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Kulvant Kumar
PANKAJ KUMAR SINHA
White *मैं एक ग्रुप हूं* हां मैं एक WhatsApp ग्रुप हूं मेरी भी एक आत्मा है एक चेतना है,एक रुप है । मैं बोलती हूं, मैं सुनती भी हूं, मैं चैतन्य हूं, मैं जानती हूं सभी का भूत और भविष्य । तुम कौन हो?, क्या करते हो?,क्यों करते हो?, मैं जानती हूं, तुम्हारे उठने और सोने का समय, चिन्ता होती है तुम्हारी,जब बिना पढ़े scroll कर जाती हो, तुम जब सो जाती हो, तो भी मैं जागती हूं, तुम्हारे लिए। तुम्हारी मैं बोलती बहन , दोस्त , शिक्षक , एवं सहकर्मी हूं, तुम्हारे परीक्षा का गाइड, प्रशिक्षक एवं Hypothalamus हूं , तुम्हारे साथ उठती व सोती हूं, तुम्हारी हमसफ़र,हमराज़ हूं मैं। मैं तुम्हारे हृदय का left ventricle हूं, Pulmonary Artery भी मैं ही हूं, Thymus Gland और कोई नहीं, मैं ही हूं, मैं हठयोग की हठप्रदीपिका pdf हूं, घेरंड का चंडकपाली हूं मैं हूं,जिसे तुम खोज रहे थे,Level 2 से, पर याद रख...... मैं तुमसे योग दर्शन सिखना चाहती हूं, आस्तिक और नास्तिक,वैशेषिक और न्याय,उतर और पूर्व मीमांसा।।।।।। जानते हो क्यूं???? क्यूंकि मैं मां हूं। तुम आगे बड़ो, ....... मैं यही रुकती हूं,तेरे इन्तजार में। फिर मिलेंगे, कहीं और , किसी और रूप में, क्योंकि मैं पुरुष भी हूं। मैं चैतन्य हूं , जड़ हूं,त्रिगुणातीत हूं। मेरे रुप अनेक,पर तेरे साथ हूं , साथ हूं ,साथ हूं क्योंकि मैं मां हूं , मैं मैं मां हूं,एक ग्रुप के रूप में *Happy Mother's Day* Pankaj Sinha Ahmedabad 🙏🙏🙏 ©PANKAJ KUMAR SINHA मै मां हूं
HARSH369
White विरक्त हुं इन समाज से विरक्त हुं इनके ख्याल से ना लोभ है ज्यादा मुझे ना चाह है किसी वस्तु कि विरक्त हुं आर्थिक विज्ञान से बस इतना देना भगवन..! मै भी भूखा ना रहुं,ना मेरे परिवार जन, ना हि कोई अतिथि जो द्वार पर आये खाली हाथ न लौते अकाउंट ,जेब हमेशा भरी रहे मेरी.. जन जन तक ये पहुंचाना है रोटी,कपड़ा,मकान दिलाना है ये हि मेरा आत्म विज्ञान है.. बाकि विरक्त हुं संन्सार से..! बस हवाई यात्रा रहे,देश विदेश की यात्रा करूं ना हि बेहतर गाड़ी कि अपेक्षा है, ना हि बड़ा घर अपने लिये, एक दोस्त चाहिये जो अपना रहे, कभी भी धोका ना दे,मुझे समझे बाकि विरक्त हूं रिस्तेदारी से..!! ©HARSH369 #विरक्त हूं...मै #कविता
HARSH369
एक बात तो समझ आ गयी, जब तक तुमहारा कोई वजूद नही तब तक कोई खिताब नही मिलता किसी को सही राह दिखाने का कोई हिसाब नहि बनता, उल्ता जवाब दे देते है लोग अपना हाल देख, जब बन जाते है हम तो उनसे मिलाप करने का दोबारा प्रयास नही बनता..!! ©SHI.V.A 369 #रस्ता दिखाने चला था मै किसी को
lafzshaalabygaurisharma
@lafzshaalabygaurisharma ©lafzshaalabygaurisharma #happywomensDay #lafzshaalabygaurisharma सबसे पहले सभी महिलाशक्ति को #अंतर्राष्ट्रीय महिलादिवस की हार्दिक शुभकामनायें!मुझे जन्म देने वाली म
Rameshkumar Mehra Mehra
मै भी तेरे बजूद का..... हिस्सा हूँ....... तुमको समझने में शायद जमाने लग सकते है.......! अब अगर गया तो फिर,बापिस ना आंऊगा......!! मत फिर कहना,कि हमनें... कुछ कहां नही था.... ©Rameshkumar Mehra Mehra # मै भी तेरे, बजूद का हिस्सा हूँ....
कुमार_दुष्यन्त
किसी भी हाल में तुझसे अलग नहीं हूं 'मैं' तू मेरी है या नहीं मगर किसी और का नहीं हूं 'मै' ©कुमार_दुष्यन्त #hibiscussabdariffa किसी भी हाल में तुझसे अलग नहीं हूं 'मैं' तू मेरी है या नहीं मगर किसी और का नहीं हूं 'मै' #कुमार_दुष्यन्त
Anuradha T Gautam 6280
#Nikita kour
किसी की काबिलियत देखना ए उनकी अयोग्यता की औकात दिखाने के बराबर है। इसका मतलब यह है कि आप अपनी परिपक्वता को अपरिपक्वता में बदल देते हैं ताकि आप दूसरों को उनके अपरिपक्व देखकर उनकी अयोग्यता की उनको उनकी ही औकात दिखा सकें ©#Nikita kour #Nikita kour #किसी की काबिलियत देखना ए उनकी अयोग्यता की औकात दिखाने के बराबर है। इसका मतलब यह है कि आप अपनी परिपक्वता को अपरिपक्वता म