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मनोज कुमार झा "मनु"

सनातन हिन्दू वैदिक संस्कृति में सभी मत पंथों का समान रूप से आदर है। यद्यपि नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा है, तथापि आंग्ल नववर्ष की हार्दिक श

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New Year 2024-25 सनातन हिन्दू वैदिक संस्कृति में सभी मत पंथों का समान रूप से आदर है। 
यद्यपि नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा है, 
तथापि आंग्ल नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ । 

नव-उल्लास ! नव-विचार ! 
नवोत्साह ! नव-उमंग ! 
नव-ऊर्जा ! नववर्षम् शुभम् भवतु !! 

"नूतनवर्षस्य शुभाशयाः।
ईश्वरः सर्वेभ्यः सुखं, स्वास्थ्यं, सौख्यं च ददातु।
सर्वेषां जीवनं सफलं, समृद्धं च भवतु ।
नववर्षं मंगलमयम् अस्तु।

©मनोज कुमार झा "मनु" सनातन हिन्दू वैदिक संस्कृति में सभी मत पंथों का समान रूप से आदर है। 
यद्यपि नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा है, 
तथापि आंग्ल नववर्ष की हार्दिक श

theABHAYSINGH_BIPIN

#good_night मन अपनी धुन में क्यूँ भागे है, चिंतन में मन क्यूँ लागे है? छेड़ रण अब ख़ुद के मन से, भजन कीर्तन कैसे न रागे है? जग झूठे सुख म

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White मन अपनी धुन में क्यूँ भागे है,
चिंतन में मन क्यूँ लागे है?
छेड़ रण अब ख़ुद के मन से,
भजन कीर्तन कैसे न रागे है?

जग झूठे सुख में अभियोग है,
जो लिप्त हुआ, सुख न पाया है।
जब अंतःमन प्रभु पुकारा है,
हर हृदय ने प्रभु को पाया है।

शरण में सर्वत्र न्यौछार दिया,
प्रभु ने उस जीवन को तार दिया।
जो नित ध्यान प्रभु में धारिता,
उसके जीवन का सार किया।

जीवन के सारे सुख निरर्थक हैं,
बिन प्रभु के कुछ भी सार्थक नहीं है।
जीवन का कोई राह दिखे न,
तो फिर प्रभु शरण ही उपाय है।

©theABHAYSINGH_BIPIN #good_night 

मन अपनी धुन में क्यूँ भागे है,
चिंतन में मन क्यूँ लागे है?
छेड़ रण अब ख़ुद के मन से,
भजन कीर्तन कैसे न रागे है?

जग झूठे सुख म

Dhaneshdwivediwriter

#camping मेरा सुख चैन खो रहा है अंदर ही अंदर तेरी यादों का बवंडर उमड़ रहा है dhaneshdwivediwriter

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Unsplash मेरा सुख चैन खो रहा है,
अंदर ही अंदर तेरी यादों का बवंडर उमड़ रहा है।

















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©Dhaneshdwivediwriter #camping मेरा सुख चैन खो रहा है 
अंदर ही अंदर तेरी यादों का बवंडर उमड़ रहा है

dhaneshdwivediwriter

shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#leafbook ©चंद साल से जो लोग मुझे जानते नहीं,यूँ तक रहे हैं जैसे पहचानते नहीं//१ जो मतलबी हैँ,वो तो तन्हा ही रहेंगे,खुद्दार मतलबी से सलाह म

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Unsplash ©चंद साल से जो लोग मुझे जानते नहीं,
यूँ तक रहे हैं जैसे पहचानते नहीं//१

