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Tarik Khan

#love_shayari 'दर्द भरी शायरी' शायरी लव रोमांटिक शायरी हिंदी में शेरो शायरी तारिक खान

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White के ज़िन्दगी में आये वो ग़ुलाब की तरह,
और बस गए ज़ेहन में वो शराब की तरह।

चेहरे पे उनके एक हंसी मज़मून लिखा है,
पढता हूँ उन्हें रोज़ में किताब की तरह।

हम एक दूसरे के लिए ही तो बने है,
मैं हूँ कलम और वो मेरे दवाद की तरह।

हो जाये घर जुदा तो मुकम्मल ना रहेंगे,
मैं हूँ सवाल वो मेरे जवाब की तरह।

एक बूँद एक कतरे सा ये प्यार नहीं है,
डूबे हुए हैं इश्क़ में बरसात की तरह।

वो दूर भी हो जाये तो वो साथ रहेंगे,
वो दिल में मेरे बस्ते हैं जज़्बात की तरह।

©Tarik Khan #love_shayari  'दर्द भरी शायरी' शायरी लव रोमांटिक शायरी हिंदी में शेरो शायरी तारिक खान

अनीश खान

7593647724 अनीस खान Anupriya

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Sunita Pathania

Ravi_bhagat11

खान सर

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NOTHING

neelu

#sad_quotes #yesterday I #Saw a few episodes of the #Mahabharat series and today all I can say is विजय भव .....कल्याण हो.. Thank God...

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White Yesterday I saw a few episodes 
of the Mahabharat series 
and today all I can say is
विजय भव .....कल्याण हो..
Thank God...

©neelu #sad_quotes #Yesterday I #saw a few episodes 
of the #Mahabharat series 
and today all I can say is
विजय भव .....कल्याण हो..
Thank God...

Avinash Jha

कुरुक्षेत्र की धरा पर, रण का उन्माद था,
दोनों ओर खड़े, अपनों का संवाद था।
धनुष उठाए वीर अर्जुन, किंतु व्याकुल मन,
सामने खड़ा कुल-परिवार, और प्रियजन।

व्यूह में थे गुरु द्रोण, आशीष जिनसे पाया,
भीष्म पितामह खड़े, जिन्होंने धर्म सिखाया।
मातुल शकुनि, सखा दुर्योधन का दंभ,
किंतु कौरवों के संग, सत्य का कहाँ था पंथ?

पांडवों के साथ थे, धर्म का साथ निभाना,
पर अपनों को हानि पहुँचा, क्या धर्म कहलाना?
जिनसे बचपन के सुखद क्षण बिताए,
आज उन्हीं पर बाण चलाने को उठाए।

"हे कृष्ण! यह कैसी विकट घड़ी आई,
जब अपनों को मारने की आज्ञा मुझे दिलाई।
क्या सत्य-असत्य का भेद इतना गहरा,
जो मुझे अपनों का ही रक्त बहाए कह रहा?"

अर्जुन के मन में यह विषाद का सवाल,
धर्म और कर्तव्य का बना था जंजाल।
कृष्ण मुस्काए, बोले प्रेम और करुणा से,
"जो सत्य का संग दे, वही विजय का आस है।

हे पार्थ, कर्म करो, न फल की सोच रखो,
धर्म की रेखा पर, अपना मनोबल सखो।
यह युद्ध नहीं, यह धर्म का निर्णय है,
तुम्हारा उद्देश्य बस सत्य का उद्गम है।

©Avinash Jha #संशय
#Mythology  #aeastheticthoughtes #Mahabharat #gita #Krishna #arjun

Mr.Writer_engineer

#sad_quotes darpanpremka by Rajesh Rj Adhuri Hayat Sethi Ji N.B.Mia निज़ाम खान

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Mohd Kamruzzama

#Sad_Status निज़ाम खान Sethi Ji Jasmine of December Neha mallhotra Ankit verma 'utkarsh'

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White जब आशियाँ मिट्टी के थे तब रिश्ते 
फ़ौलादी हुआ करते थे "क़मर"
और जब आशियाँ पक्के हुए तो रिश्ते
कमज़ोर हने लगे।

©Mohd Kamruzzama #Sad_Status   निज़ाम खान  Sethi Ji  Jasmine of December  Neha mallhotra  Ankit verma 'utkarsh'

Mr.Writer_engineer

Sethi Ji N.B.Mia Adhuri Hayat निज़ाम खान Santosh Narwar Aligarh (9058141336)

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