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Bhimashankar BBM
White सच प्यार तो जीवन में ऐसा सुकून से निकलता हे।♥️❤️🌹🫶 ©Bhimashankar BBM #love_shayari सच प्यार का कहानी हे जीवन का सुंदर दिखता हे।♥️🌹
#love_shayari सच प्यार का कहानी हे जीवन का सुंदर दिखता हे।♥️🌹
read moreRk
White यह कहा आगया हु में एक तरफ खाई हे दूसरी तरफ भी खाई हे जिस पर खड़ा हु वह चट्टान भी खिसक रही हे ऊपर की छत भी बेसहारा हे लगता हे तुझसे बिछड़ ने की घड़ी आईं हे हा हा हा याद आया यह तो तेरा सपना हे क्योंकि मेरी घड़ी तेरे पास हे ©Rk मेरी घड़ी तेरे पास हे
मेरी घड़ी तेरे पास हे
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White अच्छा था जब हम एक दूसरे को दोस्त मानते थे फंस तो तब गए जब प्रेमी मान बैठे अभीतक तो फिर भी अच्छा था .. बर्बाद तो तब हुए जब पति पत्नी का बनगया यह रिश्ता न दोस्त रह सके न प्रेमी बस रही तो साथ में गलत फेमी...हम अब साथ नहीं हे आपको हर बार मेरे से शायरी सुनने को मिले ऐसी कोई बात नहीं हे ©Rk कही पति पत्नी साथ नहीं हे. साथ में हे गलत फेमी #
कही पति पत्नी साथ नहीं हे. साथ में हे गलत फेमी #
read more*अनामिका*
हे कृष्ण! मैं बिखरी हुई हूं, टूटी हुई हूं, मगर जानती हूं तुम मुझे सम्भाल लोगे!! राधे राधे 🌹 ©*अनामिका* हे कृष्ण 🙏🥺
हे कृष्ण 🙏🥺
read moreKavi Himanshu Pandey
वक़्त आया है सुनहरा वर्षों बाद, प्यारे, खुशियाँ मनाओ, अभी ज़ख्मों को दे दो तिलांजलि, प्यारे, खुशियाँ मनाओ! ..... Er. Himanshu Pandey ©Kavi Himanshu Pandey आनंद... #beingoriginal #NojotoHindi
आनंद... #beingoriginal Hindi
read moreमनोज कुमार झा "मनु"
हे कृष्ण! कहां हो तुम! देखो माँ यमुना का हाल। श्वेत फेन से बह रहे हैं विकराल। दूषित इतनी की आचमन तक नहीं कर सकते। बोलो! कब आओगे । कब सुध लोगो। कब? हे कृष्ण! ©मनोज कुमार झा "मनु" #riverside हे कृष्ण #यमुना
#riverside हे कृष्ण #यमुना
read moreDineshpratapsinghkhusroNikhil
New Year 2024-25 yad तेरी आई है सदियों से आज तक। पर किसी को नहीं मिला आज तक मन में बैठा है फरियाद कर मिल जाएगा आज तक। ©DineshpratapsinghkhusroNikhil #NewYear2024-25 भक्त ने प्रभु से
#Newyear2024-25 भक्त ने प्रभु से
read moreShailendra Anand
New Year Resolutions ्भावचित्र ् ्निज विचार ् तुलसा संग ब्याव्ह में, एक हरि भज भयो। गज मन मेरो उदास हे, कै मन करौ उपहास मेरौ। जगत पिता ने, झूठौ रचयौ माया जाल। जण में फासयौ मणक जींवणा, भणक ना लागी पाप पुण्यौ काकाज,। मती हरी गति हरी , घट में रहया प्राण कैणा वास्ते, रमन करै जींव म्हारो खौटौ। जग में ढिंढोरा पीटे में, होऊं लागै तण मण सारौ,। जगत में एक नार एक सार, सबमें एक घट सा प्राण है। मणक बावरा पैला इणमै,, हैरा फैरा कर दीजै। फिर बणी जावा गा,, कणी भी धरमणा,।। जात,धरमणा,उरगा,मुरगा,, पूरखा कूण गपलाये म्हारे देस में,। आज भरौसौणी म्हारे ,, कुण म्हारे मारे काटै बालै दफणावै ।। जौं झूठौ रचयौ माया जाल,, खैलयौ सब धर्मोंणा णे। तथा कथा उपाख्यानों में,, णी रैणौ झूठौ ख्यालौ में।। ्कवि््शैलेन्द़ आनंद ©Shailendra Anand #newyearresolutions भक्ति सागर कवि शैलेंद्र आनंद
#newyearresolutions भक्ति सागर कवि शैलेंद्र आनंद
read moreEshwari
White प्राण गेल्यावरही "नेत्र" चार तास जिवंत असतात या चार तासात आपल्या माणसांची वागणूक पाहून प्राणशून्य देहाला "मरण" म्हणजे खुप मोठं गिफ्ट वाटत असेल..... ईश्वरी ©Eshwari #मरण एक आनंद
#मरण एक आनंद
read moreShailendra Anand
रचनादिनांक,,7,, नवम्बर,,2024 वार शनिवार समय सुबह पांच बजे ््भावचित्र ्् ््निज विचार ्् ्शीर्षक ् ््छाया चित्र में सृष्टि सृजन में एक नज़र में समभाव निष्ठ विचार ऐकत्व एकमेव नियती संसार जगत है,, जींव जंन्तु जीवन में एक सूर्य चंद्र दर्शन सपनो में प्यार प्रेम और विश्वास जगत पिता त्वमेव विद्या बालकं ज्ञानबोध गुरुकुलंन्यायपीठ ब़म्हकर्म मंत्रधर्म बम्हसृष्टि कर्मनिष्ठभाव ब़म्हाण्ड स्वरध्वनि अखण्ड दिव्य ज्योति प्रकट हो प्यारा हिंदुस्तान हमारा है ्् ्््् नज़र ही नजर में एक बार की जिंदगी को, हमेशा के लिए सम्पूर्ण भारत प्रजातांत्रिक देश की व्यवस्था बेहतर बनाने वाले आत्ममंथन करना ही जिंदगी है।। यही नजारा देखता हूं जो नज़र और नजरिया समझ कर खैला ही सुन्दर पल अनमोल घड़ी विलक्षण प्रतिभा को निखारना स्वयं को परखना तन मन को शांति प्रदान करे,, खोटा सिक्का चलता नहीं है,राम नाम सुखदाई है, रावण उसका सबसे बड़ा कारण मजमा लगाकर भोलेनाथ को प्रसन्न कर मदारी बनाकर अयोध्या में जन्म दिवस मंगलमय हो ऐसा खैला रावण ही कर सकता है।। , जो हर कोई ओर कर भी नहीं सकता था,, जो सेतुबंधेश्वररामेश्वरं में जो पंण्डित आचार्य दशानन रावण ही यजमान से दक्षिणा में वो सब लेता है।। जो धरती पर साकार लोक में अपना और अपने वंश का कल्याण ही जग में जगदीश्वरी मां जानकी भुमिपुत्री से सजाया गया,, जिसे हम अच्छे ख्यालात से राम मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम हैं ।। तो दुनिया में रावण का भी इन्सानी मानस में शास्त्र में,, प्रकाशवान जो सुर्य तेज पुंज सम है।। ्कवि शैलेंद्र आनंद 7,, दिसंबर,,2024,, ©Shailendra Anand भक्ति सागर कवि शैलेंद्र आनंद
भक्ति सागर कवि शैलेंद्र आनंद
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