Find the Latest Status about नीली छतरी वाले from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, नीली छतरी वाले.
Ashay Choudhary
और आज वातावरण भक्तिमय होता हुआ नजर आ रहा है। Just one liner व्यंग्य। हास्य परिहास से पूर्ण। नोट: अगर आप मुझे नास्तिक समझते हैं तो बता दू नीली छतरी वाले में मेरी बड़ी आस्था है। बाकी जान
Rakesh Kumar Dogra
तू बता है कहाँ? तू बता है कहाँ नीली छतरी वाले इस नशीली शाम में, पूछे न बस दिल दिवाना।
बाबा ब्राऊनबियर्ड
आज सुबह सुबह एक ज़िगरी मित्र का कई बरस बाद massage आया .. " भाई म्हारी भैंस बिकवा न " 😂 बेरा ना के के दिखा के मारेगा नीली छतरी आला ..🙏
Eron (Neha Sharma)
मैं और मेरी नीली शर्ट अक्सर ये बाते करती हैं। इसमें लगे बटन जो है ना वो मेरा प्यार है जो विश्वास के धागे से बंधा है। देख लटककर ढीला न हो जाये कहीं बड़े प्यार से लिपटा है। मैं बड़े धैर्य की जो इस्त्री करता हूँ इस पर। वो तेरे क्रोध की जो सिकुड़न है उसे हटा देती है। मैं और मेरी नीली शर्ट अक्सर ये बातें किया करते हैं। शर्ट में लगे काज जीवन के परीक्षा रूपी झरोखे ठहरे। जिनमें से प्रेम रूपी बटन आसानी से निकल जाते हैं। तन पर कपड़ा ये नीले रंग का मेरा व्यवहार ठहरा जिसे नीले रंग में पिरोकर आसमान सा दिखने लगा है। जो कभी गरजकर कभी बरसकर, अपनी हर बात मनवा लेता है। घिसती भी है मेरी नीली शर्ट तो पुरानी जिंदगी की तरह नज़र आती है। जिसमें वक़्त के हर वो पहलू हैं जो मुझे तेरे प्रेम में और ज्यादा घेर लेते हैं। ©- नेहा शर्मा, दुबई UAE मेरी नीली शर्ट #नीली शर्ट
Sapan Kumar Ghosh
वो अक्सर रास्ते पे मिल जाती।निगाहे चार होती,पर बात न हो पाती।गोरे भरे गाल,नीली - नीली आंखे। जींस टॉप में कसा बदन,मुझे जन्नत की हूर लगती।कैसे बात शुरू करू ?कोई जतन काम न आया।रोज के मुलाकात से ढांढस मिलता, उत्साह बढ़ता।उसकी नीली आंखों में खो जाने को आतुर रहता।सारा दिन उसी की याद में मगन रहता।हिम्मत करके उसे प्रेम पत्र थमा आया।सारी रात वो मेरे सपनों में आती रही।मेरी बाहों में सोती रही।अगले दिन से मेरे जीवन मैं बहार आने वाली थी ।ये तो महज एक सपना था।हकीकत में गोरे,भरे बदन की अप्सरा; नीली आंखों वाली जन्नत मेरी होने वाली थी। भोर में ही जाग गया।तैयार होकर निकल पड़ा।दो घंटे रास्ते नापने के बाद मेरी जिंदगी नज़र आ ही गई।आज वो सुर्ख गुलाब सी नजर आ रही थी। आ.. हा..,मेरी स्वपन राजकुमारी ! इसे देख कर दोस्त सब जल मरेंगे।गोरे रंगत पे गुमान करने वाली, सारी भाभी अंगूठा रगड़ - रगड़ के अपने खून को जलाएंगी।आने वाले पल में वो मेरी हमदम,मेरी जान और मेरी महबूबा होगी।मैं उसको देखकर मुसकुराया।पर...वो संयत रही।कोई भी खुशी के भाव उसके चेहरे से नदारत थी।वो मेरे पास आई और बोली," भैया...! इसकी जरूरत मुझे नही है।इस पर हक किसी और का होगा। मैं तो इस खुश्क रास्ते से गुजर चुकी हूं...और वर्तमान में एक पति तथा दो बच्चों की मां भी बन चुकी हूं।" थोड़ी ही दूर पर एक उभरी तोंद वाला,सर पर गिने चुने बालों को ऐसे सहेज रहा था... मानो कई दिनों से भूखा - प्यासे को बिरयानी ले जाने का ऑफर मिला हो।ये क्या से क्या हो गया।मेरी बात बनते - बनते बिगड़ गई।कहा हुस्न की मल्लिका से शुरुआत हुई थी...एक गंजे की बीबी और दो बच्चों की मां पर खत्म हो गई। ©Sapan Kumar Ghosh # Poetry month नीली - नीली आंखे।
Deep Patel
फितरत तो कुछ यूं भी हे इन्सान की, बारिश खत्म हो जाए तो छतरी बोझ लगती हैं. @छतरी