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New दिलों में अपनी बेताबियाँ Quotes, Status, Photo, Video

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    LatestPopularVideo

Kulvant Kumar

ɭɭ सुविचार ɭɭ तलाश में अपनी वक्त दो,खुदा संघर्ष में मिलता है मकानों में नही.? #Motivational

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Chinka Upadhyay

हम अब कहानी ऐसे लिखेंगे अपनी की दिलों पर निशानी पड़ जाए।♥️📖 #matangiupadhyay #thought #शायरी #Motivation

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Praveen Jain "पल्लव"

#Morning लालच में आकर प्रतिष्ठा अपनी नही घटाता है #nojotohindi #कविता

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KrissWrites

**"निर्दलीय प्रत्याशी को जिताने के लिए, जनता के दिलों में जान डालो!"** #Shayari

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ʀᴏʏᴀʟ.यादववंशी.

अब कुछ नहीं रह गया तुम अपनी जगह में अपनी जगह अलविदा 🖤 #YearEnd #Endless

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Anuj Ray

# दो दिलों के बीच मगर दूरियां मत रखो" #शायरी

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Er Akhter Zawed

#longdrive दिलों में गांठ मत बांधो में गर कुछ बोल जाता हूं सिफत आइना सा है सच में अक्सर बोल जाता हूं

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Sachin R. Pandey

#sunsetnature आजमाना अपनी यारी को पतझड़ में सावन में तो हर पत्ता हरा नजर आता है .... #विचार

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sunset nature देखो....
बसंत की बहार है अभी ......
और लोग आएंगे तुम्हारे पास ....
तुम्हें अहसास दिलाते हुए कि उनकी नज़र में तुम्हारी कितनी अहमियत है ....
तुम्हे बताते हुए और समझाते हुए कि....
तुम सही हो ....
तुम सब सही कर रहे हो ...
तुम्हारे निर्णय ठीक हैं और वो सब हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ खड़े हैं .....
लेकिन जैसा कि मैंने कहा ...." बसंत है " 
कुछ भी स्थाई नहीं है ....
सब कुछ बदल जाता है ....
तो एक दिन जब पतझड़ आने को होगा ....
लोगो किनारा करते जायेंगे ....
तुम्हारी असफलताओं का दोष तुम पर मढ़ते जायेंगे ....
हां वही लोग जो तुमको ...तुम्हारे निर्णयों को सही कह कर हौसला बढ़ा रहे थे .....
अब वही तुम्हारे प्रथम और कटु आलोचक होंगे ....
तुम संदेह करोगे ....क्या ये वही लोग हैं ....जो कल तक (बसंत के दिनो मे) .....
हौसला और शाबासी देते नही थक रहे थे ....!
और पतझड़ में जब तुमको लगेगा ... कि अब सब कुछ खत्म होने को है ....
तुम्हारे कंधे ....हार की मार से झुके होंगे ...
कर्णपटल पर आलोचनाओं के स्वर तीर से चुभ रहे होंगे ...
और कपोल अश्रु से भीग रहे होंगे ....
तो तुम कहना .....मुझसे ...
अधिकार से....
कि अब तुम सम्हाल लो सब कुछ ....
क्योंकि बिखर रहा है बहुत कुछ ....
सुनो ! ....
तुम यकीन मानना ....भरोसा रखना ....
मैं तुम्हारे लिए सब कुछ उलट पलट कर दूंगा ....
तुम प्रिय हो .... तुमसे कही अधिक प्रिय हैं तुम्हारे सपने ...
मैं बनूंगा तुम्हारा सारथी ....पतझड़ में ....
और तब तक जब तक वो सब ना हो जाए जो तुम चाहते हो ...
लेकिन फिलहाल मैं मौन रहकर मान रख रहा हूं.....तुम्हारे निर्णयों का ....सही और गलत के भेद से परे ....

अभी बसंत है ....
जाओ ....खुद को ....
अपनो को ....सपनो को ....
यारों को ....आजमा कर देखो ....
बहुत कुछ है जो आने वाला समय समझाएगा.....
मैं इंतजार करूंगा 
तुम्हारे कह देने भर का ....

©Sachin R. Pandey #sunsetnature 
आजमाना अपनी यारी को पतझड़ में
सावन में तो हर पत्ता हरा नजर आता है ....

'मनु' poetry -ek-khayaal

The Avinash Mahato

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