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N S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} तर्क, वितर्क, कुतर्क व्यक्ति को सदा बैचेन रखते हैं, उस व्यक्ति को चेन, सुख और शांति कभी भी नहीं मिलती, वह तनावपूर्ण जीवन जीता है, उसमें भेदभाव रहने से भक्ति-भाव सदा इस्थिति नही रहता। जय श्री राधेकृष्ण जी!! N S Yadav GoldMine. ©N S Yadav GoldMine #Thinking {Bolo Ji Radhey Radhey} तर्क, वितर्क, कुतर्क व्यक्ति को सदा बैचेन रखते हैं, उस व्यक्ति को चेन, सुख और शांति कभी भी नहीं मिलती, वह
#Thinking {Bolo Ji Radhey Radhey} तर्क, वितर्क, कुतर्क व्यक्ति को सदा बैचेन रखते हैं, उस व्यक्ति को चेन, सुख और शांति कभी भी नहीं मिलती, वह
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White जो सादा दिल होते हैं" जो सादा दिल होते हैं , दिल के अनमोल रतन होते हैं, दिखने में पत्थर दिखते, भीतर से कोमल मक्खन से होते हैं। © # जो सदा दिल होते हैं"
# जो सदा दिल होते हैं"
read moreshalmali Shreyankar
White बस अच्छा कह मेरे दिल को, कि यूं सब ने हमें लूटा, कि दिल ए मासूम रहबर थीं, मेरे रब ने मुझे हमें लूटा। ©shalmali Shreyankar #shalmalishreyankआर #Status #सदा #SAD #ownwords #nojohindi #Nojoto silence quotes love quotes good morning quotes quotes on love inspiratio
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read moreMohan raj
White मनसि सदा मनसि कश्चिद्विचारः चरति, तर्हि मनः हरिं प्रति किमर्थं न समाहितं यथा मनः सततं हरिं स्मर्तुं शक्नोति Dhanywaad Har Har Mahadev ©Mohan raj #Life Lessons मनसि सदा मनसि कश्चिद्विचारः चरति, तर्हि मनः हरिं प्रति किमर्थं न समाहितं यथा मनः सततं हरिं स्मर्तुं शक्नोति
Life Lessons मनसि सदा मनसि कश्चिद्विचारः चरति, तर्हि मनः हरिं प्रति किमर्थं न समाहितं यथा मनः सततं हरिं स्मर्तुं शक्नोति
read moreSushma
या कुंदेन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता, या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना, या ब्रह्माच्युतशङ्करप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता, सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाड्यापहा. ©Sushma या कुंदेन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता, या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना, या ब्रह्माच्युतशङ्करप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता,
या कुंदेन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता, या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना, या ब्रह्माच्युतशङ्करप्रभृतिभिर्देवैः सदा वन्दिता,
read moreShailendra Anand
रचना दिनांक 25 जनवरी दोहजार पच्चीस वार शनिवार समय सुबह पांच बजे ््भावचित्र ् ््निज विचार ् ््शीर्षक ् ।््तेरी रुहानी रुह में अल्फाज़ नगीना लिखने वाले अच्छे ख्यालात की इबादत है,, संविधान में न्याय पाओ मर्यादा में रहो यही सही समय की मर्यादा और प्रतिष्ठा सौगात दी गई है।। राजनीति और धर्मांन्धता और अर्थ व्यवस्था में सुधार समरसता बहुत जरूरी है ्् पच्चीस जनवरी दोहजार पच्चीस अंक शास्त्र में 25बराबर25तारीख और साल में एक समान है। श्रुति स्मृति चिन्ह प्रदान देश में, अवाम में खुशहाली में एक विधान संविधान का आलेख सुलेखा की पूर्व संध्या पर , हम दिलों से पूजा करें जनसेवा ही मानव सेवा है जिसे हम गणतंत्र दिवस कहते हैं,।। माना कि तुम मेरे लिखे शब्दों से सहमति असहमति जताते हुए , जनस्वीकारोक्ति निस्वार्थ भाव को नहीं नकार सकते हो।। यही उत्तेजना यन्त्र तंत्र को मजबूत करने वाले, संविधान