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Stories related to और झूठा इकरार तोहर झूठा

Madhav Awana

#lovelife #sad_shayari #Sad_Status love Shayari झूठा दिलासा लव शायरी शायरी हिंदी में 'दर्द भरी शायरी' शायरी दर्द

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Unsplash झूठा दिलासा 
शायद काली घटाएँ उठी थीं,
और खुशनुमा मौसम नहीं था।
कुछ भी सोचकर उदास मत होना,
मुझे तुम्हारे बिछड़ने का ग़म नहीं था।
मेरी पलकों के किनारे,
शायद यूँ ही शबनम आई थी,
कुछ गले में दिक्कत थी,
जो मेरी आवाज़ भर आईं थी,
तुमने देखा भी होगा,
मैंने मुस्कुराते हुए दी विदाई थी।
हाथ कमज़ोरी से कांप उठे होंगें,
कुछ साँस लेने में दिक्कत आई थी।।
थकान जियादा थी,
खड़े रहने का दम नहीं था।
तुम,कुछ भी सोचकर उदास मत होना,
मुझे तुम्हारे बिछड़ने का ग़म नहीं था।

©Madhav Awana #lovelife #sad_shayari #Sad_Status #love #Shayari झूठा दिलासा  लव शायरी शायरी हिंदी में 'दर्द भरी शायरी' शायरी दर्द

unique writer

झूठा दिखावा नहीं करते

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Parasram Arora

आदम और ईव

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Unsplash वो दिन याद करो 
ज़ब ये आदमी पहले  "आदम "  था 
और स्त्री "ईव " थीं 

तब न आखर था न शब्द न लिपि 
न कोई आपस मे संवाद था 
तब केवल ध्वनि थीं तरंग थीं लय थीं
इसके बाद वो ध्वनि  कब  संगीत बनी कब सरगम मे तब्दील हुई कोई नहीं जानता
लेकिन वो "आदम " तब तक आदमी और  वो ईव स्त्री मे  रूपांतरित 
 हो  गए थे

©Parasram Arora  आदम और ईव

Ashok Verma "Hamdard"

#गांव और शहर

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White अच्छे थे वो, कच्चे घर भी,
इमारतों में, इंतजाम बहुत है!!

गाँव की गलियाँ, खाली पड़ी हैं,
शहरों में, सामान बहुत है!!

खुली हवा में, जो चैन मिलता,
बंद कमरों में, धुआँ बहुत है!!

न रिश्तों की अब, गर्मी बची है,
पर तकनीकी, सम्मान बहुत है!!

दादी-नानी की बातें छूटीं,
 मोबाईल में ही ज्ञान बहुत है!!

सच्ची हंसी, कम दिखती अब,
लेकिन चेहरे पर ,नकाब बहुत है!!

सुख-सुविधाओं से घिरा इंसान,
पर दिलों में, अरमान बहुत है!!

दौड़ रही दुनिया, आगे बढ़ने को,
फिर भी जीने में, थकान बहुत है!!

सादगी की जो मिठास थी कभी,
अब दिखावे में, ईमान बहुत है!!

अकेले होते लोग भीड़ में,
फिर भी दिखते, महान बहुत है!!

*अशोक वर्मा "हमदर्द"*(कोलकाता)

©Ashok Verma "Hamdard" #गांव और शहर
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