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Kulvant Kumar
Chinka Upadhyay
White हम बातें ऐसी नहीं लिखेंगे अब, कि लिखकर,मिटानी पड़ जाए, अब कहानी ऐसे लिखेंगे अपनी... की लोगों के दिलों पर निशानी पड़ जाए। ©Chinka Upadhyay हम अब कहानी ऐसे लिखेंगे अपनी की दिलों पर निशानी पड़ जाए।♥️📖 #matangiupadhyay #Nojoto #thought #शायरी #motivation
Praveen Jain "पल्लव"
Black पल्लव की डायरी ग्रहों का राजा सूरज कर्तव्य पूर्ण निभाता है अमीर हो गरीब हो सबको रोशनी उजाला बिना भेद भाव के पहुँचाता है गरिमा मयी उपलब्धि आज तक अमर है किसी लालच में आकर प्रतिष्ठता नही घटाता है समाजवाद का घोतक बनकर सम्रग अपना लुटाता है मगर आज के राजा दबंगई दिखाते चन्दा के नाम पर अर्थव्यवस्था हड़प जाते है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Morning लालच में आकर प्रतिष्ठा अपनी नही घटाता है #nojotohindi
ʀᴏʏᴀʟ.यादववंशी.
Year end 2023 निभाने वाला आपकी हजार ग़लती भी माफ कर देता है, और छोड़ने वाला बिना गलती के छोड़ जाता है..🖤 ©ʀᴏʏᴀʟ.यादववंशी. अब कुछ नहीं रह गया तुम अपनी जगह में अपनी जगह अलविदा 🖤 #YearEnd #Endless
Anuj Ray
दो दिलों के बीच मगर दूरियां मत रखो" पहली नजर में इश्क़, हुआ है गर किसी से तो हो जाने दो। मोहब्बत के दरमियां,तुम दो दिलों के बीच मगर दूरियां मत रखो। हर किसी की ज़िन्दगी में, रब का ऐ पैगाम ए मोहब्बत नहीं आता। शर्म ओ हया है तो ,मिट जाएगी धीरे-धीरे, अपने पैरों में बेड़ियां मत रखो। ©Anuj Ray # दो दिलों के बीच मगर दूरियां मत रखो"
Er Akhter Zawed
दिलों में गांठ मत बांधो में गर कुछ बोल जाता हूं सिफत आइना सा है सच में अक्सर बोल जाता हूं ©Er Akhter Zawed #longdrive दिलों में गांठ मत बांधो में गर कुछ बोल जाता हूं सिफत आइना सा है सच में अक्सर बोल जाता हूं
Sachin R. Pandey
sunset nature देखो.... बसंत की बहार है अभी ...... और लोग आएंगे तुम्हारे पास .... तुम्हें अहसास दिलाते हुए कि उनकी नज़र में तुम्हारी कितनी अहमियत है .... तुम्हे बताते हुए और समझाते हुए कि.... तुम सही हो .... तुम सब सही कर रहे हो ... तुम्हारे निर्णय ठीक हैं और वो सब हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ खड़े हैं ..... लेकिन जैसा कि मैंने कहा ...." बसंत है " कुछ भी स्थाई नहीं है .... सब कुछ बदल जाता है .... तो एक दिन जब पतझड़ आने को होगा .... लोगो किनारा करते जायेंगे .... तुम्हारी असफलताओं का दोष तुम पर मढ़ते जायेंगे .... हां वही लोग जो तुमको ...तुम्हारे निर्णयों को सही कह कर हौसला बढ़ा रहे थे ..... अब वही तुम्हारे प्रथम और कटु आलोचक होंगे .... तुम संदेह करोगे ....क्या ये वही लोग हैं ....जो कल तक (बसंत के दिनो मे) ..... हौसला और शाबासी देते नही थक रहे थे ....! और पतझड़ में जब तुमको लगेगा ... कि अब सब कुछ खत्म होने को है .... तुम्हारे कंधे ....हार की मार से झुके होंगे ... कर्णपटल पर आलोचनाओं के स्वर तीर से चुभ रहे होंगे ... और कपोल अश्रु से भीग रहे होंगे .... तो तुम कहना .....मुझसे ... अधिकार से.... कि अब तुम सम्हाल लो सब कुछ .... क्योंकि बिखर रहा है बहुत कुछ .... सुनो ! .... तुम यकीन मानना ....भरोसा रखना .... मैं तुम्हारे लिए सब कुछ उलट पलट कर दूंगा .... तुम प्रिय हो .... तुमसे कही अधिक प्रिय हैं तुम्हारे सपने ... मैं बनूंगा तुम्हारा सारथी ....पतझड़ में .... और तब तक जब तक वो सब ना हो जाए जो तुम चाहते हो ... लेकिन फिलहाल मैं मौन रहकर मान रख रहा हूं.....तुम्हारे निर्णयों का ....सही और गलत के भेद से परे .... अभी बसंत है .... जाओ ....खुद को .... अपनो को ....सपनो को .... यारों को ....आजमा कर देखो .... बहुत कुछ है जो आने वाला समय समझाएगा..... मैं इंतजार करूंगा तुम्हारे कह देने भर का .... ©Sachin R. Pandey #sunsetnature आजमाना अपनी यारी को पतझड़ में सावन में तो हर पत्ता हरा नजर आता है ....
The Avinash Mahato