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Insprational Qoute
बस अब यूँ ही ताउम्र बना रहे तेरा मेरा साथ, जीवन अंतल मे न हो मुश्किलों का अहसास, प्रेम सूक्ति ही सु -प्रेमभिव्यंजना का सार है, अशेष,असीम,अद्वितीय हमारा प्रेम अपार है, स्वस्वप्न ही शुशोभित सम पुष्प इत्र छिड़काये, दीप्त हो तिमिर का दीया, मन मे फिर जलाये, हृदयमन की अशेष आत्मा में अविस्मरणीय हो, नेत्रों की प्रतिबिंब बन मन मे सदैव स्मरणीय हो, बन मेरी परिणीति और जीवनसंगिनी का सार, किसी की न तमन्ना होगी,तुम ही हो मेरा संसार। प्रतियोगिता ०१ #vkpoetry #collabwithvkpoetry ~ आप सभी का स्वागत है प्रतियोगिता में। ~ अपने शब्दों में रचना करें और कुछ अनोखा लिखने का प्र
DR. SANJU TRIPATHI
जीवन में जब तक सांस रहे, मेरे सनम! तेरा मेरा साथ रहे। खुशियां मिले चाहे मिले गम, सनम मेरे हाथों में तेरा हाथ रहे। तेरी खुशबू से महके दुनियां, तेरे प्यार की हमेशा बरसात रहे। मिलकर ना बिछड़ेंगे कभी, दरमियां ना हमारे कोई दीवार रहे। आंखें खुली हो या हो बंद, बस सदा दीदार तेरा ही होता रहे। तू मेरा प्रभु, तू ही मेरा खुदा, जिंदगी में ना कभी मुझसे बेजार रहे। प्रतियोगिता ०१ #vkpoetry #collabwithvkpoetry ~ आप सभी का स्वागत है प्रतियोगिता में। ~ अपने शब्दों में रचना करें और कुछ अनोखा लिखने का प्र
DR. SANJU TRIPATHI
दिन-रात आंखों में बस एक तुम्हारी ही तस्वीर बनाते-बिगाड़ते रहते हैं हम। ख्वाबों को हमारे ताबीर मिल जाए,रब से दुआ में तुझे ही मांगते रहते हैं हम। आ जाएंगें चांद तारे सारे के सारे,जमीन पर उतर कर बस तुम्हारे ही खातिर मुकम्मल हो जाएगी प्यार की आरजू हमारी,तुम हकीकत में मिलो तो सही। प्रतियोगिता ०२ #vkpoetry #collabwithvkpoetry ~ आप सभी का स्वागत है प्रतियोगिता में। ~ विषय वाले शब्द रचना में होना जरूरी नहीं है, आप अपने
Anil Prasad Sinha 'Madhukar'
हम वो इंसान हैं जो, रिश्तों को दिल से निभाते हैं, भावनाओं की कद्र करते सदा, ठेस नहीं पहुँचाते हैं। ना दूर रहकर बातें करो, एक बार मिलो तो सही, हाथ छोड़ते नहीं, रिश्ता सात जन्मों तक निभाते हैं। प्रतियोगिता ०२ #vkpoetry #collabwithvkpoetry ~ आप सभी का स्वागत है प्रतियोगिता में। ~ विषय वाले शब्द रचना में होना जरूरी नहीं है, आप अपने
Writer1
हाथों में हाथ लिए, तुम्हें दिल का हाल सुनाएंगे, तुम मिलो तो सही, हम तुम्हें अपना हाल बताएंगे, कैसे गुजारा तुम बिन एक-एक पल, तुम्हें आपबीती सुनाएंगे, तुम्हारा साथ पाकर असीम शांति पाएंगे, दर्दे दास्तां सुनाने पर भी, हमारी अंखियों में अश्रु ना आएंगे, हाथों में हाथ लिए, तुम्हें दिल का हाल सुनाएंगे। प्रतियोगिता ०२ #vkpoetry #collabwithvkpoetry ~ आप सभी का स्वागत है प्रतियोगिता में। ~ विषय वाले शब्द रचना में होना जरूरी नहीं है, आप अपने