विशेषज्ञ दल में शामिल समन्वय समिति द्वारा स्थापित विचार संगोष्ठी में, आन्तरिक रूप से एक अन्तिरम निम्नांकित विषय वस्तु धारा नियमावली पर आपसी सहमति बहस में विचारों का आदान प्रदान करने वाली अग्नि परीक्षा स्वलेखक और सहयोगीयो में, एक सम निदान हेतु सेतुबंध में कुछ मन का अन्तर्द्वंद से सजाया गया जिसे हम अनुसरण करें अंनत आख्यान संहिता दर्शन शास्त्र ज्ञान दर्शन है।। । तथ्यों पर विचार प्रवाह में बह निकले ध्वनि तरंगों में एक गाढे खून पसीने की पीड़ा हो, किसी धनवान का आयना नज़रिया जो भी व्यक्ति पहले इन्सान नागरिक हैं ।। तदपश्यात प्रृथ्वीतले परिभ़मणं लोककल्याणं नरलीला में, जाति, धर्म, भाषा, सम्बन्धी कहावतें से पूजा करने वाले हो सकते है।। जो इन्सान आज अपने विचार व्यक्त आस्था प्रकट कर रहा है, वह उस समय की मर्यादा काल्पनिक दशा का आख्यान व्याख्यान कर रहा हूं। यह जग मग माया मोह ््मद से जलरंहा रहा है,, और यह सुखद अहसास दिया गया जिसे हम देश का संविधान कहते हैं।। यह आज का दर्शन मैं शैलेंद्र आनंद जो देख सकता हूं ,, वह अदभुत झलकियां हकीकत में रचती बसती है । दीप्ति नवल किशोर मेरे दिल में दीपक कलश स्वस्तिक कुंभ राशि में पच्चीस जनवरी दोहजार पच्चीस की सुबह स्वागत में ,, सुंदरता को परखना तन मन को निखारना स्वयं को पढ़कर अभ्यास से मन को लिखने वाले आत्ममंथन को आनंद कहते हैं।। ््कवि शैलेंद्र आनंद ् 25 जनवरी। 2025 ©Shailendra Anand देशभक्ति और देश संविधान में न्याय में देश में अवाम में खुशहाली आती है भक्ति भाव से पुजा करने वाले अच्छे लगते देश भक्ति में संनिहित है वि
देशभक्ति और देश संविधान में न्याय में देश में अवाम में खुशहाली आती है भक्ति भाव से पुजा करने वाले अच्छे लगते देश भक्ति में संनिहित है वि
read morePraveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी परिवारों की मजबूती ही समाज मे एकता का मंत्र फूंकती है पाठशाला संस्कारों की है यहाँ एक दूसरो के लिये मर मिटती है खुशहाली की पौध यही से खिलती पनपती है भले अभावो में रहते हो सदस्य मगर निश्छल प्रेम प्यार की मूर्ति यही पर गढ़ती है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" खुशहाली की पौध यही पर खिलती और पनपती है #nojotohindi
खुशहाली की पौध यही पर खिलती और पनपती है #nojotohindi
read moreAnjali Singhal
"मानुष-जन्म मिला यही है, जीवन का अनमोल गहना। नेकी और परोपकार से चमक इसकी, बनाए सदा रखना।।" ©Anjali Singhal #MOKSHA "मानुष-जन्म मिला यही है, जीवन का अनमोल गहना। नेकी और परोपकार से चमक इसकी, बनाए सदा रखना।।" ✍️
#MOKSHA "मानुष-जन्म मिला यही है, जीवन का अनमोल गहना। नेकी और परोपकार से चमक इसकी, बनाए सदा रखना।।" ✍️
read moreJanu Zore
Unsplash जगातील एक मेव गुरू म्हणजे पुस्तक ज्यातून आपल्याला ज्ञान मिळते... ©Janu Zore #leafbook सदा सोबती..
#leafbook सदा सोबती..
read moreN S Yadav GoldMine
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset {Bolo Ji Radhey Radhey} हमेशा कोशिश करो, हर लम्हा खुशी-खुशी से गुजरे, कियोकि जिंदगी के बाद कुछ भी नहीं रहता, सिवाय भगवान श्री कृष्ण जी के नाम के, सदा है, सदा से है, और सदा तक रहने वाला है।। जय श्री राधेकृष्ण जी!! N S Yadav GoldMine. ©N S Yadav GoldMine #SunSet {Bolo Ji Radhey Radhey} हमेशा कोशिश करो, हर लम्हा खुशी-खुशी से गुजरे, कियोकि जिंदगी के बाद कुछ भी नहीं रहता, सिवाय भगवान श्री कृष्ण
#SunSet {Bolo Ji Radhey Radhey} हमेशा कोशिश करो, हर लम्हा खुशी-खुशी से गुजरे, कियोकि जिंदगी के बाद कुछ भी नहीं रहता, सिवाय भगवान श्री कृष्ण
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