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Sushma
White औरत तेरी यहीं कहानी सदा चली आई है पहले तू बच्चों का मुॅह देख, आत्म सम्मान पर चोट बरदाश्त कर जीती आई हैं फिर एक बेटी, माँ का मुॅह देख जीती जाती हैं यहीं चक्र चलता आ रहा है यहीं सदीयों तक चलेगा.... ©Sushma #goodnightimages #औरत तेरी यहीं कहानी सदा चली आई है पहले तू बच्चों का मुॅह देख, आत्म सम्मान पर चोट बरदाश्त कर जीती आई हैं फिर एक बेटी, माँ
#goodnightimages #औरत तेरी यहीं कहानी सदा चली आई है पहले तू बच्चों का मुॅह देख, आत्म सम्मान पर चोट बरदाश्त कर जीती आई हैं फिर एक बेटी, माँ #विचार
read moreFunnybaba0555
गर्लफ्रेंड के चक्र मैं नुकसान 🤣 # #funnybaba0555 #treanding #short #funnyvideos Hisar🙏🇮🇳 ॐ_नमः_शिवाय_🙏🇮🇳 हर_हर_महादेव_🙏🇮🇳 हर #कॉमेडी #हरियाणा🙏🇮🇳
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} दुर्गुण - दुराचारों से ही मनुष्य चौरासी लाख योनियों एवं नरकों में जाता है, और दु:ख पाता है। अत: जन्म- मरण के चक्र से छूटने के लिये दुर्गुण- दुराचारों का त्याग करना परम् आवश्यक है। ©N S Yadav GoldMine #goodnightimages {Bolo Ji Radhey Radhey} दुर्गुण - दुराचारों से ही मनुष्य चौरासी लाख योनियों एवं नरकों में जाता है, और दु:ख पाता है। अत:
#goodnightimages {Bolo Ji Radhey Radhey} दुर्गुण - दुराचारों से ही मनुष्य चौरासी लाख योनियों एवं नरकों में जाता है, और दु:ख पाता है। अत: #मोटिवेशनल
read moreपंच_भाषी_संस्कृत_लेखिका_तरुणा_शर्मा_तरु
हमारी वास्तविक आवाज स्वलिखित विचारानाम् गृहम् यस्मिन् गृहे माता भगिनी हिन्दी अनुवाद #Life #Trending #indianwriter #femalerealvoice #tarukikalam25 #संस्कृतविचार
read moreUrooj Khan
White शक,, किसी भी रिश्ते में लगी उस दीमक की तरह है, जो उस रिश्ते को अंदर ही अंदर कमजोर बहुत कमजोर कर देता है, ज़ब तक इस बात का आभास होता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है, सिवाय पछतावे के कुछ हाथ नही लगता है ज़ब गलतफहमीयों का सिलसिला बड़ जाता है तब चाहे कोई भी रिश्ता क्यूँ ना हो जिसकी बुनियाद प्यार हो, टूट ही जाता है अगर उन गलतफहमीयों को समय रहते दूर न किया जाए ऐसा ही कुछ इस धारावाहिक के नायक और नायिका की जिंदगी में भी हुआ, जिनके दरमियान प्यार तो बहुत था लेकिन कुछ गलत फेहमीयों के चलते उनका रिश्ता टूटने की कगार पर आन पंहुचा आइये जानते है क्या उनके बीच की गलत फेहमीया दूर हो जाएंगी, आखिर क्या वजह रही जो उनके दरमियान शक नामी कीड़े ने घर बना लिया क्या इसकी वजह किसी तीसरे का उनके दरमियान आ जाना था, जानने के लिए शुरू करते है, धारावाहिक वो हमसफ़र का पहला भाग ©Urooj Khan #धारावाहिक को पढ़ने के लिए लिंक पर click करे धन्यवाद https://pratilipi.page.link/NeBAArUL71s8djUW9
#धारावाहिक को पढ़ने के लिए लिंक पर click करे धन्यवाद https://pratilipi.page.link/NeBAArUL71s8djUW9 #लव
read moreDevesh Dixit
काल चक्र (दोहे) काल चक्र है घूमता, समझो इसका सार। देता सबको सीख है, जो माने वह पार।। रचा ईश ने जब इसे, मकसद है कुछ खास। सदुपयोग इसका करें, उनको भी है आस।। काल चक्र के देवता, देते हैं परिणाम। जिसका जैसा कर्म है, वैसा उसको दाम।। काल चक्र बलवान है, कहते सभी सुजान। विमुुख न होना तुम कभी, बनकर के अनजान।। काल चक्र से बच सका, जरा बताओ कौन। मूल्य नहीं क्यों जानते, अभी रहो तुम मौन।। .......................................................... देवेश दीक्षित. ©Devesh Dixit #काल_चक्र #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry काल चक्र (दोहे) काल चक्र है घूमता, समझो इसका सार। देता सबको सीख है, जो माने वह पार।। रचा
