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Author Munesh sharma 'Nirjhara'
निर्जला एकादशी की अनंत शुभकामनाएं भगवान विष्णु इस चराचर जगत पर अपनी कृपा बनाये रखें ©Neha M sharma 'Nirjhara' #एकादशी
M R Mehata(रानिसीगं )
जय माता दी एकादशी महाव्रत ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय ©M R Mehata एकादशी
Bhairav
🚩ॐ विष्णवे नमः🚩 shraddhaabhaktee90@gmail.com सभी भक्त आज के दिन भोजन में चावल ग्रहण न करे 18-04-2020 ॐ नमः भगवते वासुदेवाय नमः 📿 मंत्र का 11 बार कम से कम जप करे... shraddhaabhaktee 90@gmail.com 💐🤝🏻💐 राधे-राधे #एकादशी
Jitendra Kumar
एकादशी एक महत्त्वपूर्ण तिथि है, जिसका हिन्दू धर्म में बड़ा ही धार्मिक महत्त्व है। प्रत्येक मास में दो 'एकादशी' होती हैं। 'अमावस्या' और 'पूर्णिमा' के दस दिन बाद ग्यारहवीं तिथि 'एकादशी' कहलाती है। एकादशी का व्रत पुण्य संचय करने में सहायक होता है। प्रत्येक पक्ष की एकादशी का अपना महत्त्व है। एकादशी व्रत का अर्थ विस्तार यह भी कहा जाता है कि "एक ही दशा में रहते हुए अपने आराध्य का अर्चन-वंदन करने की प्रेरणा देने वाला व्रत ही एकादशी है।" इस व्रत में स्वाध्याय की सहज वृत्ति अपनाकर ईश आराधना में लगना और दिन-रात केवल ईश चितंन की स्थिति में रहने का यत्न एकादशी का व्रत करना माना जाता है। स्वर्ण दान, भूमि दान, अन्नदान, गौ दान, कन्यादान आदि करने से जो पुण्य प्राप्त होता है एवं ग्रहण के समय स्नान-दान करने से जो पुण्य प्राप्त होता है, कठिन तपस्या, तीर्थयात्रा एवं अश्वमेध आदि यज्ञ करने से जो पुण्य प्राप्त होता है, इन सबसे अधिक पुण्य एकादशी व्रत रखने से प्राप्त होता है। ©Jitendra Kumar एकादशी
Shashikant Koli
जन्माला जन्माने द्यावा विठ्ठल विठ्ठल जन्मा सोबत चालत यावा विठ्ठल विठ्ठल तुझ्या नि माझ्या स्वप्नांचे हे घरटे आहे या घरट्याचा खोपा व्हावा विठ्ठल विठ्ठल एकच म्हणणे आहे या दोन्ही टाळांचे की टाळांना कंठ फुटावा विठ्ठल विठ्ठल कृष्णासाठी मोरपिसांची राधा झाली अन राधेच्या ओठी पावा विठ्ठल विठ्ठल अविरत वारी चालत जातो त्याच्यासाठी पाउलवाटेवरती यावा विठ्ठल विठ्ठल ओठांवरती तिच्या किती हे नाव असावे अन ओठांनी अलगद प्यावा विठ्ठल विठ्ठल विठ्ठल विठ्ठल विठ्ठल विठ्ठल विठ्ठल विठ्ठल या नावावर जन्म सरावा विठ्ठल विठ्ठल -शशिकांत कोळी(शशी) ©Shashikant Koli आषाढी एकादशी