Find the Latest Status about फाह्यान भारत कब आया from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, फाह्यान भारत कब आया.
gaTTubaba
words...... लगा था उसको खोकर आया हूँ तबसे खुदको भी खोकर आया हूँ आइना तोड़कर आया हूँ या आँखें छोड़कर आया हूँ कागज़ कमाकर लाया हूँ या जेब गँवाकर आया हूँ मोती लेकर आया हूँ या समंदर देकर आया हूँ ©gaTTubaba words...... लगा था उसको खोकर आया हूँ तबसे खुदको भी खोकर आया हूँ आइना तोड़कर आया हूँ या आँखें छोड़कर आया हूँ
words...... लगा था उसको खोकर आया हूँ तबसे खुदको भी खोकर आया हूँ आइना तोड़कर आया हूँ या आँखें छोड़कर आया हूँ
read morejaiveer singh
White कौन आया है यहां कोई ना आया होगा। मेरा दरवाजा बस हवाओं ने हिलाया होगा।। और धूप में चलकर मेरे साथ जो आया होगा। वह कोई गैर नहीं मेरा ही साया होगा।।... और जाम भरता है उठाता है पटक देता है। गम का मारा है प्यार में धोखा खाया होगा।। और जो दीवार पर कुछ नक्श हैं.. धुंधले धुंधले।.. उसने मेरा नाम जयवीर लिख लिख कर मिटाया होगा।।.... ©Jaiveer Singh #love_shayari कोई न आया होगा
#love_shayari कोई न आया होगा
read moreRamkinkar sharma
🥀🥀🥀🥀 भारत देश हमारा प्यारा सब देशों से न्यारा है इसने भू पर प्रथम ज्ञान का सूर्य- प्रकाश पसारा है।। इसकी रहे अमिट अशेष अवनी पर ऊर्जित शान। यही हो सब का लक्ष्य महान, यही हो सब का लक्ष्य महान। राष्द्र- एकता,अखण्डता पर आँच आ सके रंच नहीं। अडिग रहें सब सत्य सुपथ पर हो न असत् की गन्ध कहीं।। ©Ramkinkar sharma भारत देश हमारा प्यारा🥀🥀
भारत देश हमारा प्यारा🥀🥀
read moreHarshit Rajasthani Official
अपनी है आन तिरंगा,अपनी है शान तिरंगा,घर घर लहरायें।जय हिन्द जय भारत जय जवान जय किसान।।मेरा भारत देश महान है। आजाद था आजाद हैं और आजाद रहेगा।भारत माता की----------------------------------------------- ©Harshit Rajasthani Official भारत
भारत
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी गणतंत्र की हामी भर कर संविधान के दायरे में भारत आया था लोकतंत्र के पहरेदार बनकर तिरंगा लालकिले से फहराया था नैतिकता के मूल्यों पर कितने खरे उतरे व्यवस्थाये कितनी जन जन को दे पाये है शोर शराबे संसद के,कितने नीतिगत हो पाये है अनीतियो से सियासतें खेलती न्याय जनता को कितना दे पाये है सर्वोदय का सूरज अस्त होता पूंजीवाद के कुकुरमुत्ते फिर से उग आये है वोटो की राजनीति,ठगों के हवाले देश की एकता अखण्डता नष्ट करते आये है आजादी के दीवाने विस्मित हो गये चेहरे राष्ट्रवाद का बिगाड़ते आये है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #happy_independence_day सँविधान के दायरे में भारत आया था
#happy_independence_day सँविधान के दायरे में भारत आया था
read moreusFAUJI
स्वच्छ होगा मेरा भारत तभी महान् होगा मेरा भारत क़सम लों उस भारत माता कि ख़ुद का खाया ख़ुद साफ़ करेंगे कचरे को कचरा पात्र के सिवाय कहीं नहीं फेंकेंगे। एक छोटी सी कोशिश भारत माता के नाम ©usFAUJI स्वच्छ होगा मेरा भारत तभी महान् होगा मेरा भारत क़सम लों उस भारत माता कि ख़ुद का खाया ख़ुद साफ़ करेंगे कचरे को कचरा पात्र के सिवाय कहीं न
स्वच्छ होगा मेरा भारत तभी महान् होगा मेरा भारत क़सम लों उस भारत माता कि ख़ुद का खाया ख़ुद साफ़ करेंगे कचरे को कचरा पात्र के सिवाय कहीं न
read moreरिपुदमन झा 'पिनाकी'
White ज़िन्दगी पूछती है ज़िन्दगी जियोगे कब। स्वाद इस ज़िन्दगी की मौज का चखोगे कब। ऊम्र अपनी बिता रहे हो फंँस के उलझन में - आसमाँ पर उड़ानें सपनों की भरोगे कब। आप खुद से बताओ यार अब मिलोगे कब। क़ैद कर रखा है खुद को जो तुम खुलोगे कब। पालते हो क्यूँ दिल में ग़म उदास रहते हो- रंग जीवन में अपने खुशियों की भरोगे कब। जी रहे हो घुटन में खुल के साँस लोगे कब। दुःख के दुश्मन को हौसलों से मात दोगे कब। कुछ नहीं मिलता है औरों के लिए जीने से- हो चुके सब के बहुत अपने बता होगे कब। रिपुदमन झा 'पिनाकी' धनबाद (झारखण्ड) स्वरचित एवं मौलिक ©रिपुदमन झा 'पिनाकी' #कब
Parasram Arora
Unsplash मेरी बिगड़ेल चाहतो से मुझे राहत मिलेगी कब? मेरे शरारती स्वार्थी तत्व आखिर कब समझ पायगे जीवन का यथार्थ? मेरा मौन चिल्लाना चाहता है युगो से आखिर उनकी आवाज़ मै सुन पाऊंगा कब? ©Parasram Arora कब?
कब?
read more