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Ravi गोलू
जिंदगी मे हमेशा पैसे के पिछे भागों दुनिया एक दिन तुम्हारे पिछे होगी #NojotoQuote ईस्ट
Ek villain
गीता भी कहती है श्रद्धालुओं की इश्क के समान है धर्म कर्म और साधना की दीवारें श्रद्धा पर ही खड़ी होती है जब मनुष्य लक्ष्य के प्रति प्रेम और उसी पर दृष्टि रखकर पर्यटन में जुड़ जाता है तो लक्ष्य स्वयं उसके चरण चलता है श्रद्धा का अवलंबन किसी भारी वस्तु के अवलंबन से जेस्ट श्रेष्ठ है क्योंकि गुरु यहां परीक्षण हमें दौड़ा तो सिखा सकते हैं पर जीता नहीं सकते क्या करें ©Ek villain #BhuvanBam गीता भी कहती है श्रद्धा न्यू की ईस्ट के समान है
गिरिश थपलियाल
Ravi Shankar Kumar Akela
इससे पहले, 1757 से लेकर 1857 तक भारत पर ब्रिटेन की ईस्ट इंडिया कंपनी का कंट्रोल था. देश के वीर स्वतंत्रता सेनानियों के साहस और बलिदान के आगे आखिरकार अंग्रेजों ने घुटने टेक दिए और करीब 200 साल तक अंग्रेजों की गुलामी करने के बाद भारत को 15 अगस्त, 1947 के दिन आजादी मिली. ©Ravi Shankar Kumar Akela #Yaari इससे पहले, 1757 से लेकर 1857 तक भारत पर ब्रिटेन की ईस्ट इंडिया कंपनी का कंट्रोल था. देश के वीर स्वतंत्रता सेनानियों के साहस और बलिदान
परवाज़ हाज़िर ........
आज न सुनना चाहता हूँ मैं परियों की कहानी . आज मुझसे मत कहो माँ था एक राजा एक रानी . वीर राणा की शिवा की शक्ति तुम मुझमे जगा दो . माँ मुझे सैनिक बना दो , जो उठाये भूल कर भी आँख मेरी मातृ भूमि पर जो बढ़ाये भूल कर भी पैर वीरों के प्रसू पर मैं उड़ा दूँ शीश उसका वह मुझे कौशल सीखा दो माँ मुझे सैनिक बना दो । ©G0V!ND DHAkAD #74thIndianArmyDay #IndianArmyday दरअसल फील्ड मार्शल केएम करियप्पा आजाद भारत के पहले भारतीय सेना प्रमुख 15 जनवरी 1949 को बने थे। ये भारत
Sandeep Kothar
दोस्तों, हमारे जमीं पर कभी ब्रिटिश हुक़ूमत का झंडा लहराया करता था। ब्रिटिश, ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम से व्यापार करने भारत आए, और धीरे धीरे हमारी जमीं पर अपनी हुक़ूमत जमाने लगे। कंपनी हमारे किसान भाइयों से कपास कावड़ियों के दाम ख़रीद कर उसका कपड़ा मशीनों के द्वारा विकसित कर, हमें ही उल्टा महंगा बेचती। मशीनी कपड़ों की बनावट हाथ की मशीनों से बने कपड़ों के मुकाबले बेहतर हुआ करती थी। उनकी ऐसी नीतियों ने हमारे छोटे छोटे रोजगार हमेशा के लिए ख़तम कर दिए। दोस्तों आज मैं क्यों आपको ये सब बता रहा हूं, क्युकी आज ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की जगह ऑनलाइन बिजनेस अप्लिकेशन ले रहे हैं। कोरोना महामारी के आड में हमारे सभी व्यवसायों को अपने छत्रछाया में लेकर भारत में अपनी पकड़ हर क्षेत्र में मजबूत कर रहे है, भले फिर कमर्शियल मार्केटिंग हों, एजुकेशन, फूड या फिर ट्रैवलिंग और अन्य। मतलब दोस्तों, सामान की डिलीवरी भारतीय करेंगे, हम उपभोक्ता और व्यापारी भी होंगे, सारा लेन देन एक ऑनलाइन विदेशी अप्लिकेशन के माध्यम से होगा... हम अपनी कमाई लुटा ते रहेंगे और वो सारी उम्र कमाते रहेंगे। दोस्तों क्या आप ये सब सहेंगे? ©Sandeep Manohar Kothar जरूर पढ़े 🙏🙏🙏🙏 दोस्तों, हमारे जमीं पर कभी ब्रिटिश हुक़ूमत का झंडा लहराया करता था। ब्रिटिश, ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम से व्यापार करने
Richa Mishra
" भारतवर्ष की गाथा " ( ब्रिटिश से कोरोना काल तक ) व्यतीत हुए १५० वर्ष ... अंग्रेजो की गुलामी में ! कभी देशभक्ति , कभी प्रेमभक्ति में ... समर्पित हुए लाखो जन ! ईस्ट इंडिया की अगुवाई में ...
Richa Mishra
" भारतवर्ष की गाथा " ( ब्रिटिश से कोरोना काल तक ) व्यतीत हुए १५० वर्ष ... अंग्रेजो की गुलामी में ! कभी देशभक्ति , कभी प्रेमभक्ति में ... समर्पित हुए लाखो जन ! ईस्ट इंडिया की अगुवाई में ...