#काल_चक्र #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry काल चक्र (दोहे) काल चक्र है घूमता, समझो इसका सार। देता सबको सीख है, जो माने वह पार।। रचा #Poetry #sandiprohila
read moreHina Kumari my Instagram ID @Rakesh radhika sarda
White श्री कृष्ण 🥰 गोविंद मुरारी ♥️ Uff तुम्हारी ये मुस्कान 💞 “ दिल तुमसे लगा बैठे हैं, प्रेम की राह पर सपने सजाएं बैठे है, हर किसी ने तोड़े है सपने हमारे, एक तू ही है कन्हैया, जिससे हर उम्मीद लगाए बैठे है…” श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी , हे नाथ नारायण वासुदेवा..!!😘😘❤️😌 ©Hina Kumari my Instagram ID @Rakesh radhika sarda #sad_shayari 🙏🙏जय श्री कृष्ण 🙏🙏 रंग तो तेरा श्याम है कान्हा तिरछे तेरे नैन, रूप सलोना है मोहन और बांके तेरे बैन...!! शंख चक्र वैजयंती माल
#sad_shayari 🙏🙏जय श्री कृष्ण 🙏🙏 रंग तो तेरा श्याम है कान्हा तिरछे तेरे नैन, रूप सलोना है मोहन और बांके तेरे बैन...!! शंख चक्र वैजयंती माल #Video #Bhakti #Like__Follow__And__Share
read moreMahadev Son
आत्मा जल समान सा शुद्ध निर्मल प्रवेश निकास का स्वयं राह ढूंढ लेती समुद्र से बादल बन मेंह बनकर फिर बरसती बहती मिल जाना अंत समुद्र में चक्र आत्मा का भी कुछ ऐसा आत्मा पवित्र और शुद्ध होती मैला तो तन और मन होता जल को क्या मालूम बिस्लेरी का काम बुझाना प्यास जल का आत्मा का वास तन का मन क्या जाने उसको तो बस रहता इंतजार उस दिन मिलन होना प्रभु से कब इसी आस में जीना ©Mahadev Son आत्मा जल समान सा शुद्ध निर्मल प्रवेश निकास का स्वयं राह ढूंढ लेती समुद्र से बादल बन मेंह बनकर फिर बरसती बहती मिल जाना अंत समुद्र में च
आत्मा जल समान सा शुद्ध निर्मल प्रवेश निकास का स्वयं राह ढूंढ लेती समुद्र से बादल बन मेंह बनकर फिर बरसती बहती मिल जाना अंत समुद्र में च #Bhakti
read moreMahadev Son
White जीवन की परिभाषा चार लक्ष्यों को प्राप्त करना धर्म, काम, अर्थ और मोक्ष धर्म - सदाचार, उचित, नैतिक जीवन काम - चारों लक्ष्यों को पूर्ण करना है अर्थ - भौतिक समृद्धि, आय सुरक्षा, जीवन के साधन इन तीनों के लिये सभी निरंतर प्रयास करते... मोक्ष के लिये सोचते भी नहीं क्योंकि मुश्किल या मालूम ही नहीं.... मोक्ष - मुक्ति, आत्म-साक्षात्कार। जीवन की अंतिम परिणति है। मोक्ष आत्मा को भौतिक संसार के संघर्षों और पीड़ा से मुक्त करता है! आत्मा को जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म के अंतहीन चक्र से मुक्त करता है! ©Mahadev Son जीवन की परिभाषा चार लक्ष्यों को प्राप्त करना धर्म, काम, अर्थ और मोक्ष धर्म - सदाचार, उचित, नैतिक जीवन काम - चारों लक्ष्यों को पूर्ण करना ह
जीवन की परिभाषा चार लक्ष्यों को प्राप्त करना धर्म, काम, अर्थ और मोक्ष धर्म - सदाचार, उचित, नैतिक जीवन काम - चारों लक्ष्यों को पूर्ण करना ह #Bhakti
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आत्मा थी अज़र है अमर रहेगी जन्म मन का, मरण तन का हुआ यही जीवन चक्र सृजन हुआ जिसका नष्ट भी होना तय उसका सफर यही तक ये तेरी ही भूल थी त्याग देगा, भर जायेगा, मन इस तन से मन तो अज़र है बस कर्मों पे निर्भर है कर्म अच्छे होंगें जितने तन पायेगा वैसा जैसे जेब में पैसे होते वैसे वस्त्र खरीदता तू गणित यहाँ माया का वहाँ कर्मों का हिसाब किताब जैसा वैसा तन पायेगा भोगेगा क्या फिर से मन को भी न मालूम वर्ना छोड़ता न कभी इस तन को ©Mahadev Son आत्मा थी अज़र है अमर रहेगी जन्म मन का, मरण तन का हुआ यही जीवन चक्र सृजन हुआ जिसका नष्ट भी होना तय उसका सफर यही तक ये तेरी ही भूल थी त्याग द
आत्मा थी अज़र है अमर रहेगी जन्म मन का, मरण तन का हुआ यही जीवन चक्र सृजन हुआ जिसका नष्ट भी होना तय उसका सफर यही तक ये तेरी ही भूल थी त्याग द #Bhakti
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