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Shekhar
मैं तुझे भूल जाने की कोशिश में हूँ, तू मुझे याद आने की कोशिश न कर! मैं तेरे इश्क़ में मार न जाऊँ कहीं, तू मुझे आज़माने की कोशिश न कर। ~आनंद बक्शी साहब बह्र - 212 212 212 212 #शेर #शेर_ए_अक्स #प्यार #इश्क़ #sh
Divyanshu Pathak
भूली बिसरी यादों से एक तस्वीर बनाई बनाई है गुजरा हुआ जमाना है लम्बी बड़ी जुदाई है ! मेरी चमेली....💕👨 : दिल में तेरी याद है मेरे होठों पे फ़रियाद है मुझे थोड़ा थोड़ा याद है :💕👧 हम इक दूजे के होंगे ये कब मेरे सजन होगा ? :💕👨 हम सौ
MANJEET SINGH THAKRAL
*घर घर तिरंगा हर घर तिरंगा* झंडा ऊँचा रहे हमारा विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, हमारा राष्ट्रिय ध्वज जिसके सम्मान में आनंद बक्शी जी ने ये प्रेम भरा गीत लिखा था शायद जिसे अब हम केवल स्वतंत्रता दिवस या गणतंत्र दिवस पर जोर जोर से बजा कर खाना पूर्ति करते रहते है। पर क्या वाकई में हमारे मन में तिरंगे के लिए वो सम्मान बचा है जिसके निचे खड़े होकर कई स्वतंत्रता सैनानियों ने और जिसका कफ़न ओढ कर कई सैनिको ने शहीदी प्राप्त की या फिर हम सिर्फ एक औपचारिकता के तौर पर इसे १५ अगस्त और २६ जनवरी को नमन करते है ?. आज हमे हमारे मन को टटोलना होगा कि हम धर्म, जात - पात, भाषा, भेष - परिवेश के नाम पर इस तिरंगे के रंगो और देश को बाँट देना चाहते है या अपनी अखंडता को बनाये रखते हुए इस तिरंगे का गौरव हमेशा पुरे विश्व में बनाये रखना चाहते है क्योंकि हम सबका गौरव है ये तिरंगा और सबसे श्रेष्ठ है ये तिरंगा। हम अपने घरों पर भगवा, हरेला, लाल आदि परचम तो शान से फहराते है वो भी किसी धर्म के नाम पर, पर शायद भूल जाते है हम सबसे पहले इंसान है और फिर भारतीय और हमारा सबसे बड़ा धर्म इंसानियत और भारतीयता ही है आज हम सबको एक प्रतिज्ञा लेनी होगी कि देश की स्वतंत्रता, अखंडता, समता, न्याय और गणतंत्र की स्थिरता पर कोई आंच नहीं आने देंगे और अपने देश की सुरक्षा तथा तिरंगे के सम्मान के लिए अपनी जान भी दे देंगे। हमे अब ज़रूरत है अपनी एक जुटता दिखाने की जिस प्रकार हम अपने घरो पर भाँति भाँति रंग के परचम फहरा कर खुश होते है उसी प्रकार आने वाले स्वतंत्रता दिवस पर हम सब अपने घरों पर ससम्मान तिरंगा फहराएं और पुरे विश्व को ये बताये की हम जाति, धर्म से ऊपर उठ कर सर्वप्रथम भारतीय हैं और हम देश दुनिया को सार्थकता के साथ ये सन्देश दे सके कि *झंडा ऊंचा रहे हमारा* *विजयी विश्व तिरंगा प्यारा।* *जय हिन्द !* - *मनजीत सिंह ठकराल* *महासचिव स्वराज इंडिया मध्यप्रदेश* *घर घर तिरंगा हर घर तिरंगा* झंडा ऊँचा रहे हमारा विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, हमारा राष्ट्रिय ध्वज जिसके सम्मान में आनंद बक्शी जी ने ये प्रेम
kumaarkikalamse
प्रिय ग़म तुमसे तुम्हारी खैरियत क्या पूछे सब तुमसे प्यार करने से कतराते तुम्हें ख़त लिखूँ, ख़त में तुम्हारा ज़िक्र हो तुम खटकते सब को फिर क्यों फ़िक्र हो तुम और तुम्हारी सूरत कोई नहीं देखना चाहता, पर मुझे तुम फिर भी अजीज हो, जानते हो क्यों? मैं बताता हूँ तुम्हें तुम मुझे बुरे क्यों नहीं लगते, क्योंकि मैंने तुम्हें बहुत करीब से मेहसूस किया है या यूँ कहो कि तुम्हें मैंने अपने में बहुत बार जिया है, और जब आप किसी को अपने अंत: मन से जीते हो, वो कितना भी दुखदायी हो, आपका अपना ही रहता है..! मैं अक्सर यह सोचता हूँ कि तुम कितने अकेले हो कि पूरे जहां में तुम्हें कोई अपने पास नहीं रखना चाहता प्रिय ग़म तुमसे तुम्हारी खैरियत क्या पूछे सब तुमसे प्यार करने से कतराते तुम्हें ख़त लिखूँ, ख़त में तुम्हारा ज़िक्र हो तुम खटकते सब को फि
Tabish Hussain
अल्लाह ने ये शीफात सिर्फ " माँ " को बक्शी हैं वो पागल भी हो जाए तब भी औलाद याद रहती हैं !! ✍️ 😢 😢 #NojotoQuote अल्लाह ने ये शीफात सिर्फ " माँ " को बक्शी हैं
Tabish Hussain
अल्लाह ने ये शीफात सिर्फ " माँ " को बक्शी हैं वो पागल भी हो जाए तब भी औलाद याद रहती हैं !! ✍️ 😢 😢 #NojotoQuote अल्लाह ने ये शीफात सिर्फ " माँ " को बक्शी हैं
Shivakant Pandey
समंदर का कोई किनारा हो जाऊंगा मोहब्बत मे मै भी आवारा हो जाऊंगा. अभी मोम हूं तो जीभर जला लो मुझे एक दिन मै भी ...शरारा हो जाऊंगा। शिवाकान्त पांडेय आनंद ही आनंद है
Dr Manju Juneja
दुनियां का सबसे नायाब तोहफ़ा ख़ुदा की बक्शी हुई इंसानियत , जिस इंसान के अंदर इंसानियत जिंदा है वही जग को जीत सकता है ।जिस इंसान के अंदर की इंसानियत ही मर गयी हो वो मृत तुल्य है, जीता जागता मरा हुआ इंसान । खुदा ने इंसान को जिस उद्देश्य के लिए भेजा था, वो तो इंसान को याद ही नही है ।इंसान इतना स्वार्थी इतना मतलबी हो गया है अपने स्वार्थ को पूरा करने के लिए वो किसी को भी गिरा सकता है ।तभी लिखने वाले ने बहुत खूबसूरत गीत लिखा है देख तेरे सँसार की हालत क्या हो गई भगवान कितना बदल गया इंसान सूरज ना बदला चाँद ना बदला ना बदला रे आसमान कितना बदल गया इंसान #दुनिया #इंसान #खुदा #बक्शी #इंसानियत #उद्देश्य #Quote #Life #nojotohindi #Nojoto