Find the Latest Status about सम्यक् का अर्थ संस्कृत में from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सम्यक् का अर्थ संस्कृत में.
Himanshu Prajapati
शब्द का मतलब है और मतलब के शब्द, सब अर्थ का अनर्थ है.! ©Himanshu Prajapati #feather शब्द का मतलब है और मतलब के शब्द, सब अर्थ का अनर्थ है.! #36gyan #hpstrange
#feather शब्द का मतलब है और मतलब के शब्द, सब अर्थ का अनर्थ है.! #36gyan #hpstrange
read moreRAMLALIT NIRALA
White महाकुंभ मैं बोलना नहीं चाहता था पर बोलना पड रहा है सबसे पहले उन लोगों को जो भगदड मे दब कर मौत हो गई कुंभ के मेले मे उन के आत्मा को शान्ति के लिए मैं ईस प्राकृतिक से बिनती करता हूँ कि उनकी आत्मा को शान्ति प्रदान करे सम्भल जाओ आम जनता नहीं तो ईसितर दबाकर कुचले जाओगे कब समझोगे कभी धर्म के नाम पर कभी जाती के नाम पर ©RAMLALIT NIRALA पुजा का क्या अर्थ है कौई बतायेगा कौई भी बताये पुरे भारत में
पुजा का क्या अर्थ है कौई बतायेगा कौई भी बताये पुरे भारत में
read moreगुरु देव[Alone Shayar]
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset Hey 👋 frd how's you today 👋 ©गुरु देव[Alone Shayar] #SunSet शायरी हिंदी में शायरी दर्द Sanju Slathia संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु Vikram vicky 3.0 Neel KK क्षत्राणी
#SunSet शायरी हिंदी में शायरी दर्द Sanju Slathia संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु Vikram vicky 3.0 Neel KK क्षत्राणी
read moreMohan raj
अपना समय कभी व्यर्थ न जाने दें, याद रखें यही समय हमारे पास है, हमेशा अपने समय का सही काम में उपयोग करें कदापि भवतः समयः व्यर्थं न भवतु, स्मर्यतां यत् एषः एव समयः अस्माकं प्राप्तः, सर्वदा स्वसमयस्य उपयोगं सम्यक् कार्ये कुर्वन्तु Never let your time go waste, remember this is the only time we have got, always use your time in the right work Dhanywaad Har Har Mahadev ©Mohan raj #Life Lessons Motivational कदापि भवतः समयः व्यर्थं न भवतु, स्मर्यतां यत् एषः एव समयः अस्माकं प्राप्तः, सर्वदा स्वसमयस्य उपयोगं सम्यक् कार्ये
Life Lessons Motivational कदापि भवतः समयः व्यर्थं न भवतु, स्मर्यतां यत् एषः एव समयः अस्माकं प्राप्तः, सर्वदा स्वसमयस्य उपयोगं सम्यक् कार्ये
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
New Year Resolutions तरुः यथावत् तिष्ठति, कदापि परिवर्तनं न करिष्यति हिन्दी अनुवाद तरु जैसी है वैसी ही रहेगी खुद को कभी बदलने ना देगी ©संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु २०२४ के अध्याय को अलविदा २०२५ के अध्याय का आरंभ #wellwisher_taru #नववर्ष #Nojoto #Poetry #Life #कवितावाचिका #संस्कृत #newyearresolution
२०२४ के अध्याय को अलविदा २०२५ के अध्याय का आरंभ #wellwisher_taru #नववर्ष Poetry Life #कवितावाचिका #संस्कृत newyearresolution
read moreParasram Arora
Unsplash मन अगर संवेदबमनाओ के संवेनद से भरा हो तों अनर्थ क़ी झड़ मे से भी अर्थ डुंडा जा सकता है ©Parasram Arora अर्थ अनर्थ
