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Stories related to इक्कीसवीं सदी की हिंदी कविता

VeerBahadurS089

हिंदी कविता

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Hariom Shrivastava

#Sad_Status हिंदी कविता हिंदी कविता

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White  - कुछ दोहे - शीर्षक- "करुणा"
------------------------------------------
1-
करुणा है अवधारणा, करुणा जीवन सार।
सब धर्मों का मानिए, करुणा ही आधार।।
2-
जहाँ नहीं करुणा दया, प्रेम और सहयोग। 
खतरनाक ऐसी जगह, और वहाँ के लोग।। 
3-
नारी है नारायणी,  इसके रूप अनेक।
प्रेम क्षमा करुणा दया, जिसमें बुद्धि-विवेक।।
4-
पीर परायी जानना, करुणा का अभिप्राय।
करुणा प्रेरक शांति की, संतों की यह राय।।
5-
करुणा से संबद्ध हैं, दया अहिंसा शांति।
यह करती निर्मल हृदय, मेटे मन की भ्रांति।।
- हरिओम श्रीवास्तव -
भोपाल, म.प्र.

©Hariom Shrivastava #Sad_Status  हिंदी कविता  हिंदी कविता

Zindgi Ka Safar # priyaa

#good_night हिंदी कविता हिंदी दिवस पर कविता कविता कोश हिंदी कविता

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White जनाब यू इतराते है अपने गोरे रंग पर..
एक बार सांवले रंग पर फिदा होकर देखिये..
क्योंकि सितारे काले आसमान में ही खूबसूरत लगते हैं

©Zindgi Ka Safar # priya #good_night  हिंदी कविता हिंदी दिवस पर कविता कविता कोश हिंदी कविता

Hariom Shrivastava

हिंदी कविता

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- दोहा -
1-
शामत आई आजकल, नयनों की ही खूब।
कोई इन्हें लड़ा रहा, कोई जाता डूब।।
2-
दोहों में जारी अभी, ऐसा है कुछ दौर।
नयनों के अतिरिक्त अब, कथ्य न भाता और।।
-हरिओम श्रीवास्तव-

©Hariom Shrivastava  हिंदी कविता

Beena Kumari

हिंदी कविता

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RAVI Kumar

#good_night हिंदी कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता कोश

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कवि प्रभात

हिंदी कविता कविता कोश कविता

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मग देखेंगे नैन द्वय, तव तब  तक  प्रियतम |
जब तक काल के ग्रास न, बन जायेंगे हम ||

©कवि प्रभात  हिंदी कविता कविता कोश कविता

Hariom Shrivastava

#Ganesh_chaturthi हिंदी कविता हिंदी कविता

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White  - बुंदेली में कुण्डलिया-
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सोकें उठ गय देव अब, होन लगे हैं ब्याव।
करो बरातें ठाट सै, खूब पंगतें खाव।।
खूब पंगतें खाव, लुचइँ रबड़ी रसगुल्ला।
ढोल नगाड़े बैंड, और बजनें रमतुल्ला।।
क्वाँरिन के अब ब्याव, सबइ के रेंहैं होकें।
चौमासिन के बाद, देव उठ गय हैं सोकें।।
- हरिओम श्रीवास्तव -
भोपाल, म.प्र.

©Hariom Shrivastava #Ganesh_chaturthi  हिंदी कविता  हिंदी कविता

कवि प्रभात

हिंदी कविता कविता कोश

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जल देता कल जिस तरहा, करके कंठ को तर |
देती सुकूँ वैसे मुझे, याद आ के अक्सर ||


गीत तुम्हारे गाऊंगा, जब तक तन में प्राण |
सबसे बड़ा मेरे प्यार का, ये भी एक प्रमाण ||

©कवि प्रभात  हिंदी कविता कविता कोश

Rocky Bhai

हिंदी कविता

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