Nojoto: Largest Storytelling Platform

New कुंकु झाल वैरी Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about कुंकु झाल वैरी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कुंकु झाल वैरी.

    PopularLatestVideo

Parasram Arora

झाल......

read more
क्या हम उन मछलियों  की  भान्ति ही नही हैं
ज़ो कि मछुए  क़े जाल में फंस गई हैं
और तङप रही हैं
लेकिन ये भी कटु  सत्य हैं.
कि हम केवल  फंसी हुई  मछलिया ही नही हैँ
वो
जाल भी  हमी  हैं  और मछुआ भी हमी हैं
इतने बंधनों  और दुखो क़े स्रष्टा भी हम ही हैं
ये सब हमारे चित्त की सृष्टि हैं
फिर भी हमेँ इस तथ्य में  ही
मुक्ति  की  संभावना  क़े दर्शन  क्यों नही होते?

©Parasram Arora झाल......

Parasram Arora

झाल #कविता

read more
mute video

im प्रेम

वैरी सेड #कामुकता

read more
mute video

Deep Shikha

#वैरी साथिया

read more
है न ये जानना जरूरी 
क्यूँ हुई ये दूरी हमारे साथ 
कभी ताउम्र संग रहने के वादे जो किए थे 
अब तो बता दो ,
क्यूँ न रही वो हाथों में हाथ #वैरी साथिया

Vivek singh

वैरी स्पेशल डे

read more
आज पता है क्या है 
आज गाँधी जयंती है वैरी स्पेशल डे

sona

साजनवा वैरी हो

read more
mute video

Datta Dhondiram Daware

वैरी संजना #InspireThroughWriting #thought

read more
संगत तुझीच असावी जन्मभर,
    जगण्याला नसावे कसलेच भान...!
नाव तुझेच धडधडत्या हृदयात, 
   वैरी नाही मी तुझा असू दे जाण...! 
भर रक्ताने माझ्या मळवट तुझा,
    वचन दे मला मोडू नकोस ही आण...!

*सम्राट दत्ता डावरे*
९७३००३७०५३ वैरी

संजना

#InspireThroughWriting

SK

रित झाल मन

read more
रितं झालं मन, रितं झालं जीवन
जगता येईना, येईना मरण
वाट मिळेना रस्ता कळेना
काय चुकले काही उमजेना
जाऊ  कुठे राहू कुठे
आधाराला पाहू कुठे
देव बसला दगड होऊन
माणसे राहिली मजा बघून
जीव लावला जीव गेला
इथे रडाया वेळ कोणाला
✍🏻 SK रित झाल मन

Parasram Arora

झाल और मुक्ति

read more
क्या हम  उन मछलियों  की भाँती
ही नहीं हैँ  जो
कि मछुऐ  क़े जाल  मे फंस गई हैं?
और  तङप रही हैँ
लेकिन  इससे  निराश होने का  कोई
कारण नहीं है..... क्योंकि   ऐक और सत्य
भी  सामने  दिखाई पड़ रहा है कि
हम केवल फंसी हुई मछलियां ही नहीं  है बल्कि
झाल भी  हमी हैँ  और मछुआ भी हमी. है
और इसीमे ही हमारी मुक्ति का द्वार भी छिपा है
अपने सारे  बंधनो और दुखों  क़े स्रष्टा  हम ही  है
और ये सब  हमारे अपने  ही चित्त की सृष्टि है
तब क्या  इसमें ही.... हमें तथ्य  मे ही मुक्ति की
संभावना क़े  दर्शन नहीं हो जाते है?

©Parasram Arora झाल और मुक्ति

Ashif Bhai

आई एम वैरी हैप्पी #संगीत

read more
दोस्तों की दुआ अब के सावन में ये शरारत हमारे साथ हुई
अब के सावन में ये शरारत हमारे साथ हुई
सारा शहर छोड़ कर मेरे ही घर बरसात हुई आई एम वैरी हैप्पी
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile