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शिवम ओझा रिनिया
मा रामआसरे विश्वकर्मा पूर्व शिक्षा मंत्री/पिछड़ावर्ग आयोग अध्यक्ष राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा विनम्रतापूर्वक श्रधांजलि एस आर एस बाबू जी
Sanjay Sharma Saras
लुळ-लुळ करै जुहार, साजण सामी गोरड़ी, कद निरखै ! भरतार , दोयूं नैंण उडीकता। ©Sanjay Sharma Saras #राजस्थानी_सोरठा लुळ-लुळ करै जुहार, साजण सामी गोरड़ी, कद निरखै ! भरतार , दोयूं नैंण उडीकता। ©® संजय शर्मा 'सरस' अर्थ - अपने साजन के सामने ब
पण्डित राहुल पाण्डेय
Lockdown special __________________ एक मित्र की कहानी *पत्नी ने डिनर के बाद पूछा.....* *हे आर्यपुत्र, सत्य बताइएगा, आज* *भोजन कैसा बना है?* *पति ने विनम्रतापूर्वक उत्तर दिया !* *हे देवी !* *सत्य तुम सुन नहीं सकती,* *मिथ्या मैं बोल नहीं सकता,* *अभी गृहत्याग निषेध है ,* *कई दिन शेष है,* *मैं इतने दिन युद्ध नहीं कर सकता और* *ना ही निराहार रह सकता हूँ....* *क्षमा देवी !!...* 😜😂😂😂 ©पण्डित राहुल पाण्डेय Lockdown special __________________ एक मित्र की कहानी *पत्नी ने डिनर के बाद पूछा.....* *हे आर्यपुत्र, सत्य बताइएगा, आज* *भोजन कैसा बना है?*
Naresh Chandra
Nojoto कृपया कैप्शन मे जरूर पढ़ें जय सनातन धर्म 🙏धन्यवाद🙏 ©Naresh Chandra *लंदन के बस चालक का जवाब सुनिए... रोचक लेकिन सच्ची घटना* एक अरब मुस्लिम लन्दन में एक बस में चढ़ा और उसने बस चालक से अनुरोध किया कि "बस में ब
N S Yadav GoldMine
एक अरबी मुस्लिम लन्दन के बस में चढ़ा और उसने बस चालक से अनुरोध किया कि "बस में बज रहे संगीत को तत्काल बन्द कर दें. {Bolo Ji Radhey Radhey} बस चालक ने इसका कारण पूछा तो अरबी मुस्लिम ने कहा कि "इस्लाम की शिक्षा के अनुसार संगीत सुनना हराम है क्योंकि हमारे प्यारे नबी के समय संगीत नहीं था और विशेष रूप से पाश्चात्य संगीत. बस चालक ने विनम्रतापूर्वक रेडियो बन्द कर दिया, बस का दरवाज़ा खोला और अरब मुस्लिम को बस से नीचे उतर जाने का निवेदन किया! अरब मुस्लिम ने इसका कारण पूछा बस चालक ने विनम्रता से उत्तर दिया - हे अरबी भाई! प्यारे नबी के समय कोई टैक्सी नहीं थी, कोई बस नहीं थी, कोई बम नहीं थे, हवाई जहाजों का अपहरण करने वाले नहीं थे, मस्जिद में शोरगुल मचाने वाले लाउडस्पीकर नहीं थे, कोई आत्मघाती हमले नहीं होते थे, RDX नहीं था, AK 47 नहीं थी, सर्वत्र केवल शान्ति थी. इस्लामियत के नाम पर दोहरी चाल कहीं और जाकर चलाओ, चुपचाप नीचे उतरो और गंतव्य तक पहुँचने के लिए ऊँट का इन्तजार करोl 😂 ©N S Yadav GoldMine #sadak एक अरबी मुस्लिम लन्दन के बस में चढ़ा और उसने बस चालक से अनुरोध किया कि "बस में बज रहे संगीत को तत्काल बन्द कर दें. {Bolo Ji Radhey Ra
OMG INDIA WORLD
प्रकृति की गोद में #चरित्रहीन स्त्री और पुरूष के लिए बहुत ही सुन्दर रचना दो मिनट का समय निकालकर एक बार आवश्य पढ़े ! स्त्री तबतक 'चरित्रहीन' नहीं हो सकती जबतक कि पुरुष चरित्रहीन न हो। संन्यास लेने के बाद गौतमबुद्ध ने अनेक क्षेत्रों की यात्रा की। एक बार वे एक गांव गए। वहां एक स्त्री उनके पास आई और बोली आप तो कोई राजकुमार लगते हैं। क्या मैं जान सकती हूँ कि इस युवावस्था में गेरुआ वस्त्र पहनने का क्या कारण है ? बुद्ध ने विनम्रतापूर्वक उत्तर दिया कि तीन प्रश्नों के हल ढूंढने के लिए उन्होंने संन्यास लिया। बुद्ध ने कहा- हमारा यह शरीर जो युवा व आकर्षक है वह जल्दी ही वृद्ध होगा फिर बीमार व अंत में मृत्यु के मुंह में चला जाएगा। मुझे वृद्धावस्था, बीमारी व मृत्यु के कारण का ज्ञान प्राप्त करना है। बुद्ध के विचारो से प्रभावित होकर उस स्त्री ने उन्हें भोजन के लिए आमंत्रित किया। शीघ्र ही यह बात पूरे गांव में फैल गई। गांववासी बुद्ध के पास आए और आग्रह किया कि वे इस स्त्री के घर भोजन करने न जाएं क्योंकि वह चरित्रहीन है। बुद्ध ने गांव के मुखिया से पूछा- क्या आप भी मानते हैं कि वह स्त्री चरित्रहीन है ? मुखिया ने कहा कि मैं शपथ लेकर कहता हूं कि वह बुरे चरित्र वाली स्त्री है।आप उसके घर न जाएं। बुद्ध ने मुखिया का दायां हाथ पकड़ा और उसे ताली बजाने को कहा। मुखिया ने कहा- मैं एक हाथ से ताली नहीं बजा सकता क्योंकि मेरा दूसरा हाथ आपके द्वारा पकड़ लिया गया है। बुद्ध बोले इसी प्रकार यह स्वयं चरित्रहीन कैसे हो सकती है जबतक कि इस गांव के पुरुष चरित्रहीन न हो। अगर गांव के सभी पुरुष अच्छे होते तो यह औरत ऐसी न होती इसलिए इसके चरित्र के लिए यहाँ के पुरुष जिम्मेदार हैं l यह सुनकर सभी लज्जित हो गये लेकिन आजकल हमारे समाज के पुरूष लज्जित नहीं गौरवान्वित महसूस करते है क्योंकि यही हमारे "पुरूष प्रधान" समाज की रीति एवं नीति है l. ashish ©OMG INDIA WORLD #चरित्रहीन स्त्री और पुरूष के लिए बहुत ही सुन्दर रचना दो मिनट का समय निकालकर एक बार आवश्य पढ़े ! स्त्री तबतक 'चरित्रहीन' नहीं हो सकती जबतक