Nojoto: Largest Storytelling Platform

New डॉट्स रंगोली डिजाइन Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about डॉट्स रंगोली डिजाइन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, डॉट्स रंगोली डिजाइन.

    LatestPopularVideo

Himanshu Prajapati

#Holi जैसे दूरदर्शन पर आज भी देखनें में अच्छा लगता है रंगोली, वैसे ही त्योहारों में मजेदार होता है रंग से भरी होली..! #विचार

read more
जैसे दूरदर्शन पर आज भी 
देखनें में अच्छा लगता है रंगोली,
वैसे ही त्योहारों में मजेदार होता है
रंग से भरी होली..!

©Himanshu Prajapati #Holi जैसे दूरदर्शन पर आज भी 
देखनें में अच्छा लगता है रंगोली,
वैसे ही त्योहारों में मजेदार होता है
रंग से भरी होली..!

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

अहर्निश छन्द  आये हैं साजन, मेरे आँगन, है होली । क्या आज छुपाऊ, तुम्हें सुनाऊ, हमजोली ।। वो फागुन गाएं , देख रिझाएं , रंगोली  । #कविता

read more
अहर्निश छन्द 

आये हैं साजन, मेरे आँगन, है होली ।
क्या आज छुपाऊ, तुम्हें सुनाऊ, हमजोली ।।
वो फागुन गाएं , देख रिझाएं , रंगोली  ।
अब कैसी दूरी , क्या मजबूरी , मै बोली ।।

जप राधे-राधे , दुख हो आधे , महतारी ।
वो सबकी सुनते, कुछ मत कहते , गिरधारी ।।
है पल बलवाना , जिसने माना , बनवारी ।
सब महिमा तेरी , क्या है मेरी , सुखकारी ।।

१३/०३/२०२३    -    महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR अहर्निश छन्द 


आये हैं साजन, मेरे आँगन, है होली ।

क्या आज छुपाऊ, तुम्हें सुनाऊ, हमजोली ।।

वो फागुन गाएं , देख रिझाएं , रंगोली  ।

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

अहर्निश छन्द  आये हैं सजना, मेरे आँगन, है होली । क्या आज छुपाऊ, तुम्हें सुनाऊ, हमजोली ।। वो फागुन गाएं , देख रिझाएं , रंगोली  । अब कैसी दूर #कविता

read more
अहर्निश छन्द 

आये हैं सजना, मेरे आँगन, है होली ।
क्या आज छुपाऊ, तुम्हें सुनाऊ, हमजोली ।।
वो फागुन गाएं , देख रिझाएं , रंगोली  ।
अब कैसी दूरी , क्या मजबूरी , मै बोली ।।

जप राधे-राधे , दुख हो आधे , महतारी ।
वो सबकी सुनते, कुछ मत कहते , गिरधारी ।।
है पल बलवाना , जिसने माना , बनवारी ।
सब महिमा तेरी , क्या है मेरी , सुखकारी ।।

१३/०३/२०२३    -    महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR अहर्निश छन्द 

आये हैं सजना, मेरे आँगन, है होली ।
क्या आज छुपाऊ, तुम्हें सुनाऊ, हमजोली ।।
वो फागुन गाएं , देख रिझाएं , रंगोली  ।
अब कैसी दूर

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

अहर्निश छन्द  आयेंगे सजना, मेरे आँगन, है होली । क्या आज छुपाऊ, तुम्हें सुनाऊ, हमजोली ।। वो फागुन गाएं , देख रिझाएं , रंगोली  । #कविता

read more
अहर्निश छन्द 

आयेंगे सजना, मेरे आँगन, है होली ।
क्या आज छुपाऊ, तुम्हें सुनाऊ, हमजोली ।।
वो फागुन गाएं , देख रिझाएं , रंगोली  ।
अब कैसी दूरी , क्या मजबूरी , मै बोली ।।

जप राधे-राधे , दुख हो आधे , महतारी ।
वो सबकी सुनते, कुछ मत कहते , गिरधारी ।।
है पल बलवाना , जिसने माना , बनवारी ।
सब महिमा तेरी , क्या है मेरी , सुखकारी ।।


१३/०३/२०२३    -    महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR अहर्निश छन्द 


आयेंगे सजना, मेरे आँगन, है होली ।

क्या आज छुपाऊ, तुम्हें सुनाऊ, हमजोली ।।

वो फागुन गाएं , देख रिझाएं , रंगोली  ।
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile