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New ज़ख्म के कलाकार Quotes, Status, Photo, Video

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Sarfaraj idrishi

#Time वक़्त बहुत गहरे ज़ख्म देता है शायद इसीलिए घड़ी मे फूल नही सुइयां होती हैं Islam Sarfraz Ahmad Eshamahi KRISHNA KUMAR KUSHVAHA uda

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वक़्त बहुत गहरे ज़ख्म देता है
शायद इसीलिए घड़ी मे फूल नही
सुइयां होती हैं

©Sarfaraj idrishi #Time वक़्त बहुत गहरे ज़ख्म देता है

शायद इसीलिए घड़ी मे फूल नही

सुइयां होती हैं Islam Sarfraz Ahmad  Eshamahi  KRISHNA KUMAR KUSHVAHA  uda

Ghanshyam Ratre

ठंडा के महिने

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Atul tomar

आज के युवा

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Praveen Jain "पल्लव"

#sadak मानक सफलता के सरकारों के पास है

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पल्लव की डायरी
योजनाओं की धुंध से ओझल जनमानस
उनकी नीतियां जीवन कपकपाती है
सर्द और सुन्न हो गये मन मस्तिष्क
ओले राशन पानी पर गिराकर
महंगाई का कहर रसोई पर बरसाती है
मानक सफ़लता के सरकारों के पास है
गफलत में हम, दम तोड़े जाते है
                                            प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #sadak मानक सफलता के सरकारों के पास है

नवनीत ठाकुर

#षड्यंत्रों की छाया हर दिल पर भारी, भ्रष्टाचार की चादर ने लूट ली जिम्मेदारी। शोषण के जख्म चीखते हैं बेआवाज़, जुर्म के मंजर बन गए रोज़ का आगा

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White षड्यंत्रों की छाया हर दिल पर भारी,
भ्रष्टाचार की चादर ने लूट ली जिम्मेदारी।
शोषण के जख्म चीखते हैं बेआवाज़,
जुर्म के मंजर बन गए रोज़ का आगाज़।

अपहरण के धंधे अब आम हो गए,
अपराधी खुलेआम इनाम हो गए।
छेड़छाड़ के ज़ख्म लहू-लुहान हैं,
इंसाफ के मंदिर खुद बदगुमान हैं।

यह कैसी सभ्यता, यह कैसी रवायत?
जहां जुर्म को मिलती है हर इक सहायत।

©नवनीत ठाकुर #षड्यंत्रों की छाया हर दिल पर भारी,
भ्रष्टाचार की चादर ने लूट ली जिम्मेदारी।
शोषण के जख्म चीखते हैं बेआवाज़,
जुर्म के मंजर बन गए रोज़ का आगा

नवनीत ठाकुर

अलग हूँ मैं, यही है मेरी पहचान, भीड़ से जुदा, मेरी अपनी दास्तान। जीवन का मंच है, मैं कलाकार यहाँ, अपनी तकदीर का हूँ मैं खुद निगहबान।

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कमियां मेरी, मेरी पहचान बन गई,
हर ठोकर से मेरी राह जान बन गई।
हर मोड़ पर मिला एक नया इम्तिहान,
उन्हीं सबकों से मेरी उड़ान बन गई।।
अलग हूँ मैं, यही है मेरी पहचान,
भीड़ से जुदा, मेरी अपनी दास्तान।
जीवन का मंच है, मैं कलाकार यहाँ,
अपनी तकदीर का हूँ मैं खुद निगहबान।।

©नवनीत ठाकुर अलग हूँ मैं, यही है मेरी पहचान,
भीड़ से जुदा, मेरी अपनी दास्तान।
जीवन का मंच है, मैं कलाकार यहाँ,
अपनी तकदीर का हूँ मैं खुद निगहबान।

Irfan Saeed

गहरा है ज़ख्म यार सुनो... #Shayari Love Poetry Arshad Siddiqui R Ojha Yash Mehta Saad Ahmad ( سعد احمد ) Adil khan

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RUPESH Kr SINHA

भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के परनाति

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Sarvesh kumar kashyap

💗 ज़ख्म क्या बाकई..🤷😯 #SAD Life #shayri #status #viral #Trending

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जय सिंह यादव

विष्णु# के चरणों# में लक्ष्मी# जी के# चरण#

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