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New alama iqbal shayri on jindagi 0 Quotes, Status, Photo, Video

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Stories related to alama iqbal shayri on jindagi 0

Andy Mann

#Sad_Status Faiz Iqbal Neel Sh@kila Niy@z Niaz (Harf) LiteraryLion (0)

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White मैं अपने आप से 
थोड़ा बहुत मुतअस्सिर हूँ
ये मेरी ज़ात को आज़ार है नहीं है क्या?

©Andy Mann #Sad_Status  Faiz Iqbal  Neel  Sh@kila Niy@z  Niaz (Harf)  LiteraryLion (0)

Sumit Sumit

0mausamkumar

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mausamkumar

©Sumit Sumit 0#mausamkumar

Vishwas Pradhan

#kavita #Hindi #motivate #Jindagi hindi poetry on life hindi poetry

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दिन खत्म, रात गई, चौ-बीस बसंत बीत गए। शुष्क चाल चल रही,ये जिंदगी है राह में। १
मन की गति मध्यम,ख्यालों में शोर लिए, सपने पलायन कर रहें,हैं भोर के उस चाह में। २

आंखों के कोने से,नींद ने आवाज दी, पलकों को रोकूं,कहो कहीं पड़ाव है ? ३
चार कदम कहते-कहते मीलों दूर चल दिए, उम्र भर यही सितम या नियत में ठहराव है । ४

क्या कहूं कि ख्वाबों को पर अभी लगे नहीं, कालजयी रातों के जुगनू भी जगे नहीं। ५
किस्मत की काली बेल ऐसे लिपटी सपनों से , सींच रहा सिप सिप, फल अभी लगे नहीं।। ६

पांव है समर में पर,समय के भंवर में हूं मै, कुछ आंखे भीतर से कहकहा लगा रही। ७
खिड़कियों से झांकती है दुनिया की चकाचौंध, प्रेम,प्रीत,अर्थ सारे लोभ ये जगा रहीं।। ८

सवाल कभी फैसलों पे, कभी खुद के हाल पे नियति से नाराज़ होके हार से हताश मै। ९
बंद पड़े रास्तों पे घेरे खड़े अंधेरे तो, कदम मुड़े पीछे चला घर मैं कुछ तलाश में। १०

चौखट पे पड़े पांव आंखे दो हंसती दिखी, चेहरे की झुर्रियों पे आस की एक चमक लिए। ११
कुर्ते की सिलवटें उस हाल की गवाह पर, सवाल न शिकन खड़े, अधरो पे वही दमक लिए।। १२

मन का विज्ञान बिना ज्ञान लिए जान लेती, कह रही ये शिकन कैसा तू अभी भी शान है। १३
कंधे जो झुक रहे समय के दाब झेल के,   कह रहे गया ही क्या अभी जितना जहान है।।१४

वो आंखे जो जीत की उम्मीद लिए बैठी हैं, तो कहो मन एक जोर क्यूं न फिर लगाऊं मैं |१५
वो पांव अभी भी चले रहें है हौसलों के हाथ भरे, अभी हूं खाली हाथ पर क्यूं खाली हाथ जाऊं मैं।१६

 सृष्टि की रचना न ही नियति पे संदेह हमें, है पता कि फैसले पे उसका अधिकार है।१७
फिर कर्म से क्यूं हाथ पीछे, क्यूं थके समय से पहले। हार-जीत हिस्से में, सब हमे स्वीकार है ।।।१८

©Vishwas Pradhan #kavita #Hindi #motivate #Jindagi  hindi poetry on life  hindi poetry

Ruchi Sharma

#Jindagi

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White अगले मोड़ पर सुकून होगा, 
चल जिंदगी थोड़ा और चलें।

©Ruchi Sharma #Jindagi

Sakshi Pateriya

#sad_qoute jindagi wquotes on life

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Arpit Sinha

#Jindagi jindagi

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jindagi ek asichiz ki jiko wo apna le wo bahoot khush raha ta hai
aur thukra de uska koi mulya nai raha ta hai 
aaj keliye itna hai
jai hind jai bharat

©Arpit Sinha #Jindagi  jindagi

Md M.A

jindagi...

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good morning

©Md M.A jindagi...

Uma Vaishnav

#iqbal&Sehmat #Rat

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झिलमिल तारें कर रहे, पूनम की हैं रात। 
सजनी  साजन कर रहे, इक दूजे से बात।। 

रात  सुहानी  आ  गई, तारे करते  बात।
सुंदर  सपने देखिए, जब भी  होती रात।

©Uma Vaishnav #Iqbal&Sehmat #rat

Mr.Dev_official

#iqbal&Sehmat

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रिश्तों का संबंध सिर्फ रक्त से ही नहीं होता,जो मुसीबत में हाथ थाम लें,उससे बड़ा कोई रिश्ता नहीं होता है।

©Mr.Dev_official #Iqbal&Sehmat

SUNIL SAXENA SIWAN

jindagi

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White 

जिंदगी की आधी शिकायतें 
ऐसे ही ठीक हो जायें यदि सभी  लोग ।

 एक दूसरे के बारे में बोलने की बजाए
 एक दूसरे से बोलना सीख जाएं ।।

©SUNIL SAXENA SIWAN jindagi
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