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Deepak Kumar 'Deep'
एक साथ कईं जिम्मेदारियाँ निभाना यही तो उसकी पहचान है! माँ चाहे किसी भी जीव की हो, वो बेमिसाल है, महान है!! ©Deepak Kumar 'Deep' #maa
Karan Mehra
माँ के नाम – एक अनकही प्रेम कविता वैलेंटाइन डे पर सब प्रेम गिनते हैं, पर कौन है जो माँ के प्यार को बिनते हैं? वो जो सुबह की पहली किरण से पहले जाग जाए, बेटे की हर थकान को अपनी हथेलियों में समेट ले जाए। माँ, तुम वो गुलाब नहीं, जो सिर्फ एक दिन के लिए खिले, तुम वो बरगद हो, जो हर मौसम में छाँव लिए खड़ी मिले। तुम्हारा प्यार किसी वादे का मोहताज नहीं, यह तो उस धड़कन की तरह है जो हर पल साथ रहे। जब दुनिया कहती है वैलेंटाइन प्रेम का दिन है, तो मेरा दिल कहता है—यह माँ का दिन है। क्योंकि सबसे सच्चा, सबसे गहरा, और सबसे निस्वार्थ प्रेम तो सिर्फ माँ का ही होता है। माँ, तुम्हारे आँचल की सुगंध में बसे, हर लम्हे को आज शब्दों में बाँध रहा हूँ, क्योंकि प्यार की परिभाषा तुमसे शुरू होती है, और मेरे लिए, वैलेंटाइन सिर्फ तुम्हारे नाम है। ✍️ करन मेहरा Happy Valentine Day Maa 😘❤️ ©Karan Mehra #maa
फैमिली
जो मुझे फॉलो नहीं करेगा और ओर जो गिफ्ट सेंड नहीं करेगा ।उसको उसकी मां की कसम लगेगी🙏🙏🙏 ©Pawan Kumar maa
maa
read moreVandana Bhasin
नींद से शिकवा इस तरह हुआ कि अब ..बिना तेरे खामोशी से रहना सीख लिया....... ©Vandana Bhasin #maa
Shashi Goutam
New Year 2024-25 नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं। साल आयेंगे, साल जाएंगे, लेकिन याद वही रखे जाएंगे, जो इतिहास बनायेंगे। saal aayenge saal jayenge, lekin yaad wohi rakhe jayenge Jo itihas banayenge. Happy New Year ©Shashi Goutam #NewYear2024-25 #itihas #history #goal #life #struggle #zindgi #unity
VIMALESH YADAV
Unsplash The Hindu Akhabar ka Itihas वर्ष 1878 में मद्रा स हा ई को र्ट की जजों की बेंच में सर टी मुथुस्वा मी अय्यर को , शामिल करने के खिलाफ एंलो इंडियन अखबार विरोध कर रहा था । इस विरोध के खिलाफ कानून की पढ़ाई करने वाले चार छात्रों और दो शिक्षकों ने चेन्नई से साप्ताहिक पत्रिका द हिंदू अखबार की शुरुआत की इस अखबार के संपादक जी . सुब्रमण्यम अय्यर और मैनेजिंग डायरेक्टर एम.वी . राघवाचार्य थे। अखबार की शुरुआत केवल एक रुपये 12 आने से हुई 1905 में एस. कस्तूरी ने इसे अपने अंतर्गत ले लिया । तब से इसका संचा लन कस्तूरी परिवार ही कर रहा है। द हिंदू समाचार पत्र का मुख्यालय चेन्नई में है। इसकी शुरुआत साप्ताहिक पत्रिका के रूप में हुई, जो आगे चलकर 1829 में दैनिक समाचार पत्र बन गया । यह भारत के शीर्ष दैनिक अंग्रेजी समाचा र पत्रों में से एक है, जो ज्यादातर दक्षिण भारत में पढ़ा जा ता है। ©VIMALESH YADAV The hindu newspaper ka itihas #Book #TheHindu #vimaleshyadav
The hindu newspaper ka itihas #Book #Thehindu #vimaleshyadav
read moreआधुनिक कवयित्री
ना थकी, ना कभी वो हारी, लूटा दूं उसको दुनियां की खुशियां सारी। ओर कोई नहीं...... मेरी मां है वो सबसे प्यारी। ©आधुनिक कवयित्री Maa
Maa
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