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Mk thoughts
Unsplash do paiso ke liye inshan kya bhul mtt jao kiyunki paiso se sirf Amir bante hein inshan nhi...... ©Mk thoughts #traveling #poems #Trending
Writer Mamta Ambedkar
गद्दारों के शहर में दिल की बात कहे भी तो, किससे कहे, यहां सब गद्दार हैं। चेहरे पर मुस्कान, दिल में खंजर, हर कोई छल-कपट का साकार है। बातों में मलहम, हाथों में नमक, दिखावटी अपनापन हर ओर है। दर्द पूछते हैं, सहला के, फिर घावों को चीरने का जोर है। यहां सच की आवाज़ दबा दी जाती, झूठ के सिक्के खनकते हैं। अपनों के बीच भी परायापन, दिलों में फासले पलते हैं। तो किससे कहें ये दिल की बात, कौन सुनेगा हमारी पुकार? इस अंधेरे में ढूंढ़ रहे रोशनी, जहां हर रिश्ता एक व्यापार। पर दिल है कि उम्मीद नहीं छोड़ता, शायद कहीं कोई अपना भी हो। जो मलहम भी लगाए, सहलाए, और नमक के घावों से बचाए। ©Writer Mamta Ambedkar #Childhood
Avinash Jha
वात्सल्य का स्पर्श जब मुस्काए किलकारी बन, भर दे घर आंगन की चहल-पहल। छोटे हाथों की छुअन से, झूम उठे सारा घर-आलय। नन्हें कदमों की वो आहट, जैसे सुबह का पहला किरण। माँ के आंचल में छुप जाए, पिता के कंधों पर वो सुमिरण। उनकी हँसी का संगीत सुन, दीवारें भी गुनगुनाने लगतीं। खिलौनों की मीठी बातें, हर कोना दर्पण बन जातीं। नटखट शैतानी में छिपा, जीवन का अनमोल ज्ञान। हर बिखरी चीज़ में झलकता, स्नेह का अनुपम सम्मान। माँ के हाथों से खाए निवाले, स्वाद बन जाते हैं अमृत। पिता की उँगली पकड़कर चले, हर सफर लगता है सरल। वो छोटे-छोटे सवाल, जैसे गूंजें नदियों के सुर। उनकी जिज्ञासा से सीखें, हर पल का अद्भुत मर्म। इस वात्सल्य की सुगंध से, महक उठे हर आशियाना। एक बच्चे की मासूमियत से, सजता है सारा जमाना। ©Avinash Jha #Childhood
_बेखबर
White दिन रात राहों पर चलना पड़ता है मेहनत की आग में जलना पड़ता है इतने पर भी मंजिल नहीं मयस्सर भाग्य से भी लड़ना पड़ता है है मेहनत भी भाग्य भी फिर भी इंतजार कई बार करना पड़ता है अचानक से नहीं मिलती मौत भी हर रोज़ थोड़ा-थोड़ा मरना पड़ता है ©_बेखबर #poems #Poetry
#कहेंगे ना...
दुनियां की सबसे बड़ी त्रासदी है, बच्चों से उसका बचपन छीन लेना। ©#कहेंगे ना... childhood
childhood
read moreDear ma'am
बचपन में सबसे अधिक पूछा गया एक सवाल: बड़े होकर क्या बनना है? अब जाकर जवाब मिल रहा है, कि फिर से ही बच्चा बनना है। फर्क बस इतना है. एक बचपन का जमाना होता था, जब खुशियों का जमाना था चाहत होती चांद को पाने की, मगर अब दिल केवल भावना नाम की तितली का दीवाना है क्यों की दिल तो बच्चा है जी Happy Children’s Day! ©Dear ma'am #Childhood
Lili Dey
ଟିକି ପିଲା ଟିକି ପିଲା ଟିକି ଯେ ତାର ମନ, ତମେ ଭଲସେ ନେବ ତାର ଯତନ । କଅଁଳିଆ ହୃଦୟ କୁ ତାର ସଜାଡ଼ି ଶିଖିବ, ତମେ ଯେମିତି ଗଢିବ ସେ ସେମିତି ହେବ । ସବୁବେଳେ ଶିଖାଇବ ତାକୁ ଭଲ ବ୍ୟବହାର, ତାକୁ ସଦା କହିବ କରିବ ପାଇଁ ପରୋପକାର । ଟିକି ପିଲା ଟିକି ପିଲା ଟିକି ଯେ ତାର ମନ, ତମେ ଭଲସେ ନେବ ତାର ଯତନ । ଲକ୍ଷେ କାମ ଛାଡ଼ି ରଖିବ ତା ଉପରେ ନଜର, ହେଳା କରିଲେ ତା ପ୍ରତି ସେ ଶିଖିବ କେମିତି ସୁବିଚାର । ମାତା ପିତା ତା ପ୍ରତି ଧ୍ୟାନ ଦେଲେ ତା ଜୀବନ ହେବ ଯେ ସୁଖମୟ, ତମ ଠୁ ପାଇ ଭଲ ସଂସ୍କାର ସେ ଦୁନିଆ ରେ ଗଢ଼ିବ ତା ନିଜ ପରିଚୟ । ଟିକି ପିଲା ଟିକି ପିଲା ଟିକି ଯେ ତାର ମନ, ତମେ ଭଲସେ ନେବ ତାର ଯତନ । ©Lili Dey #Childhood
Akhil Kael
White HONESTLY I DON'T HAVE THE COURAGE TO BE ABLE TO TELL TO ANYONE ESPECIALLY THE THERAPISTS THE UGLY TRUTH WHERE MY TRAUMA STEMS FROM.. BECAUSE ONCE I TOLD A THERAPIST AND SHE BROKE THE CODE OF CONFIDENTIALITY BY REVEALING IT TO THE PEOPLE I TRUSTED WHO ENDED UP MAKING FUN OF ME. HAD I KNOWN THE LAWS THAT PROTECT MY CONFIDENTIALITY I'D SUED HER AND OTHER PEOPLE... NOW I JUST DON'T HAVE ENERGY.. NOW ALL I HAVE IS WRITING, RAP, DRUMMING MUSIC AND SOLITUDE.. AND IT'S BETTER THAN ANY THERAPY ©Akhil Kael #good_night #Trauma #narcissist
#good_night #Trauma #narcissist
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