Find the Latest Status about रह-ए-उल्फ़त का अर्थ from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रह-ए-उल्फ़त का अर्थ.
Mohan Sardarshahari
ये चहकती चिड़ियां ये खिलखिलाते फूल यह मासूम सी बच्ची चुन रही प्यारे-प्यारे फूल आड़ में इनकी तेरा हाल-ए- दिल कबूल मिल ना पाये तो क्या हुआ सब देख रहा रसूल ।। ©Mohan Sardarshahari हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
read moreVaseem Qureshi
--- ये #दर्द ऐसे मेरे दिल में आ कर बैठते हैं... जैसे लोग #मजारों पर जा कर बैठते हैं..! --- 💔 ©Vaseem Qureshi #दर्द ए मज़ार
#दर्द ए मज़ार
read moreParasram Arora
Unsplash मन अगर संवेदबमनाओ के संवेनद से भरा हो तों अनर्थ क़ी झड़ मे से भी अर्थ डुंडा जा सकता है ©Parasram Arora अर्थ अनर्थ
अर्थ अनर्थ
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White रह रह कर घिरता है उन की यादों का घना कोहरा किस क़दर बेचैन करता है कोई उन के ख्यालों से पूछिए ©हिमांशु Kulshreshtha रह रह कर
रह रह कर
read moreMayuri Bhosale
❣️❣️ ... प्रेमाचा खरा अर्थ...❣️❣️ मी उभी इथे🙋 तू पाहशील मला जिथे🤷 दूर झाल्या आपल्या वाटा साऱ्या मिळुनी तिथे.🛣️ मी आकाशातील धुके 🌨️ तू न बोलताच शब्द पडले मुके 🤫 ढगांचे हे आज कालचे असे वागणे वाऱ्याला सारखे खूपे. मी सागरातील लाट 🌊 तू न संपणारी वाट 🛣️ सुंदर स्वप्न वेडी प्रेमाची होईल एक दिवस पहाट.🌅 मी बासरीतील सूर 🎶 तू गीत बोलती मधुर 🎵 किमया सारी सप्तसुरातील स्वरांची गेली कुठे निघूनी दूर. मी तुला रागावणे 🤨 तू त्यावर काहीच न बोलणे🤫 भासते जणू आभाळाचे सावलीला काहीसे बिलगणे. 🌫️ मी नात्यातला दुरावा💔 तू कृष्ण राधेच्या प्रेमातील पुरावा 👩❤️👨 आंबट गोड नातं फुलूनी तो हृदयात निरंतर मुरावा.❤️🩹 मी जपला नात्यात निस्वार्थ 🤷 तू दिलास प्रेमाचा खरा अर्थ💓♥️ लोक त्याला उपमा देऊनी साधून घेती स्वतःचा स्वार्थ.😔 ©Mayuri Bhosale # प्रेमाचा खरा अर्थ
# प्रेमाचा खरा अर्थ
read moreAdv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
White निकलकर उनके दिल से घूमने का मन है कितना तो गिरे अब सम्भलने का मन है कह सकते हैं अब वो भी हमें मतलबी वो बदले तो अपना भी बदलने का मन है ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #हाल-ए-दिल
#हाल-ए-दिल
read moreShashi Bhushan Mishra
कैसे चढ़ पायेगी सफलता की सीढ़ी, जब अवसाद ग्रस्त है आज युवा पीढ़ी, मन की उलझन से बच पाने का साधन, बना आज व्यवसाय है बिकती पंजीरी, पथ को कंटक पूर्ण देख मत घबराना, जीवन पथ की राह बहुत टेढ़ी-मेढ़ी, छद्म मान्यताओं ने जकड़े पांव यहां, दौड़ नहीं पायेगा काटे बिन बेड़ी, क्या लेकर आए क्या लेकर जाओगे, नाहक करते फिरते हो तेरी मेरी, मजदूरों ने सिखलाया पथ पर चलना, धुएं की कश में फूंक जला देता बीड़ी, मिट्टी में मिल जाता है सबकुछ 'गुंजन', रह जाता अवशेष राख बनकर ढ़ेरी, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra #रह जाता अवशेष#
#रह जाता अवशेष#
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White ए जिन्दगी कुछ कदम तो और चल मुझे सुकून के चंद पलों का इंतजार है ©हिमांशु Kulshreshtha ए जिंदगी...
ए जिंदगी...
read more