Nojoto: Largest Storytelling Platform

New प्राणी तरस Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about प्राणी तरस from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, प्राणी तरस.

    LatestPopularVideo

Krishna Deo Prasad. ( Advocate ).

#mountain #वक्त लगा दो , अपना वक्त बनाने में, कसम से लोग तरस जायेंगे तुम्हें अपना बनाने में ।। #मोटिवेशनल

read more

Devanand Jadhav

#MahavirJayanti अहिंसा परमो धर्म: ...जगाला शांती, अहिंसा व सत्य यांचा मार्ग दाखविणारे भगवान महावीर हे जैन धर्माचे 24 वे तिर्थकार आहेत...त्य #मराठीपौराणिक

read more
..........

©Devanand Jadhav #MahavirJayanti 
अहिंसा परमो धर्म: ...जगाला शांती, अहिंसा व सत्य यांचा मार्ग दाखविणारे भगवान महावीर हे जैन धर्माचे 24 वे तिर्थकार आहेत...त्य

Ak.writer_2.0

इतना बदल जाना है की लोग तरस जाये, हमें पहले जैसा देखने के लिए.! SAD PreetKaurSardarni Bhanu Priya RaaWi Andy Mann PФФJД ЦDΞSHI Laxmi Sing

read more

Falak Naaz

#SAD तरस खाते हैं 🙁 #shayaari #sad_emotional_shayries #Heart Broken💔Heart #hindi_shayari #Hindi #hindi_poetry #शायरी

read more

Krishna

#trafficcongestion "हस के गले लगा लो न ll कस के गले लगा लो न ll झूठ-मूठ के लिए नहीं, सच में गले लगा लो न ll नि:संदेह मैं तुम्हारा हूँ

read more

Ankit Singh

मूक प्राणी के लिए जीवन उतना ही प्रिय है जितना इन्सान के लिए है जैसे ही कोई इन्सान खुशी और दर्द चाहता है वैसे ही अन्य जीव भी चाहते हैं anima #Quotes #Animals

read more

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

कुण्डलिया :- संकट सम्मुख देखकर , देते आपा खोय । देते फिर भी ज्ञान हैं , राम करे सो होय।। राम करे सो होय , जानते सब है प्राणी । फिर क्यों कर #कविता

read more
कुण्डलिया :-
संकट सम्मुख देखकर , देते आपा खोय ।
देते फिर भी ज्ञान हैं , राम करे सो होय।।
राम करे सो होय , जानते सब है प्राणी ।
फिर क्यों करके क्रोध , बोलते हो कटु वाणी ।
भूल प्रेम व्यवहार , खड़ा करते हो झंझट ।
आज परीक्षा मान , भूल जाओ सब संकट ।।
२२/०३/२०२४    -महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR कुण्डलिया :-

संकट सम्मुख देखकर , देते आपा खोय ।
देते फिर भी ज्ञान हैं , राम करे सो होय।।
राम करे सो होय , जानते सब है प्राणी ।
फिर क्यों कर

Rishika Srivastava "Rishnit"

शीर्षक:- "आओ सखी ,खेले फ़ाग " ................................ मार-मार पिचकारी रगों की फुहार से उड़ा के अबीर के रंग, भीगें हर अ #Holi

read more

MAHENDRA SINGH PRAKHAR

सन्ध्या छन्द  221    111    22 माया जब भरमाती । पीड़ा तन बढ़ जाती ।। देखो पढ़कर गीता । ये जीवन अब बीता ।। क्या तू अब सँभलेगा । या तू नित भटकेगा #कविता

read more
Village Life सन्ध्या छन्द 
221    111    22
माया जब भरमाती ।
पीड़ा तन बढ़ जाती ।।
देखो पढ़कर गीता ।
ये जीवन अब बीता ।।
क्या तू अब सँभलेगा ।
या तू नित भटकेगा ।।
साधू कब तक बोले ।
लोभी मन मत डोले ।।
इच्छा जब बढ़ती है ।
वो तो फिर डसती है ।।
हो जीवन फिर बाधा ।
बोले गिरधर राधा ।।
मीठी सुनकर वाणी ।
दौड़े सब अब प्राणी ।।
सोचा नहिँ कुछ आगे ।
जोड़े मन-मन धागे ।।
१४/०३/२०२४    -    महेन्द्र सिंह प्रखर

©MAHENDRA SINGH PRAKHAR सन्ध्या छन्द 
221    111    22
माया जब भरमाती ।
पीड़ा तन बढ़ जाती ।।
देखो पढ़कर गीता ।
ये जीवन अब बीता ।।
क्या तू अब सँभलेगा ।
या तू नित भटकेगा
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile