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SILENT BABA
White सुनो सजनी 💖💖💖 इश्क़ की घड़ी को भी,,, तेरे सजदे मे रोक देंगे ,,, हम तो मोहब्बत की राह में ,,, कयामत को भी रोक देंगे ,,, ©SILENT BABA #wallpaper
`sanju sharan
White इस नाउम्मीद की रात में कब जगेगी उम्मीद तीस चांद की रात तीस अमावस्या की रात में उम्मीद टूटते हुए देखा कहीं भी आस का जुगनू नज़र ना आया मुझे एक उम्मीद की लौ जला दे मेरे प्रभु एक दूज का चांद दिखा दे फिर एक खुशनुमा सुबह का दर्शन करा दे प्रभु अब सहन नहीं होता अपनों की तकलीफ़ एक उम्मीद की झलक दिखला दे प्रभु दिखला दे प्रभु...... ©`sanju sharan #wallpaper
Reddy Awesome
నన్ను మరిచినా నా అక్షరాలు నీతో వుండాలని రాస్తున్న..✍️✍️ ©Reddy Awesome #wallpaper
samandar Speaks
White छूटते क्रिकेट का रंज ओ दर्द लाता है, बचपना भी जाने कैसे छूट जाता है। लड़के जिनके संग हंसी में खो गई थीं राहें, ज़िंदगी का जाल एक दिन सबको फँसाता है। थी ज़मीं मैदान की और आसमान अपना, अब वो ख़्वाब आँखों में ही सिमट जाता है। जिम्मेदारियों का बोझ ढोते-ढोते हम बड़े हो गए अब खुद से ही अपना बचपन जी चुराता है। वो गुलेल, वो पतंगें, खेल के जो साथी, हर क़दम पे दिल उन्हें फिर से बुलाता है। बचपन की कसक ये दिल से जाती ही नहीं, वो फ़िज़ा, वो बेफिक्री फिर कौन पाता है । समंदर अब भी गुम हैं चंद सवालातों में हर जेहन में वो ख़्याल भला किसके आता है राजीव ©samandar Speaks #good_night Anant Satyaprem Upadhyay Mukesh Poonia Gautam Kumar Internet Jockey
#good_night Anant Satyaprem Upadhyay Mukesh Poonia Gautam Kumar Internet Jockey
read moreAlfaaz dil se
White एक खालीपन सा है अभी ए खुदा मेरे लफ्जों की स्याही में, मिलेंगी तुझे तो जब ढूंढेगा छींटे गहरी मेंरी तन्हा स्याही में, गुप अंधेरा दिखा है मुझको जब जब ढूंढा तुझे स्याही में, रंग चाहे कितने भी रख लूं तेरे बिन मैं कागज़ की स्याही में, रूप निखार सब लिख देते हैं मैं लिखता सादगी तेरी स्याही में, जान डाल देती है एक अदा बस तेरी ना जानें क्यों स्याही में।। ©Alfaaz dil se #wallpaper
samandar Speaks
White कतकी पूनम की धवल यामिनी कतकी पूनम की धवल यामिनी, नीली चादर पर बिछी चांदनी। शीतल किरणों का मृदुल स्पर्श, करे मन को स्निग्ध अमरता अर्पण। बहे मंद-मंद पवन का गीत, लेकर लहरों का मीठा संगीत। कांपे पत्तों पर चाँदी सी धार, ज्यों थिरके मन का कोई विचार। तारों की मद्धम मुस्कान देख, सुध-बुध भूले नील गगन के मेख। नीरवता बोले नीरव भाषा, रात की गोद में सोये आशा। चमके अम्बर के नील कटोरे, चंदा बरसाए शीतल चंदोरे। कतकी पूनम की यह यामिनी, मधुर रागिनी सी सजी चांदनी। ©samandar Speaks #love_shayari Gautam Kumar Mukesh Poonia Radhey Ray खामोशी और दस्तक अंजान
#love_shayari Gautam Kumar Mukesh Poonia Radhey Ray खामोशी और दस्तक अंजान
read moresamandar Speaks
White मन खफा है, गुमशुदा है, ग़म का साया है, अजनबी-सा कोई दर्द, बेवजह भीतर पला है। राहें भी चुप हैं, मंज़िलें धुंधली, कदम रुक-रुक से, जैसे कोई थका कारवां। आसमान बेरंग है, सितारे कहीं खो गए, चाँदनी भी अब अंधेरों में घुल गई है। अश्क हैं, मगर बहते नहीं, जख्म हैं, पर दिखते नहीं, जैसे कोई राज़ छुपा है, सांसों की खामोशी में। खुशियां अधूरी, सपने बेमानी, हर चाहत जैसे खो गई ज़िंदगी की भीड़ में। रूह में शोर है, मन की परतों में ख़ामोशी, सवालों की कैद में कोई जवाब नहीं मिलता। शायद ये ग़म ही मेरा हमसफ़र है, या खामोशियों में बसी एक उलझन, लेकिन कहीं… धुंध के उस पार एक किरण बाकी है। Rajeev ©samandar Speaks #good_night Gautam Kumar Mukesh Poonia Radhey Ray खामोशी और दस्तक अंजान
#good_night Gautam Kumar Mukesh Poonia Radhey Ray खामोशी और दस्तक अंजान
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