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Mahesh Patel
White सहेली.... ज्ञानी होने से शब्द समझ आने लगते हैं.. अनुभवी होने से अर्थ... लाला..... ©Mahesh Patel सहेली.....अर्थ... लला....
सहेली.....अर्थ... लला.... #Shayari
read moreGanesh joshi
White असतो मा सद्गमय तमसो मा ज्योतिर्गमय। अर्थ : मुझे असत् से सत् की ओर ले जायें, अंधकार से प्रकार की ओर ले जायें। ©Ganesh joshi #life_quotes असतो मा सद्गमय तमसो मा ज्योतिर्गमय। अर्थ : मुझे असत् से सत् की ओर ले जायें, अंधकार से प्रकार की ओर ले जायें।
#life_quotes असतो मा सद्गमय तमसो मा ज्योतिर्गमय। अर्थ : मुझे असत् से सत् की ओर ले जायें, अंधकार से प्रकार की ओर ले जायें। #Motivational
read moreGanesh joshi
White अन्तो नास्ति पिपासायाः । अर्थ : तृष्णा का अन्त नहीं है । ©Ganesh joshi #shayari अन्तो नास्ति पिपासायाः । अर्थ : तृष्णा का अन्त नहीं है । #story #status #motivatation #Gym
shayari अन्तो नास्ति पिपासायाः । अर्थ : तृष्णा का अन्त नहीं है । #story #status #motivatation #Gym #Motivational
read moreMohan raj
White प्रज्ञायाः अर्थः ज्ञानस्य अर्थः - आत्मानं दृढं साहसं च कर्तुं। बुद्धि अर्थात ज्ञान का अर्थ है - अपने आप को मजबूत और साहसी बनाना। Wisdom means knowledge means - to make oneself strong and courageous. Dhnyvaad Har Har Mahadev ©Mohan raj #Buddha_purnima बुद्धि अर्थात ज्ञान का अर्थ है - अपने आप को मजबूत और साहसी बनाना।
#Buddha_purnima बुद्धि अर्थात ज्ञान का अर्थ है - अपने आप को मजबूत और साहसी बनाना। #Life
read moreBhanu Priya
White अश्रुओं को चुरा लिया मगर चक्षुओं को न छुपा पाया एक ओर कांच तोड़ती गई एक ओर छल का धागा जोड़ती गई । ©Bhanu Priya #अश्रुओं को चुरा लिया मगर चक्षुओं को न छुपा पाया एक ओर कांच तोड़ती गई एक ओर छल का धागा जोड़ती गई ।
Ganesh joshi
White प्कृति पृथ्वी की सुदंरता है ©Ganesh joshi #Lake #अर्थ #Earth #prakriti #ganeshjoshibkn
Rakesh India
White स्त्री के बगैर पुरुष की जिंदगी बेकार है. उसे हमेशा एक स्त्री का साथ चाहिए. फिर वो चाहे मन्दिर हो या संसार. मंदिर में कृष्ण के साथ --> राधा राम के साथ --> सीता शंकर के साथ --> पार्वती सुबह से रात तक मनुष्य को अपने हर काम में एक स्त्री की आवश्यकता होती ही है. पढ़ते समय --> विद्या फिर -> लक्ष्मी और अंत में --> शाँति दिन की शुरुआत ऊषा के साथ, दिन की समाप्ति --> संध्या से होती है. किन्तु काम तो -> अन्नपूर्णा के लिये ही करना है। ©Rakesh India #आदमी#ओर#ओरत का किरदार
#आदमी#ओर#ओरत का किरदार #Motivational
read moreDev Rishi
गुजर गये है गांव से शहर की ओर.... तनख़ा दो से चार हुई है हां शहर की ओर... अपनी मंजिल अक्सर शहर में क्यों मिलती है गांवों की रौनक धुंधली हो चुकी है क्योंकि कि ... सब जा रहा है शहर की ओर ©Dev Rishi #शहर की ओर
#शहर की ओर
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