अर्थ अनर्थ
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
White मातामही मातामहः ग्राम: अहं तत् क्षणं बहु मधुरं मन्ये यः ग्रामे निवसति स्म पन्थाने कृषिक्षेत्राणि,कोष्ठानि च गृहीतः, मया सः क्षणः वास्तवमेव अतीव मधुरः इति ज्ञातम्। पूर्वं यदा मम मातामही मातामहः ग्रामः अहं बाल्यकाले गच्छामि स्म, हिन्दी अनुवाद नाना नानी के गांव वो क्षण ही बड़ा प्यारा लगा करता था जो गांव में बिता करता था पगडंडी पर खेत खलिहानों का जायजा लिया जाता था, सच वो क्षण बड़ा ही प्यारा लगा करता था जब नाना नानी के गांव बचपन में जाना हुआ करता था, ©संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru #Po
स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru Po
read moreMayuri Bhosale
❣️❣️ ... प्रेमाचा खरा अर्थ...❣️❣️ मी उभी इथे🙋 तू पाहशील मला जिथे🤷 दूर झाल्या आपल्या वाटा साऱ्या मिळुनी तिथे.🛣️ मी आकाशातील धुके 🌨️ तू न बोलताच शब्द पडले मुके 🤫 ढगांचे हे आज कालचे असे वागणे वाऱ्याला सारखे खूपे. मी सागरातील लाट 🌊 तू न संपणारी वाट 🛣️ सुंदर स्वप्न वेडी प्रेमाची होईल एक दिवस पहाट.🌅 मी बासरीतील सूर 🎶 तू गीत बोलती मधुर 🎵 किमया सारी सप्तसुरातील स्वरांची गेली कुठे निघूनी दूर. मी तुला रागावणे 🤨 तू त्यावर काहीच न बोलणे🤫 भासते जणू आभाळाचे सावलीला काहीसे बिलगणे. 🌫️ मी नात्यातला दुरावा💔 तू कृष्ण राधेच्या प्रेमातील पुरावा 👩❤️👨 आंबट गोड नातं फुलूनी तो हृदयात निरंतर मुरावा.❤️🩹 मी जपला नात्यात निस्वार्थ 🤷 तू दिलास प्रेमाचा खरा अर्थ💓♥️ लोक त्याला उपमा देऊनी साधून घेती स्वतःचा स्वार्थ.😔 ©Mayuri Bhosale # प्रेमाचा खरा अर्थ
# प्रेमाचा खरा अर्थ
read moreJitendra Giri Hindu
"1. **यथा वा वदति सदा तद्वदन्तु तत्त्वदर्शिनः।** - "जैसा कोई कहता है, वैसा ही सदैव सच को कहो।" 2. **कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।** - "आपका अधिकार केवल कार्य पर है, फलों पर नहीं।" 3. **सर्वधर्मान्परतित्यज्य मामेकं शरणं व्रज।** - "सभी धर्मों का त्याग करके केवल मेरी शरण में आओ।" 4. **वक्तव्यं न हि नष्टं न चान्यस्य समृद्धि।** - "किसी के अपमान के लिए शब्दों का अनर्थ नहीं होना चाहिए।" 5. **आगमोऽपि सदा शान्ति यस्तु संकल्पयेत् सदा।** - "जो संकल्प करता है, वह सदा शांति प्राप्त करता है।" 6. **विद्या ददाति विनयं विनयाद्यति पात्रताम्।** - "ज्ञान विनय को देता है, विनय से पात्रता प्राप्त होती है।" 7. **सत्यं वद धर्मं चर।** - "सत्य बोलो और धर्म का पालन करो।" 8. **दृष्ट्वा वा ज्ञात्वा वा परार्थं त्यजेत् स्वार्थम्।** - "दृष्टि से या ज्ञान से, स्वार्थ का त्याग कर देना चाहिए।" ©Jitendra Giri Hindu "संस्कृत उद्धरण: ज्ञान और प्रेरणा का स्रोत" संस्कृत, उद्धरण, ज्ञान, प्रेरणा, जीवन, धर्म, सत्य, विनय, कर्म, संस्कृति, शांति, राजा, उत्कर्ष, स
"संस्कृत उद्धरण: ज्ञान और प्रेरणा का स्रोत" संस्कृत, उद्धरण, ज्ञान, प्रेरणा, जीवन, धर्म, सत्य, विनय, कर्म, संस्कृति, शांति, राजा, उत्कर्ष, स
read more