Nojoto: Largest Storytelling Platform

New संज्ञानात्मक विकास की विशेषताएं Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about संज्ञानात्मक विकास की विशेषताएं from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, संज्ञानात्मक विकास की विशेषताएं.

Stories related to संज्ञानात्मक विकास की विशेषताएं

Parasram Arora

जिवंन के विकास क्रम मे

read more
Unsplash जीवंन  के विकास क्रम. मे आचरण की शिथिलता स्पष्ट नजर आ रहीं हैँ

संवेदनाओं के स्तर धीरे धीरे शून्यता की तरफ अग्रसर होते दिख रहेहैँ 
और  बुलंदियों की सुदौल आकृति भी लड़खड़ाती हुई दिख रहीं हैँ

©Parasram Arora जिवंन के विकास क्रम मे

chadni dahiya

पापा की पारियों की शादी वीडियो कॉमेडी

read more

RUPESH Kr SINHA

#बुलनदी की कहानी खुद की

read more

Parasram Arora

विकास के नए मापदंड

read more
Unsplash बिकास के नए 
स्टेशनो क़ी दुरी 
अब तय होंगी 
बुलेट ट्रेनो  क़ी तेज़ रफ्तारो से

रिश्तोऔर संबंधो के 
नामकर्णअब तय 
होगे ताप मापी यत्रो से

©Parasram Arora विकास के नए मापदंड

Ravendra

पूर्व शिक्षा मंत्री ने बने मॉडल की की सराहना

read more

Mayuri Bhosale

दिल की कहानी की

read more
❣️.......शायरी दिल की कहानी .......❣️

         हर दिल मे छूपी है एक कहानी💌
         पहले हमे लगती है ओ अपनी सहेली 👭
                       पर दिल के गहराई के समंदर तक जाकर 🌊🌊
                    देख लो ओ बन जाती है एक नई पहेली.....!!❓

©Mayuri Bhosale दिल की कहानी की

अनिल कसेर "उजाला"

धड़कन की

read more

Supriya Jha

बेटी की विदाई

read more
विधाता ने बेेटी विदाई की कैसी विधि बनाई है।
पिता के लाड में पली बेटी की आज विदाई है।।
जिस घर में हर पल की यादें,बचपन की लड़ाई है।
आज उससे ही मुझको करनी पड़ रही जुदाई है।।
बिछड़ने की किसने ये रस्म बनाई है।
मां के आंचल में पली बेटी की आज विदाई है।।
पिता भाई ने छुप छुप कर आंसू बहायें है।
मां बहने आंखो में आंसू लिए विदाई की दस्तूर निभाई है।।
कितनी निष्ठुरता से पिता ने कन्यादान निभाया है।
मुझको किसी के हाथ सौंप कर जिम्मेदारी से मुक्ति पाया है।।
आखिरी वचन कहकर मां ने बड़ी बात सिखाई है।
पिता के पगड़ी की लाज तू रखना इसमें ही कुल की भलाई है।।
विधाता ने बेटी विदाई की कैसी विधि बनाई है।
बचपन से ही क्युं बेटियां पराई धन कहलाई है।।

©Supriya Jha बेटी की विदाई

नवनीत ठाकुर

#कफ़न की बात

read more
White "जिंदगी भर की जद्दोजहद, बस एक सफर की बात है,
अंत में सबके हिस्से में, एक ही कफ़न की बात है।

राहों में कांटे चुनते रहे, फूलों की आस में,
अंत में तो सबकी मंज़िल, वही श्मशान है।

मिट्टी से उठे हैं, मिट्टी में मिल जाएंगे,
जो सोने की ललक में थे, वो भी सो जाएंगे।

इंसान था, खुदा बनने की ख्वाहिश रही,
हसरतें थीं बुलंद, पर ज्यादा देर ठहर न सकी।

जिस जिस्म को संजोया, वो भी खाक हो जाएगी,
जिस दौलत पे फख्र था, वो यहीं रह जाएगी।

खाली हाथ आए थे, खाली हाथ जाएंगे,
ये जीवन का सफर, यूं ही खत्म हो जाएगा।

रंग-बिरंगी दुनियादारी, वो शोहरत, वो शान,
अंत में सब लुट जाएगा, रह जाएगा बस श्मशान।

धुंआ बनके उड़ जाएगा सब, हवाओं में कहीं,
वक्त की वो कड़वी सच्चाई, बस राख कहलाई जाएगी।

छोड़ जाएंगे यहां अपने निशाँ जो हमने बनाए,
लेकिन उन्हीं लहरों में वो भी मिट जाएंगे।

अभी वक्त है संभल जाओ, ये दौलत-ओ-शौहरत झूठ है,
अंत में बस प्यार का इक दिया, राह रौशन कर जाएगा।"

©नवनीत ठाकुर #कफ़न की बात

Ravendra

बाल विकास परियोजना में महिलाओं ने किया सम्मान

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile