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Stories related to संध्या कालीन सेवा पूजा

Radhe Radhe

पूजा करती हूँ

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निश्चल मन से किया गया प्रेम ईश्वर का साक्षातकार कराता है
इसलिए उसके तस्वीर हृदयमें
रख कर सिर्फ प्रेम करती हूँ
एक देव की भांति पूजा करती हूँ
जय श्री राधे

©Radhe Radhe पूजा करती हूँ

Praveen Jain "पल्लव"

#covidindia धंधे की लत सेवा की आड़ में पालो ना

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पल्लव की डायरी
पेशा नही सेवा है
जहन में दर्द उतारो जरा
दवा सिर्फ मर्ज की हो
जाँचो से जान निकालो ना
फीस कितनी में लेलो
मगर लालच में मौत के घाट उतारो ना
और भी है कमाने के साधन
धंधे की लत सेवा की आड़ में पालो ना
भगवान के बाद मसीहा डॉक्टर ही है
छवि अपनी बिगाड़ो ना
                                   प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #covidindia धंधे की लत सेवा की आड़ में पालो ना

Indian Kanoon In Hindi

संघ लोक सेवा आयोग के गठन पर कानून

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संघ लोक सेवा आयोग के गठन पर कानून :- 

* अनुच्छेद 315 के द्वारा संघ में संघीय सेवा आयोग की स्थापना की गई है। इसमें एक अध्यक्ष और सात अन्य सदस्य होते हैं। अध्यक्ष और अन्य सदस्यों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। इनका कार्यकाल, पदभार ग्रहण करने की तिथि से छह साल तक अथवा 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक होता है। इसमें कम-से-कम आधे सदस्य (वर्किंग और रिटायर्ड) ऐसे अवश्य हो जो कम-से-कम 10 वर्षों तक सरकारी सेवा का अनुभव प्राप्त कर चुके हैं।

* आयोग का कोई भी सदस्य उसी पर दुबारा नियुक्त नहीं किया जा सकता। संघ लोक सेवा आयोग (यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन) का अध्यक्ष संघ या राज्यों में अन्य किसी पद पर नियुक्त नहीं किया जा सकता है। आयोग के सदस्यों का वेतन राष्ट्रपति द्वारा विनियमित होता है। आयोग के सदस्यों की नियुक्ति के उपरान्त उनकी सेवा की शर्तों को उनके हित के विरुद्ध बदला नहीं जा सकता। इस समय अध्यक्ष का वेतन (7वा पे कमीशन के बाद) 2।5 लाख और सदस्यों का वेतन 2।25 लाख है, जो भारत सरकार की संचित निधि (कंसोलिडेटेड फण्ड) से दिया जाता है।

* आयोग के सदस्यों की उनके दुराचार के लिए राष्ट्रपति आवेश द्वारा हटाया भी जा सकता है। यदि राष्ट्रपति को किसी भी सदस्य के खिलाफ दुराचार की रिपोर्ट मिले तो वह विषय न्यायालय के पास विचारार्थ प्रस्तुत होगा। न्यायालय की सम्मति मिलने पर उस सदस्य को पदच्युत किया जायेगा।

* निम्नलिखित कारणों के उपस्थित होने पर राष्ट्रपति आयोग के किसी भी सदस्य को हटा सकता है।

* यदि वह व्यक्ति दिवालिया सिद्ध हो। यदि अपने कार्यकाल में वह कोई दूसरा पद स्वीकार कर ले। शारीरिक अस्वस्थता के कारण कार्य करने के लिए अक्षम हो गया हो। यदि भारत या राज्य-सरकार के साथ करार किये गये किसी कॉन्ट्रैक्ट के साथ उसका सम्बन्ध हो या उससे कोई लाभ प्राप्त हो रहा हो।

©Indian Kanoon In Hindi संघ लोक सेवा आयोग के गठन पर कानून

Radhe Radhe

प्रेम भी पूजा है

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प्रेम भी एक पूजा है 
करके देखिए 
आंदन ही मिलेगा 
जय श्री राधे

©Radhe Radhe प्रेम भी पूजा है

काली स्याही डिटेक्टिव

गौ सेवा..

