Find the Latest Status about उद्योगपतियों from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, उद्योगपतियों.
Mo. Asiph
18 लाख से ज्यादा हिंदू खाताधारक' राघव चड्डा ने कहा, 'देश में जब एनडीए की दूसरी बार सरकार बनी तो देनदारी 55 हजार करोड़ थी जो अब बढ़कर 2 लाख 40 हजार करोड़ हो गई. बीजेपी अपने को हिंदुओ की पार्टी कहती है. आपको बताना चाहता हूं कि एक अनुमान के मुताबिक 18 लाख ज्यादा हिंदू ग्राहक हैं. किस बात की सजा हिंदुओं को दे रहे हैं. इसी पार्टी के शासन काल में हमारे भगवान जगन्नाथ ट्रस्ट के 545 करोड़ यस बैंक में है. बीजेपी ने भगवान के पैसे को नहीं छोड़ा. पीएमसी में 51 हजार ग्राहकों में से 42 हजार ग्राहक हिन्दू थे. ये पार्टी ना हिन्दू, ना मुस्लिम और ना इंसान की है. ये पार्टी कुछ उद्योगपतियों की पार्टी है.' 18 लाख से ज्यादा हिंदू खाताधारक' राघव चड्डा ने कहा, 'देश में जब एनडीए की दूसरी बार सरकार बनी तो देनदारी 55 हजार करोड़ थी जो अब बढ़कर 2 लाख 40
Subhash.C.sharma
गुलाब जल रहा है देखो क्या हो रहा है, गुलाब जल रहा है, देश मै मंहगाई की हाहाकार मची है मै लिख रहा हु,जो क्या घटना यह सच्ची है? मुझे कुछ नजर आ रहा है देखो गुलाब जल रहा है, किसान सड़को में कुचल दिया जा रहा है, मजदूर का शोषण किया जा रहा है, है जिनका हाल अच्छा उनका ही मुनाफा किया जा रहा है देखो इस देश में गरीब छला जा रहा है, तपती धूप मै वो खेतो मै काम कर रहा है, उगाकर अन्न देश का पेट वो पाल रहा है, देखो वेदना से हृदय उसका जला जा रहा है, हाल क्या है मालूम नही, पर गरीब छला जा रहा है, गुलाब का लाल रंग लह रहा है, मजदूर पर पूंजीपति हावी हो रहा है, चूसकर रंग खाद का अशिष्ट ,रंग उसका लाल हो रहा है देखो गुलाब जल रहा है, कारखाना , हो चाहे फाटक मजाक उसका उड़ाया जा रहा है, बड़े बड़े उद्योगपतियों का कर्जा माफ किया जा रहा है, देखो देश में ये क्या हो रहा है, किसान की ना कर परवाह उसे गुलाम बनाया जा रहा है, देखो किसान रो रहा है, फैलाकर हाथ तेरे समक्ष, कुछ तुझसे मांग रहा है , देखो देखो धीरे धीरे गुलाब जल रहा है, सुभाष सी. शर्मा ©Subhash.C.sharma गुलाब जल रहा है देखो क्या हो रहा है, गुलाब जल रहा है, देश मै मंहगाई की हाहाकार मची है मै लिख रहा हु,जो क्या घटना यह सच्ची है? मुझे कुछ नज
MANJEET SINGH THAKRAL
Writer1
एक पत्र बीती जिंदगी के नाम (कृपा अनुशीर्षक में पढ़े) 27 दिसंबर, 2020 लुधियाना, प्रिय जिंदगी, तुमसे कुछ नहीं छुपा, तू हर वक्त मेरी हमराज़ है, मेरा ही गीत और मेरा साज़ है। तुम संग आपबीती और भयाव
Writer1
अलविदा वर्ष 2020 (कृपा अनुशीर्षक में पढ़े) #collabwithकोराकाग़ज़ #कोराकाग़ज़महाप्रतियोगिता #रोज़ी_संबरीया #कोराकाग़ज़ 31 दिसंबर, 2020 लुधियाना,