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Radhe Radhe
चलो कुछ दिन खिलखिला ले काटों में रहकर भी मुस्कुराले क्योकि हम जानते है विदा ही लेना है सामाज के जंजीरो से बंधे क्यूं अधिकार नही तुम्हे मुझे और मुझे तुम्हे चयन का जय श्री राधे ©Radhe Radhe चयन का,,,
चयन का,,,
read moreshalini jha
White जीवन का पन्ना पन्ना घटित क्षणों का अभिलेख मन की प्रतिलिपि अभिलाषाएं करती तन का अभिषेक स्वप्न छलावे संग हृदय का घटता बढ़ता आवेग सागर से गहरा प्रेम लिए लहराता भावों का उद्वेग चित्र उकेरे कल्पनाओं के इंद्रधनुषी रंग अनुभूति की बही त्रिवेणी डूब डूब सत संग ©shalini jha #जीवन का पन्ना पन्ना घटित क्षणों का अभिलेख मन की प्रतिलिपि अभिलाषाएं करती तन का अभिषेक स्वप्न छलावे संग हृदय का घटता बढ़ता आवेग
#जीवन का पन्ना पन्ना घटित क्षणों का अभिलेख मन की प्रतिलिपि अभिलाषाएं करती तन का अभिषेक स्वप्न छलावे संग हृदय का घटता बढ़ता आवेग
read moreS
White शरीर मे कोई सुंदरता नही होती, सुंदर होते है व्यक्ति के कर्म और उनके विचार। ©S #love_shayari आज का विचार आज का विचार सुप्रभात
#love_shayari आज का विचार आज का विचार सुप्रभात
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White ख्वाबों का मासूम सा सवाल कुछ उम्मीद है बाकी या फ़िर टूट जाएं हम ©हिमांशु Kulshreshtha ख्वाबों का...
ख्वाबों का...
read moreShayraa
"इत्र, मित्र, चित्र और चरित्र" ©Shayraa "इत्र ,मित्र, चित्र और चरित्र" #life_quotes #hindi_quotes
"इत्र ,मित्र, चित्र और चरित्र" #life_quotes #hindi_quotes
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी अध्ययन और अध्यापन स्तरहीन हुये गति देश समाज को दे नही पा रहे है आचरण और संस्कार की बाट लगा दी चरित्रों के चित्र खिल नही पा रहे है त्याग संयम गुरुओ का आकर्षण था जो छात्रों में नैतिकबल भरता था एक टीचर अपने ज्ञान से सौ सौ सूरज की प्रज्ञा प्रज्वलित करता था दिशाहीन को दिशा देकर भविष्य का नव निर्माण करता था प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #teachers_day चरित्रों के चित्र खिल नही पा रहे है
#teachers_day चरित्रों के चित्र खिल नही पा रहे है
read moreDR. LAVKESH GANDHI
दिल किसका एक प्रेमिका के कहने पर जब प्रेमी ने अपनी जन्म देने वाली माता का दिल कलेजे से बेध कर निकाला और अपनी प्रेमिका के पास जा पहुंँचा तो प्रेमिका ने अपने प्रेमी को धिक्कारते हुए कहा जा जा... जो पुरुष जन्म देने वाली मांँ का नहीं हुआ वह अनजान प्रेमिका का क्या होगा... ©DR. LAVKESH GANDHI #दिल # # दिल का रोग #
दिल # # दिल का रोग #
read moreRameshkumar Mehra Mehra
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset अजाद कर दिये मैने मन पंसद लोग..! अब ना चाहत रही ना ही कोई रोग...!! ©Rameshkumar Mehra Mehra # अजाद कर दिये मैने मन पंसद लोग,ना अब कोई ख्वाईश रही ना कोई रोग....
# अजाद कर दिये मैने मन पंसद लोग,ना अब कोई ख्वाईश रही ना कोई रोग....
read moreचाँदनी
White जाने कौन सा रोग मेरे कविताओं को लगा है शब्दों का एक कतरा जिस्म पर गिरते ही कविताएँ अपने एक अंग को खा जाती है मै एक कोने मे बैठ कर खूब रोती हूँ और मेरे कविता के बहते नासूर से फिर एक जिस्म तैयार होता है हर बार हृदय काग़ज के आर पार बैठा राहगीरो से दूर अपने जख्म की तूरपाई मे कागज के सिलवटों को नोच देता है दर्द नासूर का नही, जिस्म का नही काग़ज का होता मौत तीनों को कैद करता है रूह अकेला चित्कारता है कविताएँ जहर या औषधि ही नही बनती बाकी तीन खण्डों का मूलभूत अधिकार जीवन - मरण तक स्थापित कर चुकी होती है ©चाँदनी #रोग
Anjali Jain
आज प्रजातंत्र,भीड़तंत्र में बदल चुका है भीड़, पहले नेतृत्व को विवश करती है अपनी सुख सुविधाओं के लिए.... फिर स्वयं विवश होती है अपने दुःख और दुविधाओं से...!! ©Anjali Jain आज का विचार 08.12.24 आज का विचार
आज का विचार 08.12.24 आज का विचार
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