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F M POETRY
Unsplash हमें तुमसे कोई शिक़वा नहीं है.. मगर अब तुमसे चाहत भी नहीं है.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY #हमें तुमसे कोई....
#हमें तुमसे कोई....
read moreडॉ.अजय कुमार मिश्र
White बहुत लोग हैं मेरे साथ, फिर भी आज मैं तन्हा हूं, जाने क्यों खुली आसमां से ,व्यथा आज कहता हूं। हमें आदत थी हमेशा आग और बर्फ पर चलने की, आज सर्द हवाओं के सर्दी से भी जाने क्यों बचता हूं। धधकती आग तो दूर, आज आग के धुएं से भी डरता हूं।। कोई चोटिल न हो जाए मेरे खट्टे मीठे शब्दों से , आज जुबान से निकलने वाली हर शब्द से डरता हूं। कौन सक्स कब हमें कह दे गुनहगार। आज हर सक्स के नजरों से डरता हूं। ©डॉ.अजय कुमार मिश्र डरता हूं
डरता हूं
read moreF M POETRY
White इश्क़ तुमसे है प्यार तुमसे है.. दिल का रिश्ता भी यार तुमसे है.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY #प्यार तुमसे है.
#प्यार तुमसे है.
read mores गोल्डी
एक मैं ही हूं जो उससे सच्चा प्यार करता हूं उसका "HUSBAND" तो उससे सारा दिन काम ही करवाता रहता है..!! 😃😅😃 ©s गोल्डी एक मैं ही हूं जो उससे सच्चा प्यार करता हूं उसका "HUSBAND" तो उससे सारा दिन काम ही करवाता रहता है..!! 😃😅😃
एक मैं ही हूं जो उससे सच्चा प्यार करता हूं उसका "HUSBAND" तो उससे सारा दिन काम ही करवाता रहता है..!! 😃😅😃
read moreAjay Tanwar Mehrana
ना मेरा कोई मेरा रहबर मेरा रब ना हितैषी मैं ही तो हूं जो मेरा सब मोड़ सब आंधी तूफानों की मरोड़ कोई कह तो दे कि मैं बर्बाद हूं । मैं चला बंदिश जमाने की भी तोड़ असल मायने में तो मैं आजाद हूं । जी रहे सब दुःख भरी मर्यादाओं में मैं नहीं विक्षत ना ही दिलशाद हूं , कालचक्र कर्मकांडों की ये सीमा तो भी चलती चक्की का उन्माद हूं । मैं चला बंदिश जमाने की भी तोड़ असल मायने में तो मैं आजाद हूं । ना मैं जकड़ा जातियों, पंथों, धर्म ने ना समाज की रिवाजों के भरम ने , झूठ सब देवों - देवियों की ये लीला 'अजय' खुले द्वंद्वों में बजता नाद हूं ! मैं चला बंदिश जमाने की भी तोड़ असल मायने में तो मैं आजाद हूं । ©Ajay Tanwar Mehrana मैं आजाद हूं
मैं आजाद हूं
read moreBS NEGI
White स्वयं की खोज में हूँ, शांत एवं मौन मैं हूँ, पथिक हूँ सत्यपथ का, मैं स्वयं में ही व्यस्त हूँ! ©BS NEGI व्यस्त हूं
व्यस्त हूं
read moreSatish Kumar Meena
अकेले बैठ कहीं, ऐसा सोच रही हूं। दुनियां की बदली तस्वीर, नोंच रही हूं।। मुझे लगा हालात, वक्त आने पर सुधर जाएंगे। अपने किरदार को, एक उदाहरण से निभाएंगे। मैं फिर से पुरानी तस्वीर, खरोंच रही हूं। दुनियां की बदली तस्वीर, नोंच रही हूं।। ©Satish Kumar Meena सोच रही हूं
सोच रही हूं
read moreMatangi Upadhyay( चिंका )
स्त्री प्रेम नहीं करती, पूजा करती है, उस पुरूष की, जो उसे प्यार और सम्मान देता है, स्त्री सौंप देती है अपना सब कुछ,, उस पुरूष को, जिसके स्पर्श और भाव से वो संतुष्ट होती है, स्त्री छूना चाहती है प्रेम में उस पुरूष को जिसके कांधे पर सिर रख खुद को सुरक्षित महसूस करती है, स्त्री होकर भी नहीं हो पाती उस पुरूष की, जो खुद के पौरुष की ताकत हर वक्त दिखाता रहता है कभी उसके तन पर तो कभी उसके कोमल मन पर, स्त्री नफरत करती है उस पुरूष से, जो उसके अस्तित्व को ठेस पहुँचाते है, स्त्री लड़ना नहीं चाहती पर लड़ जाती है उस पुरूष से, जिस पर अपना अधिकार समझती है, स्त्री बड़बोली होती है, पर खामोश हो जाती है तब जब प्रेम में किसी वस्तु की तरह ठुकरा दी जाती है, स्त्री कभी पलटकर नहीं देखती उस पुरूष को, जो प्रेम के नाम पर या तो उसके शरीर से प्रेम करता है या उसके यौवन से, स्त्रियाँ प्रेम नहीं करती, पूजा करती है उस पुरूष की जो उनका सम्मान करते है, जो उन्हें तब तक स्पर्श नहीं करते, जब तक वो उसके मन को छू नहीं लेते, स्त्रियाँ पुरूष के पौरुष से नहीं उसके व्यक्तित्व से प्रेम करती है, जो परमेश्वर नहीं होता बल्कि होता है प्रेमी, बस एक प्रेमी जो पढ़ना जानता हो उसके मौन को..! ©Matangi Upadhyay( चिंका ) स्त्रियां प्रेम नहीं करती,पूजा करती हैं ।🤔 #matangiupadhyay #Nojoto #Hindi #Love
स्त्रियां प्रेम नहीं करती,पूजा करती हैं ।🤔 #matangiupadhyay #Hindi #Love
read moreAshok Verma "Hamdard"
White आदतें मुझमें भी बुरी हैं, मगर, दिल में नफरत के शोले जलाता नहीं हूं। जो भी मिला, भगवान का करम है, दूसरों का देख कर ललचाता नहीं हूं। मंज़िलें दूर सही, हौसले मेरे बुलंद हैं, गिरता हूं, मगर उठकर संभल जाता हूं। चमकती दुनिया पर नज़र डाल लेता हूं, पर खुद को बेवजह बदलता नहीं हूं। जिंदगी के सफर में सबक सीखे हैं, अपने हिस्से की खुशी चुराता नहीं हूं। दूसरों की राहें, उनकी मेहनत है, किसी की तकदीर से जलता नहीं हूं। जो मिला उसे शुक्रिया अदा करता हूं, शिकायतों के पुलिंदा संभालता नहीं हूं। सच की राह पर चलने की आदत है, जूठे लिबास में कभी ढलता नहीं हूं। ©Ashok Verma "Hamdard" जलता नहीं हूं
जलता नहीं हूं
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