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mannat maan
अब तेरा मेरा क्या रिश्ता जो रिश्ता था तूने तोड़ लिया । अब क्या आजमाए तुझे बार बार जब एक बार मुंह मोड़ लिया । अब मन्नत मान की तरह दर्द अ दिल की शायरी लिखना चाहते हैं । जीते जी तो तुमने मर मुझे शायरी के साहारे थोड़ा बहुत जिंदा दिखना चाहते हैं ©mannat maan #na #N😍T #n9jotohindi #N_writes #तू_याद_है●N Internet Jockey Shruti Garg Chief of Staff Rajeev Ranjan ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़
Niraj Srivastava
कविता : होली आयी होली, आयी होली, खुशियाँ संग में लायी होली। ऊँच-नीच का भेद मिटाकर, सद्भाव फैलाये होली।। भोलू खेला, सोनू खेला, रंगों का बस लगा है मेला। गुड़िया की सखियाँ भी देखो, कर देती हैं सबको गीला।। चाचा, चाची, ताऊ, भतीजा, आज बड़ा न कोई छोटा। ईर्ष्या, द्वेष मिटाकर देखो, कर रहे सब पग-पग फेरा।। लाल, हरा, पीला है कोई, कोई नटवर लाल लगे। बैरागी बम भोला कोई, कोई कृष्ण की चाल चले।। गुब्बारों की धूम मची है, पिचकारी भी करे है खेला। रंग-बिरंगे मुखरो पर, खुशियों का बस लगा है डेरा।। दहीबड़ा, पुआ और गुजिया, तरह-तरह पकवान बने। भांग का टुकड़ा खाकर देखो, सब यहाँ धनवान लगे।। आओ खेले मिलकर सारे, रंगों की यह प्यारी होली। प्रेम सरोवर से भर दे, अपनो की हम खाली झोली। नाचों, गाओ, झूमो आज, लेकर संग रंग गुलाल। नीला, पीला, लाल, बैंगनी, रंग दो यह सारा संसार।। नीरज श्रीवास्तव मोतिहारी, बिहार ©Niraj Srivastava होली #Holi #NirajKiKalamSe #niraj_srivastava_motihari #niraj_kavi #niraj_motihari #niraj #poem #Thoughts ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवा
mannat maan
आज जो मेरी बडी बडी डाडी मूछ है उस बेवफा की निशानी है। अब मुझे नशे में करनी खत्म जवानी है । अब तो मेरी हालत है बाबाओं जी जैसी एक तेरी जैसी बेवफा लड़की की सारी मेहरबानी है ©mannat maan #na #N😍T #n9jotohindi #N_writes #तू_याद_है●N Internet Jockey Shaayar Bhaiyya ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री) Kajalife.... NARENDRA
Niraj Srivastava
Niraj Srivastava
samandar Speaks
Village Life मेरे घर कि दीवारों पर तन्हाइयां हैं जिगर में हो मगर वीरानियां हैं उसी चौखट पे बैठूं,सबको निहारूं जहां तेरी रूहानी , परछाइयां हैं तुम्ही से दूर होकर,दिल को मनाना दिलों कि तो यहीं गुस्ताखियां हैं न आओगी ,लौट कर के तुम मां बयां करती तुम्हारी, निशानियां हैं नही कहता आने को दिल ये तुम्हारा मुझे हीं क्यों भला बेचैनियाँ हैं वहीं पर बैठ कर अब भी शामें गुजारूं जहां तेरी सदाकत हैं, रुहानियां हैं राजीव ©samandar Speaks #villagelife ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री) Satyaprem Upadhyay Mukesh Poonia Samima Khatun Khushi Tiwari
Amit Gahora 52
Village Life मेरे गांव की मिट्टी से मोहब्बत सीखी है तुमने अब अपने शहर के लड़कों से बफा करना 😊 ©Amit Gahora 52 #villagelife #Love Internet Jockey Anshu writer अंजान suman vedua ओम भक्त "मोहन" (कलम मेवाड़ री)