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KaviRaj bhatapara
New Year 2025 पहाड़ टूटा गम का पर, हम खुशहाल में रहे। रब ने जिस हाल में रखा, उस हाल में रहे।। लोग आ गये आज से नये साल में, एक हम है जो हमेशा पुराने साल में रहे। ©KaviRaj bhatapara #Newyear2025 आपका शायर #Happybawa sona mishra shayar_dillwala Tarani Nayak...
#Newyear2025 आपका शायर #Happybawa sona mishra shayar_dillwala Tarani Nayak...
read moreसंतोष दत्ता
White कलम से लिख नहीं सकते दिल के अफसाने, मैने उसको दिल से चाहा था। उसके दिल का खुदा जाने। ©संतोष दत्ता #love_shayari अजनबी शायर की
#love_shayari अजनबी शायर की
read moreShilpa Yadav
Unsplash मेरी 565 पोस्ट में केवल 110पोस्ट ही शो हो रहा है मेरी 6वर्षों की मेहनत बर्बाद हो गई है जिसका जिम्मेदार नोजोटो है आए दिन ये ऐप अपनी कमियां दिखाता रहता है मेरी मानसिक पीड़ा का कारण यही नोजोटो है😭😭😭😭😭😭😭😭 ©Shilpa Yadav #leafbook #मेरीकविता# सुरेश अनजान Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) Bhardwaj Only Budana R Ojha ANOOP PANDEY
#leafbook #मेरीकविता# सुरेश अनजान Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) Bhardwaj Only Budana R Ojha ANOOP PANDEY
read moreRAVI Kumar
इश्क में बस यही दो मसले, न हल हुए, न तो वो हमारे हुए, न ही हम पागल हुए। ©RAVI Kumar शायरी हिंदी में शायरी शेरो शायर @puja udeshi
शायरी हिंदी में शायरी शेरो शायर @puja udeshi
read moreHisamuddeen Khan 'hisam'
#actor #HisamuddeenKhanHisam #Love Sandeep Kumar Saveer Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) Irfan Saeed Ashraf Fani Shubham Mishra
read moreShayar Samar S M
White गुजर जाता था हर वक्त जिन दोस्तों के साथ आज उस वक्त का एक हिस्सा भी नहीं मिल पाता है तरस जाती है जिंदगी उन पलों को फिर से जीने की मगर ये जीवन उन पलों को वापस नहीं ला पाता है ©Shayar Samar S M #Sad_Status शायर समर S M
#Sad_Status शायर समर S M
read moreSandip rohilla
बिखरे हुए को खुद ही समेट लेते है। खुद के दर्दों से खुद को लपेट लेते है। पानी के बुलबुले सी हो गई हैं जिंदगी ख़त्म हो जाते हैं जब भी अटेक लेते है। बिखरे हुए को खुद ही समेट लेते है। खुद के दर्दों से खुद को लपेट लेते है। बुझती हुई शाम सा हो गया हूं मैं। बिना कुछ किए बदनाम सा हो गया हूं मैं। ढूंढ़ते हैं सब मुझे मुझमें मगर खुद में गुमनाम सा हो गया हूं मैं। जब से खोया हुआ घर परिंदा लौटा है। तब से उसी को देख लेते है। बिखरे हुए को खुद ही समेट लेते है। खुद के दर्दों से खुद को लपेट लेते है। पानी के बुलबुले सी हो गई हैं जिंदगी ख़त्म हो जाते हैं जब भी अटेक लेते है। ©Sandip rohilla #Silence अज्ञात SIDDHARTH.SHENDE.sid Shilpa Yadav Arshad Siddiqui Anshu writer
#Silence अज्ञात SIDDHARTH.SHENDE.sid Shilpa Yadav Arshad Siddiqui Anshu writer
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