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Indian Kanoon In Hindi

संघ लोक सेवा आयोग के गठन पर कानून

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संघ लोक सेवा आयोग के गठन पर कानून :- 

* अनुच्छेद 315 के द्वारा संघ में संघीय सेवा आयोग की स्थापना की गई है। इसमें एक अध्यक्ष और सात अन्य सदस्य होते हैं। अध्यक्ष और अन्य सदस्यों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। इनका कार्यकाल, पदभार ग्रहण करने की तिथि से छह साल तक अथवा 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक होता है। इसमें कम-से-कम आधे सदस्य (वर्किंग और रिटायर्ड) ऐसे अवश्य हो जो कम-से-कम 10 वर्षों तक सरकारी सेवा का अनुभव प्राप्त कर चुके हैं।

* आयोग का कोई भी सदस्य उसी पर दुबारा नियुक्त नहीं किया जा सकता। संघ लोक सेवा आयोग (यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन) का अध्यक्ष संघ या राज्यों में अन्य किसी पद पर नियुक्त नहीं किया जा सकता है। आयोग के सदस्यों का वेतन राष्ट्रपति द्वारा विनियमित होता है। आयोग के सदस्यों की नियुक्ति के उपरान्त उनकी सेवा की शर्तों को उनके हित के विरुद्ध बदला नहीं जा सकता। इस समय अध्यक्ष का वेतन (7वा पे कमीशन के बाद) 2।5 लाख और सदस्यों का वेतन 2।25 लाख है, जो भारत सरकार की संचित निधि (कंसोलिडेटेड फण्ड) से दिया जाता है।

* आयोग के सदस्यों की उनके दुराचार के लिए राष्ट्रपति आवेश द्वारा हटाया भी जा सकता है। यदि राष्ट्रपति को किसी भी सदस्य के खिलाफ दुराचार की रिपोर्ट मिले तो वह विषय न्यायालय के पास विचारार्थ प्रस्तुत होगा। न्यायालय की सम्मति मिलने पर उस सदस्य को पदच्युत किया जायेगा।

* निम्नलिखित कारणों के उपस्थित होने पर राष्ट्रपति आयोग के किसी भी सदस्य को हटा सकता है।

* यदि वह व्यक्ति दिवालिया सिद्ध हो। यदि अपने कार्यकाल में वह कोई दूसरा पद स्वीकार कर ले। शारीरिक अस्वस्थता के कारण कार्य करने के लिए अक्षम हो गया हो। यदि भारत या राज्य-सरकार के साथ करार किये गये किसी कॉन्ट्रैक्ट के साथ उसका सम्बन्ध हो या उससे कोई लाभ प्राप्त हो रहा हो।

©Indian Kanoon In Hindi संघ लोक सेवा आयोग के गठन पर कानून

Abhimanyu Dwivedi

सेवा परमो धर्म

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White 🙏 *सेवा अमृत बूंद जान*🙏


मानव सेवा,जीव सेवा, प्राणि के अहंकार को जलवाष्प की तरह हर लेती है
तथा ह्वदय की झील में शीतलता एवम् सौहार्द्य का दिव्य अमृत भर देती है


🙏 मोक्षाअरिहंत🙏

©Abhimanyu Dwivedi सेवा परमो धर्म

CHOUDHARY HARDIN KUKNA

श्री तलाई वाले बालाजी महाराज मन्दसौर संध्या कालीन दर्शन। ।।जय सियाराम।। भक्ति सागर जय हनुमान भक्ति भजन Hinduism जय श्री राम

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Google श्री तलाई वाले बालाजी महाराज मन्दसौर संध्या कालीन दर्शन।
।।जय सियाराम।।

©CHOUDHARY HARDIN KUKNA श्री तलाई वाले बालाजी महाराज मन्दसौर संध्या कालीन दर्शन।
।।जय सियाराम।। भक्ति सागर जय हनुमान भक्ति भजन Hinduism जय श्री राम

Parasram Arora

विशिष्ट पूजा

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Unsplash आज क़ी सर्द रात मे एक विशिष्ट पूजा का  मेरे घर मे आयों जन था 


सर्द रात क़ी ठिठुरन इतनी ज्यादा थीं कि मेरे लड़खड़ाते  मंत्रो को सुन  कर देवता भी  हैरान था

©Parasram Arora  विशिष्ट पूजा

Praveen Jain "पल्लव"

#Likho नीयत और सेवा का भाव हो तो

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पल्लव की डायरी
हर युग मे चलन व्यवस्था का बदला है
कभी समाजिक व्यवस्था का चलन
कभी पंचायते न्याय करती थी
राजा रजवाड़े सब आये और गये
मगर नैतिकता मूल रूप से सर्वोपरि रहती थी
अब लोकतंत्र और संसदीय परम्परा है
प्रतिनिधि सब जनता के होते है
नीयत और सेवा का भाव हो तो
कोई भी व्यवस्था सफल हो सकती है
                                      प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #Likho नीयत और सेवा का भाव हो तो
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