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shayar

'दर्द भरी शायरी'

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'दर्द भरी शायरी'

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Rohtash Prajapati

'दर्द भरी शायरी'

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Dr. H(s)uman , Homoeopath

#सीख

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White नसीहत कुछ ,तारों से सीखा
तो क़िस्मत किसे कहते हैं कुछ अंबर से सीखा
दाग में भी श्वेत रंगत है वो चांद से सीखा 
तो भीड़ में होकर भी छुप जाना बादलों से सीखा 
जीवन की क्या है परिभाषा कुछ अच्छे से बुरे होने के बाद सीखा 
 तो कुछ बुरे से अच्छे होने के बाद सीखा ।

©Dr. H(s)uman , Homoeopath #सीख

Suresh__jat

'दर्द भरी शायरी'

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Lalit Saxena

#good_night 'दर्द भरी शायरी' 'दर्द भरी शायरी'

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क़लाम
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मुन्तज़िर सांसों का रूख़सते- वक़्त मुकर्रर हुआ है
लगा है दरिचो पर परदे हया के दीदे- दुभर हुआ है
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बे - सम्त  हवाओं  ने  फिर इस ओर रूख़ किया है
खुशी से ये दिल फिर से आसमां के बराबर हुआ है
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न उठा निग़ाहें हम पर कुछ तो दर्मियां राज़ रहने दे
दफ़्न है इन्हीं में हसरते-ख़्वाब जो उजागर हुआ है
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इक़  तेरे ही हिज़्र ने इस दिल को मज़रूह किया है
वर्ना दुन्यां में ऐसा कुछ नहीं जो न मयस्सर हुआ है
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बड़ी मुक़द्दुस-निग़ाहो से देखा किया है शामो-सहर
उन तल्ख़ निग़ाहों का क्या जो दिल पत्थर हुआ है
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जिस्म पे आ पड़ी जो ज़लालतो की बारिशें क्या हो
मज़बूर ये खाना-बदौश इस दुन्यां में बे-घर हुआ है
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' ललित'कौन आता है इस विरान में मेरा हाल पुछने
सुना है की कभी इस ओर तेरा रह - गुज़र हुआ है

©Lalit Saxena #good_night  'दर्द भरी शायरी'  'दर्द भरी शायरी'

Sunil Raniawala

सीख

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White उम्र भर की ठोकरों से सीखा है बस यही
की ठोकरे न हो उम्र भर तो सीख कुछ न पायेंगे

©Sunil Raniawala सीख

Virendra Prajapati

'दर्द भरी शायरी'

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Dev Rishi

'दर्द भरी शायरी'

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तुझे तक.. जा सकूं.. वो रास्ते मालूम है.. 
बाहें दर फिर भी किसी के.. और के हाथों में है..!!

©Dev Rishi  'दर्द भरी शायरी'

HARSHIT369

#गम भरी सायरी 'दर्द भरी शायरी'

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White घर मे बैठे बैठे क्या करें
चलो ब्रमांद कि सैर पर चलते है..
काम धाम तो कुछ है नहि हमारा
मिलता हि नहि कहि से कुछ भी
चलो आज रेत के दाने गिन लेते है ...
बैठ जाते है यहि रेत के ढेर पर
बिजनेश करने को पैसे कहां से आयेगे
यहि सोचकर रोना आता है मुझे,
कब तक ताकते रहेगे किसी दुसरे का मुंह
चलो रेत को गीला करते है पानी डालकर..!!

©HARSHIT369 #गम भरी सायरी 'दर्द भरी शायरी'
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