जो मतलबी हैँ,वो तो तन्हा ही रहेंगे,
खुद्दार मतलबी से सलाह मांगते नहीं//२

बज़्म ए सुखन में देख कर रानाइयाँ मेरी,
मारे हसद के लोग दाद मारते नहीं//३

समझाया मैने दिल को बचो इश्क़ -मुश्क़ से,
नादान दिल भी तो कहा मानते नहीं//४

ये दुनियाँ बहुत बड़ी है,शमा" बात याद रख,
के पसमादों पे कभी भी कमाँ तानते नहीं//५
#Shamawritesbebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #leafbook ©चंद साल से जो लोग मुझे जानते नहीं,यूँ तक रहे हैं जैसे पहचानते नहीं//१

जो मतलबी हैँ,वो तो तन्हा ही रहेंगे,खुद्दार मतलबी से सलाह म

Dhaneshdwivediwriter

मेरा सुख चैन खो रहा है अंदर ही अंदर तेरी यादों का बवंडर उमड़ रहा है

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मेरा सुख चैन खो रहा है 
अंदर ही अंदर तेरी यादों का बवंडर उमड़ रहा है।

©Dhaneshdwivediwriter मेरा सुख चैन खो रहा है 
अंदर ही अंदर तेरी यादों का बवंडर उमड़ रहा है

N S Yadav GoldMine

#leafbook {Bolo Ji Radhey Radhey} रावण, कंस, दुर्योधन, सिसुपाल, और भी बहुत से है और थे, इनके पास किसी चीज की कमी नहीं थी, सुख सारे थे, सं

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Unsplash {Bolo Ji Radhey Radhey}
रावण, कंस, दुर्योधन, सिसुपाल,
और भी बहुत से है और थे,  
इनके पास किसी चीज की 
कमी नहीं थी, सुख सारे थे,
संतोष व विस्वास नही था।
जय श्री राधेकृष्ण जी।।
N S Yadav GoldMine.

©N S Yadav GoldMine #leafbook {Bolo Ji Radhey Radhey}
रावण, कंस, दुर्योधन, सिसुपाल,
और भी बहुत से है और थे,  
इनके पास किसी चीज की 
कमी नहीं थी, सुख सारे थे,
सं

Sunil Kumar Maurya Bekhud

Unsplash सुख_दुःख
न सुख की है सीमा कोई
न दुःख की है सीमा
इन दोनो के बीच ही जीवन
सबको पड़ता जीना

सुख कहता है मै चेहरों पर
लाता हूँ मुश्कान
दुःख कहता है मै ही कराता
अपनों की पहचान

दोनों कहते हम सब मिलकर
जीवन चक्र चलाते
अपनी माया जाल में दुनिया
को हरदम उलझाते

बेखुद छुड़ा नहीं सकते हम
इन दोनों से पीछा
जीवन भर ये लेते रहते
सबकी कठिन परीक्षा

©Sunil Kumar Maurya Bekhud #सुख_दुःख

Shiv Narayan Saxena

#relaxation मिलन सुख poetry in hindi

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चार  मिले,  चौंसठ  खिले, बीस रहे कर जोड़। 
 प्रेमी सज्जन जब मिले, खिल गये सात करोड़।।

©Shiv Narayan Saxena #relaxation मिलन सुख  poetry in hindi

Rohan Roy

ना दुख की कोई सीमा है, ना सुख की कोई सीमा है | #RohanRoy | #dailymotivation | #motivation_for_life | #rohanroymotivation | positive life quo

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White ना दुख की कोई सीमा है, ना सुख की कोई सीमा है। यह दोनों की, अपनी-अपनी समस्या है। 
एक है कि जल्दी जाती नहीं 
और दूसरी है कि जल्दी आती नहीं। 
अगर पूरा गणित का, हिसाब लगा कर देखें।
तो यही जीवन है। 
जिसमें सुख-दुख का आना-जाना, 
प्राकृतिक रूप से निर्धारित है।

©Rohan Roy ना दुख की कोई सीमा है, ना सुख की कोई सीमा है | #RohanRoy | #dailymotivation | #motivation_for_life | #rohanroymotivation | positive life quo

Puja Saha

सुख दुख तो सबके ज़िन्दगी आता जाता है

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