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Mukeshdan Gadhavi
White Change in hard at first, messy in the middle, and gorgeous at the end. ©Mukeshdan Gadhavi #Thinking
मनीष कुमार पाटीदार
White सोचते हैं बहुत सोचना आसान है। दिखाई दे सच, सच भी नादान है। जो गुज़र गई उसका मलाल नहीं, जो गुज़र रहा पल वह मेहरबान है। हर चेहरा जाना पहचाना तो नहीं, मगर अजनबी भी यहॉं मेहमान है। किसी की राह में सहारा बन जाना, अच्छी आदत में कहॉं नुकसान है। नज़र तो पैनी रखेंगे अपने काम में, नज़र में आजकल अच्छे इंसान है। ज्यादा टकटकी न लगाना 'मनीष' अभी - अभी सफ़र में इम्तिहान है। ©मनीष कुमार पाटीदार #Thinking
Kunal Nayak
White "ताउम्र" तवज्जू ना मिली ये मलाल रहा उसे मन में, मै भी मर्द हूँ हा मुझे भी दर्द होता है ये कहता रहा वो सब से, "पूरी" जिंदगी बसर कर दी अपनी ख्वाइशों को दफ़नाके मौत ले गई उसे झट से, वो जो एक बच्चा जो बुढ़ापे तक सोचता रहा की जिंदगी की एक नई शुरुआत करूंगा कल से.!! ©Kunal Nayak #alone_sad_shayri # international men's day
#alone_sad_shayri # international men's day
read moreGujrat Diary
White Life is Beautiful and you can Lead your Life as you Wish. So fill your life with Magical and Wonderful Memories like Rainbow Colors. Keep Smiling and be Happy... @Silent_echoes1 . ©Gujrat Diary #Thinking
Rj,Vishal Tiwari..!
White धूप छाव छीन लेती है नदी नव छिन लेती है,कोई नहीं जाता कमने गरीबी गांव छीन लेती है ना वह दिल रहा ना वो रहमों कर्म हमने भुला दी वह जमी जहां जन्मे थे हम हमसे अच्छी तो उन परिंदों की जमात है बरसों बाद जिनको अपना आशिया याद है। ©Rj,Vishal Tiwari..! #Thinking
Sakshi Shankhdhar
White शहर में थे लाखों मगर, हम बस उन्ही पर मर गए, हमने छोड़ दी दुनिया उनके लिए, और वो जनाब किसी और के हो गए। वादा था राह ए मोहब्बत पर चलने का, हमको बीच सफ़र में छोड़, जनाब हमसफर किसी और के हो गए। हमारे तो ख्वाबों में वो बसते है, जब खोली आंखे एक सुबह, जनाब हकीकत में किसी और के हो गए। अजनबी सा रिश्ता था, मिले भी थे अजनबी राहों में, मोहब्बत का सिलसिला चोरी से शुरू हुआ, जनाब सरेआम किसी और के हो गए। उनकी यादों में इतना जले रात दिन, जैसे जलता है परवाना शमा के लिए, जनाब यूं होके बेखबर किसी और के हो गए। ©Sakshi Shankhdhar #Thinking