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Kavi Himanshu Pandey
White आशिकी में पड़ गये हम तो धीरे धीरे, झटके पे झटके लगे धीरे धीरे! ..... Er. Himanshu Pandey ©Kavi Himanshu Pandey आशिकी.. #beingoriginal #NojotoHindi
आशिकी.. #beingoriginal Hindi
read moreF M POETRY
White करूँ तारीफ़ क्या तेरी तू इतनी खूबसूरत है.. तू शहज़ादी है रानी है तेरी सूरत सुहानी है.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY #तू शहज़ादी है रानी है.....
#तू शहज़ादी है रानी है.....
read moreDeepak Vishal
White कम होगा पर अपना होगा। गैरों की संबलता से हमें क्या? तू आसमान है तो है, तेरी उन्नयन्ता से हमें क्या? जुनून हम में भी कम नहीं है, कुछ कर गुजरने की। तेरी झूठी कुशलता से हमें क्या? ©Deepak Vishal #sad_quotes तू आसमां है तो है। deepshi bhadauria Pratibha Tiwari(smile)🙂 BIG NEWS Bihar Jharkhand
#sad_quotes तू आसमां है तो है। deepshi bhadauria Pratibha Tiwari(smile)🙂 BIG NEWS Bihar Jharkhand
read moreसंगीत कुमार
(प्राणप्रिया) चंचल मन तू चंचला प्रिया। पुष्प-रूपी तू पुष्प लता।। दिव्यस्वरुपनी तू दिव्या प्रिया। चंचल मन तू चंचला प्रिया ।। रमा-रूपी तू कांता प्रिया। हरिप्रिया तू प्राण प्रिया।। श्रृंगार -रूपी तू दारा प्रिया। चंचल मन तू चंचला प्रिया। अपूर्व (तनय) की तू जननी प्रिया। घर की तु पद्मा प्रिया।। उपवन की तू कुसुम प्रिया चंचल मन तू चंचला प्रिया।। आलय की तू वामा प्रिया । सुख-दुख की तू छवि प्रिया।। आँगन की तू आह्लाद प्रिया । चंचल मन तू चंचला प्रिया ।। आकांक्षा की तू मयूख प्रिया। समृद्धि की तू लक्ष्मी प्रिया।। घरनी तू घरवाली प्रिया। चंचल मन तू चंचला प्रिया।। बाग की तू गुल प्रिया। आँगन की तू शोभा प्रिया।। परिवार की तू ऐश्वर्य प्रिया। चंचल मन तू चंचला प्रिया।। ©संगीत कुमार #BirthDay (प्राणप्रिया) चंचल मन तू चंचला प्रिया। पुष्प-रूपी तू पुष्प लता।। दिव्यस्वरुपनी तू दिव्या प्रिया। चंचल मन तू चंचला प्रिया ।। रमा-
#BirthDay (प्राणप्रिया) चंचल मन तू चंचला प्रिया। पुष्प-रूपी तू पुष्प लता।। दिव्यस्वरुपनी तू दिव्या प्रिया। चंचल मन तू चंचला प्रिया ।। रमा-
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी है अकेला तू,गति कर्मो की है चेतना की सुध भी नही लेता तू मोहपाश में ज्यो ज्यो फ़ँसा तू बन्धनों में ऐसा जकड़ा तू राग द्वेष का व्यापार चलाता तू किसी से प्रीती किसी से दुश्मनी कर भावो की सतत सरिता में बहकर नित पापो से कलुषित आत्मा करता क्यू भोग ही जीवन नही है योग संजोग निज तत्वों में ला भटकावों के सजे है मेले दुनियाँ में तू इनमे फँसने, बार बार जन्म ना पा क्लोज करो यहाँ कर्मो का एकाउंट बार बार के जन्म मरण से आत्मा को मुक्ति करो प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #sad_quotes है अकेला तू,गति कर्मों की है
#sad_quotes है अकेला तू,गति कर्मों की है
read moreAshvani Kumar
छोड़ दिया टहलना गली-मोहल्लों में, इश्क भी अब तो डिजिटल हो गया है। कौन करता है अब बातें रूह की, अब सब कुछ फिज़िकल हो गया है। अब नहीं उमड़ते हैं जज़्बात चिट्ठियों में, जमाना कुछ ज्यादा ही प्रैक्टिकल हो गया है। किस्से कहानियों में मैजिक नहीं अब, अब तो सोचना भी लॉजिकल हो गया है। जमकर इस्तेमाल करेंगे दिमाग वाले तेरा, ऐ दिल तू क्यों इतना इमोशनल हो गया है। ©Ashvani Kumar ऐ दिल तू क्यों इतना इमोशनल हो गया है
ऐ दिल तू क्यों इतना इमोशनल हो गया है
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