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kevat pk
Unsplash "मैं उनसे दूर हुआ, मगर यादें पास हैं, दिल के कोने में छुपी कुछ बातें ख़ास हैं। दूरियों से मोहब्बत कभी कम नहीं होती, मैं सो जाता हूं, मगर ये यादें नहीं सोती।। ©kevat pk #उनकी याद
#उनकी याद
read morekevat pk
Unsplash "मैं उनसे दूर हुआ, मगर यादें पास हैं, दिल के कोने में छुपी कुछ बातें ख़ास हैं। दूरियों से मोहब्बत कभी कम नहीं होती, मैं सो जाता हूं, मगर ये यादें नहीं सोती।। ©kevat pk #उनकी याद
#उनकी याद
read moreN S Yadav GoldMine
Unsplash {Bolo Ji Radhey Radhey} भगवान श्री सीताराम जी से कुछ भी मत मांगो, भगवान से उनकी सेवा उनसे उनकी भक्ति और भगवान में पिर्ति बढ़े, ऐसा प्रेम और उनकी और उनसे अपनापन बन सके, ऐसा सुकरना मांगो, देखना जिंदगी में सुधार होने लग जायेगा।। जय श्रीसीताराम जी।। ©N S Yadav GoldMine #leafbook {Bolo Ji Radhey Radhey} भगवान श्री सीताराम जी से कुछ भी मत मांगो, भगवान से उनकी सेवा उनसे उनकी भक्ति और भगवान में पिर्ति बढ़े, ऐ
#leafbook {Bolo Ji Radhey Radhey} भगवान श्री सीताराम जी से कुछ भी मत मांगो, भगवान से उनकी सेवा उनसे उनकी भक्ति और भगवान में पिर्ति बढ़े, ऐ
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
White मातामही मातामहः ग्राम: अहं तत् क्षणं बहु मधुरं मन्ये यः ग्रामे निवसति स्म पन्थाने कृषिक्षेत्राणि,कोष्ठानि च गृहीतः, मया सः क्षणः वास्तवमेव अतीव मधुरः इति ज्ञातम्। पूर्वं यदा मम मातामही मातामहः ग्रामः अहं बाल्यकाले गच्छामि स्म, हिन्दी अनुवाद नाना नानी के गांव वो क्षण ही बड़ा प्यारा लगा करता था जो गांव में बिता करता था पगडंडी पर खेत खलिहानों का जायजा लिया जाता था, सच वो क्षण बड़ा ही प्यारा लगा करता था जब नाना नानी के गांव बचपन में जाना हुआ करता था, ©संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru #Po
स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru Po
read moreJitendra Giri Hindu
"1. **यथा वा वदति सदा तद्वदन्तु तत्त्वदर्शिनः।** - "जैसा कोई कहता है, वैसा ही सदैव सच को कहो।" 2. **कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।** - "आपका अधिकार केवल कार्य पर है, फलों पर नहीं।" 3. **सर्वधर्मान्परतित्यज्य मामेकं शरणं व्रज।** - "सभी धर्मों का त्याग करके केवल मेरी शरण में आओ।" 4. **वक्तव्यं न हि नष्टं न चान्यस्य समृद्धि।** - "किसी के अपमान के लिए शब्दों का अनर्थ नहीं होना चाहिए।" 5. **आगमोऽपि सदा शान्ति यस्तु संकल्पयेत् सदा।** - "जो संकल्प करता है, वह सदा शांति प्राप्त करता है।" 6. **विद्या ददाति विनयं विनयाद्यति पात्रताम्।** - "ज्ञान विनय को देता है, विनय से पात्रता प्राप्त होती है।" 7. **सत्यं वद धर्मं चर।** - "सत्य बोलो और धर्म का पालन करो।" 8. **दृष्ट्वा वा ज्ञात्वा वा परार्थं त्यजेत् स्वार्थम्।** - "दृष्टि से या ज्ञान से, स्वार्थ का त्याग कर देना चाहिए।" ©Jitendra Giri Hindu "संस्कृत उद्धरण: ज्ञान और प्रेरणा का स्रोत" संस्कृत, उद्धरण, ज्ञान, प्रेरणा, जीवन, धर्म, सत्य, विनय, कर्म, संस्कृति, शांति, राजा, उत्कर्ष, स