Insprational Qoute
खत्म हो जायेगी इंतजार की हद,एक बार मिलो तो सही, खत्म हो जायेंगे सारे गिले शिकवे, एकबार बोलो तो सही, यूँ मलूल न जो खुद से और मुझ से,दूरियाँ और बढ़ जायेगी, बढ़ा कदम विश्वास का एक बार दिल से लगाओ तो सही। प्रतियोगिता ०२ #vkpoetry #collabwithvkpoetry ~ आप सभी का स्वागत है प्रतियोगिता में। ~ विषय वाले शब्द रचना में होना जरूरी नहीं है, आप अपने
Writer1
एक दौरां से जुस्तजू थी हमें, दशत-ए-दिल विरान सा है, ऐसी निगाह-ए-इल्तिफ़ात मेहरबां हुई, अजीब कशमकश में हैं,देखकर नूरानी महताब को, बज़्म-ए-जाना का आग़ाज़ करदो अब तो, हुज़ूर का इज़हार-ए-इश्क़ जुबां पर है। प्रतियोगिता ०३ #vkpoetry #collabwithvkpoetry ~ आप सभी का स्वागत है प्रतियोगिता में। ~ विषय वाले शब्द रचना में होना जरूरी नहीं है, आप अपने
Anil Prasad Sinha 'Madhukar'
इज़हार-ए-इश्क़ तो कर लेते हैं, पर निभा नहीं पाते हैं, जिन्हें शादकाम हासिल हो, वो बड़े खुशनसीब होते हैं। इश्क़ वो नहीं जो माशूका संग, अपने नेह को लगाते हैं, इश्क़ वो नहीं जो किसी की याद में, सर्वस्व लुटाते हैं। इश्क़ वो नहीं जो किसी के लिए, चाँद तारे तोड़ लाते हैं, इश्क़ वो जो निश्छल भाव से, संग ज़िन्दगी बिताते हैं। प्रतियोगिता ०३ #vkpoetry #collabwithvkpoetry ~ आप सभी का स्वागत है प्रतियोगिता में। ~ विषय वाले शब्द रचना में होना जरूरी नहीं है, आप अपने
Vedantika
इज़हार-ए-इश्क़ उनसे हो तो कुछ बात तो बनें इंतज़ार-ए-मोहब्बत में हम कब से तन्हा खड़े दीदार-ए-हुस्न जो दिलबर का एक बार मुझे हो हो जाऊँगा फ़ना दिल उसका मेरा आस्ताँ बनें चाँद-तारों का वादा करना मुनासिब नहीं यारों चमक जाए इश्क़ उसका, मेरा वो मक़ाम तो बनें प्रतियोगिता ०३ #vkpoetry #collabwithvkpoetry ~ आप सभी का स्वागत है प्रतियोगिता में। ~ विषय वाले शब्द रचना में होना जरूरी नहीं है, आप अपने
Insprational Qoute
इज़हार-ए-इश्क़ की तमन्ना,तस्सवुर में ही कर लेते है, दिल-ए-मुंतिजर ही बन, बस तेरा इंतजार कर लेते है, नोहा-ए-आशिक़ी की रिवायत में इब्दिता-ए-इश्क़ करते है, पर तुम तो बन संग-ए-दिल फिर दिलों के खेल खेलते हो, रख्त-ए-सफर में तेरा साथ तो ताउम्र ही हम भी चाहते हैं, ये सच है जिसको चाहो दिल से वो कहाँ मिल पाते है।। प्रतियोगिता ०३ #vkpoetry #collabwithvkpoetry ~ आप सभी का स्वागत है प्रतियोगिता में। ~ विषय वाले शब्द रचना में होना जरूरी नहीं है, आप अपने