Find the Latest Status about कहीं भी हो from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कहीं भी हो.
vksrivastav
Unsplash सलीका कितना भी अच्छा हो बात करने का गलत जगह पे अगर हो तो वो बेकार ही है ©Vk srivastav सलीका कितना भी अच्छा हो #Shayari #poem #Quotes #viral #vksrivastav
सलीका कितना भी अच्छा हो Shayari poem Quotes viral vksrivastav
read moreGhumnam Gautam
White कहाँ हम कुछ कहीं भी बो रहे हैं झुकी है पीठ ख़ुद को ढो रहे हैं बहुत खुश हैं वो जिनका दिल है टूटा जिन्हें दिलवर मिला वो रो रहे हैं ©Ghumnam Gautam #love_shayari #दिलवर #कहीं #पीठ #ghumnamgautam
#love_shayari #दिलवर #कहीं #पीठ #ghumnamgautam
read moreAnamika Raj
किसी का दिल ना दुखाओ, क्योंकि तुम भी दिल रखते हो ©Anamika Raj किसी का दिल ना दुखाओ, क्योंकि तुम भी दिल रखते हो
किसी का दिल ना दुखाओ, क्योंकि तुम भी दिल रखते हो
read moregaTTubaba
जुबां से चुप हैं आंखों से भी हो जाएं क्या ? ©gaTTubaba जुबां से चुप हैं आंखों से भी हो जाएं क्या ?
जुबां से चुप हैं आंखों से भी हो जाएं क्या ?
read moreRameshkumar Mehra Mehra
हम आह भी भरते है................. तो हो जाते है बदनाम....! बो कत्ल भी करती है..... !! तो चर्च भी नही होते.... ©Rameshkumar Mehra Mehra # हम आह भी भरते है,तो हो जाते है बदनाम,बो कत्ल भी करती है,तो चर्च भी नही होते...
# हम आह भी भरते है,तो हो जाते है बदनाम,बो कत्ल भी करती है,तो चर्च भी नही होते...
read moreRAMLALIT NIRALA
White ईस धरती पर जब किसी पुरुष या स्त्री को दौलत या खुबसूरती पर घमड हो जाये तो समसान घाट के एक चक्कर लगाले उससे खुबसूरत और बडेसे बडे हस्ती जल कर राख पडे है। ©RAMLALIT NIRALA कभी भी किसी भी चीज पर घमड नहीं करनी चाहिए वो चाहै पैसा हो खुबसूरती हो
कभी भी किसी भी चीज पर घमड नहीं करनी चाहिए वो चाहै पैसा हो खुबसूरती हो
read moreNayra ~ ALL IN ONE
इंसान हो के ये भी नहीं किया तो काहे का इंसान हो #nojohindi nojoto #lifelessons
read moreनवनीत ठाकुर
पहाड़ों से निकली एक धारा खास, सपनों से भरी, एक नई तलाश। पत्थरों से टकराई, राह बनाई, हर दर्द को हँसी में समेट लाई।। हर ठोकर को उसने गले लगाया, रुकना उसकी किस्मत में नहीं था। दर्द से उसने अपना राग बनाया, सच में, वो कभी थमा नहीं था।। जब सागर से मिली, वो हर्षित हुई, उसकी लहरों में हर पीड़ा समा गई।। सागर ने उसे अपनी बाहों में समेटा, उसकी हर बूंद में जीवन का सन्देश देखा। नदी ने कहा, "मैं खुद को समर्पित करती हूँ, पर हर बूंद से तुझे अमर कर देती हूँ।। फ़ना होकर भी, वो अमर हो गई, सागर के आँचल में हर याद बस गई। ©नवनीत ठाकुर फना हो कर भी अमर हो गए
फना हो कर भी अमर हो गए
read more