"संस्कृत उद्धरण: ज्ञान और प्रेरणा का स्रोत" संस्कृत, उद्धरण, ज्ञान, प्रेरणा, जीवन, धर्म, सत्य, विनय, कर्म, संस्कृति, शांति, राजा, उत्कर्ष, स
read moreAshvani Awasthi
White गम सारे दिल के पिए जा रहे हैं तन्हाइयों से लड़े जा रहे हैं। खुद ही ज़ख़्म हमने दिल को दिए है खुद ही ज़ख्म को सिले जा रहे हैं ।। ©Ashvani Awasthi #good_night कवि अश्वनी अवस्थी
#good_night कवि अश्वनी अवस्थी
read moreShailendra Anand
White रचना दिनांक 1,, नवम्बर,,2024 वार शुक्रवार समय सुबह दस बजे ्््निज विचार ्् ्््शीर्षक ्् ्््छाया चित्र में दिखाया गया दीपयज्ञ और, नागरिक मतदाता जागरूकता से दीपदान करें,, देश के शहीदों की समाधियों पर दीपदान करे ््् दीपावली पर दीए जलाकर किया गया है नगर कोट में,, भैरव भवानी और गणेश सर्व धर्म कर्म अर प्रथम निर्भीक साकार हो, प्यारा सा जीवन फूलों से सजाया गया है।। धान धनदायनी महालक्ष्मी पूजन करें जनसेवा ही, मानव जीवन में एक सुख से जन्मा आत्म सम्मान जरुरी है,,।। जो भी है वो लफ्जो से भावना से मन प्रसन्न हो,, प्यारा सा देश है संविधान से चलेगा,, तो हर कोई बाशिन्दा देश धर्म संस्कृति का, अनुठा दीपदान करने वाली प्रेरणा स्त्रोत बना सके।। जो स्वाधीनता के शहीदों की कूरबानी में आंखें डालकर उन वीरों की शहादत को सलाम करते हुए ,, हर नागरिक मतदाता जागरूकता से दीपदान करना परम आवश्यक है।। क्योंकि धड़कनों में बसा पंचतत्व में प्राण वायु हैं,, हर देश भक्त में शौर्यपूर्ण आन बान शान ओर जस्बात से, सजाया गया ज्ञर पर्व और त्योहार मनाना चाहिए।। तो आये सूफीवाद से भावना मन से सदभाव का, आयना नजरिया आनंद ही जिंदगी है,, यह दीपयज्ञ शहोदो की समाधि स्थल पर पहुंचे और, देश भर में दीपयज्ञ का मन से हरघर हरव्दार पर दीप प्रज्जवलित आत्मज्योतिनवपिण्डसाधक आनंद ले और पहुंचे शक्ति शहीदों की, समाधियों पर ख्यालात अच्छे लगते है कथन सच्चाई है। ्््््कवि शैलेंद्र आनंद ्् 1,,, नवम्बर 2024। ©Shailendra Anand #happy_diwali देश भक्ति शहीदों के महत्व और आम आदमी और दीपदान का स्वरूप और प्रयोग महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई जाना चाहिए। ्््््कवि शैलेंद्र आनं
#happy_diwali देश भक्ति शहीदों के महत्व और आम आदमी और दीपदान का स्वरूप और प्रयोग महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई जाना चाहिए। ्््््कवि शैलेंद्र आनं
read moreसंस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
दया करो प्रभु राधे राधे 🙏 #wellwisher_taru #राधेराधे #radhekrishna #Trending Poetry #संस्कृत
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