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K L MAHOBIA
White लगी आग घर में उसे तो बुझा दो। बुझा दीप घर का उसे तो जला दो। कहां से चले थे कहां आ गए हम जगे तम कहर की खबर को छुपा दो। जहां में भले की करो बात हर-दिन इसी से जहां से , बुरे को मिटा दो। खुशी है जहां में न शिकवा शिकायत भली ज़िन्दगी है जहां फिर निभा दो। सज़ा क्या लिखा है उसे तुम मुझे भी लिखी तो नहीं है किसी को वफ़ा दो। मिटा जिंदगी इश्क में आदमी है। उसी आदमी का मुझे तुम पता दो। दवा से बड़ी चीज हमको मिली है। मिटे रोग उसका कि ऐसी दवा दो। ✍️ के एल महोबिया ©K L MAHOBIA #ग़ज़ल - के एल महोबिया
K L MAHOBIA
बढे चलो सफर में तुम मुकम्मल जहां मिल जाएगा। लड़े चलो समर में तुम विजय हर यहां मिल जाएगा। चला नहीं सफर में फिर उसे मंजिल कहां से मिलेगी खिला नहीं सका गुलों यूं कली से जुदा मिल जाएगा के एल महोबिया ©K L MAHOBIA #जिंदगी_का_सफर - के एल महोबिया
K L MAHOBIA
घिस रहा सच है दिवाला हो गया है। झूठ का अब बोल वाला हो गया है। भूख से मरते ग़रीबों की फिकर क्या दूर मुख से अब निवाला हो गया है। भूख से सब जल मरे पहले उसे क्या छीन कर रोटी हवाला हो गया है। भूल से करना नहीं सच को उजागर वह सितमगर और ज्वाला हो गया है। मौत का सौदा किया बनता रहमगर वो निजाम शराबी कलाला हो गया है। छोड़ दो बस वक्त पे यदि हो जगे तुम। हर सितम "केयल"सवाला हो गया है। लौट के आओ यहां पर तुम खुशी से मन मेरा मंदिर शिवाला हो गया है। के एल महोबिया ©K L MAHOBIA #mahashivaratri के एल महोबिया
K L MAHOBIA
कहां मंजिल मिलेगी उन्हें , दो पग चले ही नहीं। आगे कैसे बढ़ते गिरकर ,जो उठ खड़े ही नहीं। हार तय थी मिलना उन्हें , जो रहे खुद बे खबर। जीत जाते वो कैसे , खुद से लड़े ही नहीं। ©K L MAHOBIA #मुक्तक -के एल महोबिया
K L MAHOBIA
खिलो गुलाब सा खुशबू बनकर महक जाओ। उठो प्रभा में नव शिशु पंछी सा चहक जाओ। मिले खुशियां सभी जीवन की हरक रंगीन खुले राह में प्रिय दामिनी सी दमक जाओ। के एल महोबिया ©K L MAHOBIA #मुक्तक के एल महोबिया
K L MAHOBIA
कर लिया आज भू ने फिर से ,यौवन फागुनी शृंगार। वसुधा बांट रही अपने से , लिए फूलों का उपहार।! के एल महोबिया ✍️ ©K L MAHOBIA #कविता :- के एल महोबिया
K L MAHOBIA
लिख्खे थे खत कभी मैंने ,अपने जमाने में । याद जाती नहीं ये और , किस्सा भुलाने में। उनकी यादों को छोड़ने ,कि झूठ ही सो गए, खत चुपके से पढ़ रहे है , हजरत सयाने में। के एल महोबिया ©K L MAHOBIA #के एल महोबिया