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Anjali Singhal
White "दीदार उनका होता नहीं, तस्वीर रू-ब-रू होती है। क्यों ख़्याल दिल से जाता नहीं, ख़ुद से गुफ्तगू होती है।।" ©Anjali Singhal "दीदार उनका होता नहीं, तस्वीर रू-ब-रू होती है। क्यों ख़्याल दिल से जाता नहीं, ख़ुद से गुफ्तगू होती है।।" #AnjaliSinghal #love #loveshayari
"दीदार उनका होता नहीं, तस्वीर रू-ब-रू होती है। क्यों ख़्याल दिल से जाता नहीं, ख़ुद से गुफ्तगू होती है।।" #AnjaliSinghal love #loveshayari
read moreRajnish Shrivastava
बर्फ की चादर ने धरा के रोम रोम को पुलकित कर दिया हर तरफ अपने आवरण से सब कुछ मनोहारी कर दिया ©Rajnish Shrivastava #बर्फ
Parasram Arora
White क्यों ठहरा है पानी सागर का और इसकी उछलने वाली वो लहर्रे कहा गई मेरे ख्याल से एक ककड पर्याप्त होगा इस सागर क़ी लहरों को जगाने के लिए नज़रे क्या बदली कि नजारे भी बदल गए लेकिन ये नजारे काफ़ी नहीं है मन को बहलाने के लिए ©Parasram Arora क्यों ठहरा है पानी
क्यों ठहरा है पानी
read moreRameshkumar Mehra Mehra
White आंखो में नीद.... पलकों में सपना.....! ठंड बढ़ रही है.......!! ख्याल रखना अपना.....❤️ ©Rameshkumar Mehra Mehra # आंखो में नीद,पलकर में सपना,ठंड बढ़ रही है,ख्याल रखना अपना....❤️
# आंखो में नीद,पलकर में सपना,ठंड बढ़ रही है,ख्याल रखना अपना....❤️
read moreRohit Ranjan Gautam
Unsplash इस सर्द में सड़कों पर गुजार ली रात, मैं घर नहीं गया। तेरे बैगर देख मैं मर तो नहीं गया। ये क्या तेरे चेहरे की रंगते उड़ गई, मुझे खुश मिजाज देख कर कहीं तू डर तो नहीं गया। ©Rohit Ranjan Gautam #ठंड और ये सर्द रात#शायरीattitude
#ठंड और ये सर्द रातशायरीattitude
read morevksrivastav
Unsplash हमारे यहां ठंड बहुत पड़ती है फिर भी कोई फ़र्क नही पड़ता क्यों की लोगों की बातों में कुछ ज़्यादा ही गरमी होती है ©Vk srivastav हमारे यहां ठंड बहुत पड़ती है #Quotes #SAD #Shayari #loV€fOR€v€R #vksrivastav
हमारे यहां ठंड बहुत पड़ती है Quotes SAD Shayari loV€fOR€v€R vksrivastav
read moreअभिव्यक्ति और अहसास -राहुल आरेज
White नौकरी बजानी होती है सहाब, झोला उठाकर निकल जाता हूं लौट आता निस्तेज मै क्या करूं, पेट बडा हो गया है मेरा सब डकार जाता है रद्दी हो या बेकार, नौकरी बजानी होती है सहाब पकने लगे है अब बाल मेरे , सब पता है फिर भी चलायमान तन मन, रूकता कहां है थमता कहां है हा ठिकाना भी जानता हूं साठ के बाद का वही पिछले का पुराना पलंग , गंदी तकिया और वो अंतिम पथ का प्रथम कोना। हास्यपद है फिर भी नौकरी बजानी पडती है सहाब। ©अभिव्यक्ति और अहसास -राहुल आरेज नौकरी बजानी होती है सहाब
नौकरी बजानी होती है सहाब
read moreगीतेय...
White जोर की फटकार लगाएंगे कल आने तो दो सूरज को ये क्या आदत नई लगाई उससे पूछेंगे सवाल कल कल आने तो दो सूरज को रोज देर से निकलते हो अब कभी तो पूरी दिन ही गायब कल सबक सिखाएंगे कल आने तो दो सूरज को ये कोई बात नहीं कि "ठंड बढ़ गई है" धूप में ये कटौती क्यों है कल पूरी खैर लगाएंगे कल आने तो दो सूरज को ©गीतेय... #ठंड
Lotus Mali
"बर्फ तो पानी बन बह जाता हैं लेकिन ना जानें क्यों....? ये हिमालाय किसका दर्द अपने सीने मैं संभाले खड़ा हैं!" https://lotusshayari.blogspot.com/ ©Lotus Mali "बर्फ तो पानी बन बह जाता हैं लेकिन ना जानें क्यों....? ये हिमालाय किसका दर्द अपने सीने मैं संभाले खड़ा हैं!" https://lotusshayari.blogspot.
"बर्फ तो पानी बन बह जाता हैं लेकिन ना जानें क्यों....? ये हिमालाय किसका दर्द अपने सीने मैं संभाले खड़ा हैं!" https://lotusshayari.blogspot.
read moreधाकड़ है हरियाणा