझा चूल्हा है रोटी सेंकने वाला नहीं है, वो बन ठनकर निकलते हैं बड़ी मसरूफियत से, है दर्द-ए-दिल बहुत कोई देखने वाला नहीं है, जो मन में आता है बेखौफ़ बोलता हूँ अब, शुक्र है अब मेरे मुँह पर कोई ताला नहीं है, वही लिखता हूँ जो महसूस मैं करता हूँ 'गुंजन', हमारे दिल में नफ़रत का कोई जाला नहीं है, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra #चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है#
#चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है#
read moreShiv Narayan Saxena
🙏 सुप्रभात! 🌺 ©Shiv Narayan Saxena #सुप्रभात खुशियां बांटते चलो life quotes in hindi
#सुप्रभात खुशियां बांटते चलो life quotes in hindi
read moreAvinash Jha
कुरुक्षेत्र की धरा पर, रण का उन्माद था, दोनों ओर खड़े, अपनों का संवाद था। धनुष उठाए वीर अर्जुन, किंतु व्याकुल मन, सामने खड़ा कुल-परिवार, और प्रियजन। व्यूह में थे गुरु द्रोण, आशीष जिनसे पाया, भीष्म पितामह खड़े, जिन्होंने धर्म सिखाया। मातुल शकुनि, सखा दुर्योधन का दंभ, किंतु कौरवों के संग, सत्य का कहाँ था पंथ? पांडवों के साथ थे, धर्म का साथ निभाना, पर अपनों को हानि पहुँचा, क्या धर्म कहलाना? जिनसे बचपन के सुखद क्षण बिताए, आज उन्हीं पर बाण चलाने को उठाए। "हे कृष्ण! यह कैसी विकट घड़ी आई, जब अपनों को मारने की आज्ञा मुझे दिलाई। क्या सत्य-असत्य का भेद इतना गहरा, जो मुझे अपनों का ही रक्त बहाए कह रहा?" अर्जुन के मन में यह विषाद का सवाल, धर्म और कर्तव्य का बना था जंजाल। कृष्ण मुस्काए, बोले प्रेम और करुणा से, "जो सत्य का संग दे, वही विजय का आस है। हे पार्थ, कर्म करो, न फल की सोच रखो, धर्म की रेखा पर, अपना मनोबल सखो। यह युद्ध नहीं, यह धर्म का निर्णय है, तुम्हारा उद्देश्य बस सत्य का उद्गम है। ©Avinash Jha #संशय #Mythology #aeastheticthoughtes #Mahabharat #gita #Krishna #arjun
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read moreParasram Arora
White कुछ कदम तुम चलो कुछ कदम हम चले मजा तो तभी है जब चलना ही हमारी जिंदगी बने ©Parasram Arora कुछ कदम तुम चलो
कुछ कदम तुम चलो
read morekevat pk
White "जब राहें अकेली हों, तो अपने अंदर की ताकत को पहचानो, क्योंकि अकेले चलने से ही खुद की मंजिल तक पहुँचने का रास्ता साफ होता है।" "अकेले चलने की हिम्मत रखो, क्योंकि सबसे बड़ी यात्रा खुद से शुरू होती है।" ©kevat pk #चलो अकेले ही
#चलो अकेले ही
read moreAshvani Kumar
अना दाँव पर है दोनों की, शह को मात चलो कर लें, जिसमें एक बराबर हों, वो हालात चलो कर लें, और तुम शब्दों के ख़ंजर लेकर अगर वार पर उतरे तो, आज तुम्हारी भाषा में ही खुलकर बात चलो कर लें।। ©Ashvani Kumar आज तुम्हारी भाषा में ही खुलकर बात चलो कर लें।।
आज तुम्हारी भाषा में ही खुलकर बात चलो कर लें।।
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