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Das Ghayal
#RIPRohitSardana इस मुस्कुराहट के पीछे गमों का पहाड़ है, एकांकी तो अपना यार है। ©Das Ghayal #एकांकी #तन्हाई
रतनेश पाठक_ Protest Writer
जीवन अकेला मरण अकेला अकेला ये संसार है तेरा मोह भी मिथ्या माया मिथ्या मिथ्या जग परिवार है तेरा अब छोड़ के सारे बंधन को और त्याग के सारी ममता को एकांकी को ग्रहण करो और खुद में ही विचरण करो बैठो सोचो और ज़रा फिर खुद में ही तो मनन करो कर के चिंतन खुद में ही अहंकार का नाश करो और करो उजाला उस लौ को विश्वास का जिसमे वास भी हो फिर जग ही क्यों ना वैरी हो पर खुद में ये विश्वास रखो सत्य वही है एक अकेला बाकी सब मिथ्यों का रैला एकांकी में वास करो और जीवन का आभास करो ।। 👆 मेरी कलम कुछ कहती है👆 😊 रतनेश पाठक 😊 #Nojoto #nojotohindi #poem #एकांकी
जीtendra
नहीं खोजना मेरा अस्तित्व इस जहां की भीड़ में, रिश्ते निभाने वाले हमेशा एकाकी (तन्हा) ही होते हैं... 😔😔 ©जीtendra #अस्तित्व #भीड़ #जहां #रिश्ते #एकांकी #तन्हा
Shweatnisha Singh🌸
Alone सफ़र.. जो लम्हा था, वो ग़ुज़र गया... चंद ख़्वाब टूटे तो हैं, मग़र, कुछ हिस्सों में अपने छूटे तो हैं मग़र, अकेला चल पड़ा हूँ राह में ख़ुद ही, कहीं तो पहुँचेगी मंज़िल मेरी! ©श्वेतनिशा सिंह ~🕊️ #alone #सफ़र #राहें #जीवन #nojotohindiwriters #nojotohindiquotes #एकांकी
Shweatnisha Singh🌸
इश्क़...♥️🍃 इश्क़ की गलियों में अक़्सर एक खिड़की खुली, दूजा बंद रहती है... ©श्वेतनिशा सिंह~🕊️ #एकांकी #इश्क़ #oneliner #यूँतोनहीं #soothingsouls #nojotoworld #nojotohindiquotes #RaysOfHope
Sabir Khan
#OpenPoetry लिखने वाला चाहे जैसा भी हो, उसके लेख को पढ़ें-भाव को पढ़ें, उसकी लेखनी की प्रशंसा करें। आपकी प्रशंसा में वो सामर्थ्य है जो कि लेखक का जीवन बदलने के लिये काफ़ी है। .....भावार्थ यह है कि किसी की निजी जिंदगी पर टिप्पणी न करते हुए उसके अच्छे कार्य की प्रशंसा करें, उसका जीवन परिवर्तन निश्चित है। लेखक
Shikha Dubey
लेखक अपने भीतर उमड़े शैलाबों में डूब कर उभरता है तब जा कर वो कुछ लिख पाता है देर तलक वो खुद से लड़ता है तब जा कर वो एक मुकाम पाता है कालिख (स्याही) से कुछ लिखता है तब कहीं जा कर इतिहास पन्नों पर छपता है शब्दों से संग्राम में कुछ चुन कर लाता है तब जा कर उन्हें ,कुछ तहजीब , कुछ तरीके से कतार में लगाता है फिर कतार में लगे शब्दों को पन्नों पर बिठाता है तब कहीं जा कर वो लोगों के दिलों को छू पाता है लेखक
Sabir Khan
#Pehlealfaaz लिखने वाले समाज के रचयिता हैं, समाज लिखने वालों से ही चलता है। अब लिखने वाले ही स्वयं सोच लें कि उनको समाज कैसा बनाना है। लेखक