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विपिन कुमार सोनी

जड़ इक पेड़ की, हम हैं, डालियां जिस पर, खिल रहें है, फूल खिलखिला रहीं है, पत्तियां जब तक जड़ में नमी है! #Poetry

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जड़
इक पेड़ की,
हम हैं,
डालियां
जिस पर,
खिल रहें है, फूल
खिलखिला रहीं है, पत्तियां
जब तक जड़ में नमी है!

Divya Vishnoi

दुत्कार, मानव समाज की प्रथम प्रतिक्रिया होती है, जब उनकी मान्यताओं पर प्रहार किया जाए. फिर चाहे वो प्रहार उनके स्वयं के हित के लिए ही क्यों #thought #inspirational #विचार #asur

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Satya Prakash Upadhyay

कुछ चाहे कुछ अनचाहे रिश्ते,रिश्तों पर किसका ज़ोर है टूट रहे हैं रिश्ते अब ,बस इसी बात का शोर है टूटते नहीं रिश्ते रूप बदलते, मेरा मत कुछ और ह #Relationship #कविता

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रिश्ते की शुरुआत 


कुछ चाहे कुछ अनचाहे रिश्ते,रिश्तों पर किसका ज़ोर है
टूट रहे हैं रिश्ते अब ,बस इसी बात का शोर है
टूटते नहीं रिश्ते रूप बदलते, मेरा मत कुछ और है
भावनाओं के कसौटी से देखो कोई अपना कोई ग़ैर है

जन्म से कुछ बन्ध जाती तो कुछ की होती बाद में शुरुआत
कभी मित्रता तो कभी सहकर्मी सभी में होती कुछ विशेष बात
एक रिश्ता कुछ ख़ास है होता जब होती मेहबूब से मुलाकात
इसी से होती है ये बातें, कभी न छोड़ेंगे तेरा साथ

एकतरफ़ा हो या दोतरफ़ा बस प्रेम हीं इसका सिंचन है
एकदूजे का साथ निभाएँ तो सुखमय पूरा जीवन है
                             खून के रिश्ते भी धोखा दे देते,                     इतिहास में ऐसा वर्णन है
                     जिसका नीव विश्वास पर टिका,                         वो रिश्ता हीं कंचन है कुछ चाहे कुछ अनचाहे रिश्ते,रिश्तों पर किसका ज़ोर है
टूट रहे हैं रिश्ते अब ,बस इसी बात का शोर है
टूटते नहीं रिश्ते रूप बदलते, मेरा मत कुछ और ह

Insprational Qoute

कौन है वो जो??? श्वासों की डोरी अब , छूटने लगी अकिंचन, मिथ्या भाव प्राश्रय का, नित करता कोई सिंचन, #poem #कविता #yourquotebaba #yourquotedidi #महादेवी_वर्मा #Nishakamwal

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कौन है वो जो???


श्वासों की डोरी अब ,
छूटने लगी अकिंचन,
मिथ्या भाव प्राश्रय का,
नित करता कोई सिंचन।

सम्पूर्ण रचना अनुशीर्षक में पढ़े। कौन है वो जो???


श्वासों की डोरी अब ,
छूटने लगी अकिंचन,
मिथ्या भाव प्राश्रय का,
नित करता कोई सिंचन,

दामिनी नारायण सिंह Quotes

जगमग किनारे पांव पसारे खाली पैर धीमी रुनझुन धोती गमछा दिव्य रुप जलता दिया जल में प्राण #Quotes #भारत #indianculture #chhathpuja #daminiquote

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देखो न!
जाते जाते कह गई सुबह  🌄 जगमग किनारे
पांव पसारे
खाली पैर
धीमी रुनझुन
धोती गमछा
दिव्य रुप
जलता दिया
जल में प्राण

Ravendra

कृषकों को एम एल सी ने वितरित किया मिनी बीज किट बहराइच कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित किसान दिवस के अवसर पर विधान परिषद सदस्य पदमसेन चौधरी ने #न्यूज़

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दामिनी नारायण सिंह Quotes

समय के उस सिंधु पर जिसने लिखा था रामनाम सौसौ बलाएं नानका हाँ सौसौ बलाएं नानका #गुरुनानकदेव जी इधर होती तो शायद नहीं जान पाती नवरात् #प्रकाशपर्व #daminiquote #GurunanakNanakJayanti550

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समय के उस सिंधु पर जिसने लिखा था राम नाम,
सौ सौ बलाएं नानका हाँ; सौ सौ बलाएं नानका।
गुरुनानक देव जी🙏 समय के उस सिंधु पर जिसने लिखा था रामनाम
सौसौ बलाएं नानका हाँ सौसौ बलाएं नानका
#गुरुनानकदेव जी

इधर होती तो शायद नहीं जान पाती
        नवरात्

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 12 ।।श्री हरिः।। 11 - महत्संग की साधना 'मेरी साधना विफल हुई।' गुर्जर राजकुमार ने एक लम्बी श्वास ली।

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|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 12

।।श्री हरिः।।
11 - महत्संग की साधना

'मेरी साधना विफल हुई।' गुर्जर राजकुमार ने एक लम्बी श्वास ली।
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