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Prashant Rastogi
White एक प्रेम की तपस्या थी एक चिंतन के आधार थे... जब पार्वती ने व्रत रखा तब शिव भी निराहार थे...!! ·—·—·—·—🔱🚩हर हर महादेव 🔱🚩🌸—·—·—·—· ©Prashant Rastogi #mahashivratri #शिवरात्रि #शिव #महाकाल #shivratrispecial #nojohindi #shyari Hinduism
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read moreVijay Singh
तेरे सिवा कोई और नहीं अपना हाथ मेरे सर पर बनायें रहना बाबा 🔱🚩 ऊं नमः शिवाय ©Vijay Singh #शिव काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी
#शिव काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी
read moreJitender Jiyhind
गुरू रै बरमा गुरू रै विषणु गुरू रै महादेव महेश जग मै परथम पुजा तेरी होती आई गणेश पारवती ने तेरे तै रुप असा दिया देवताओ नै तेरा सामना ना किया असी लिला दिखा रहे थे सब रहे देख जग मै परथम पुजा तेरी होती आई गणेश गुरु रै बरमा गुरू रै विषणु गुरु रै महादेव महेश ©Jitender Jiyhind शिव तेरे नाम अनेक है
शिव तेरे नाम अनेक है
read moreSanatan_Sanskriti_Shubhash
शिव हैं तो संसार है 😇 . . . . . #Instagram #viral #Reels #Trending #shrinagar #mahakal #Shiva #Bholenath #harharmahadev
read moreJitendra Giri Hindu
शिवस्य हृदयं विष्णुः, विष्णोश्च हृदयं शिवः। यथा शिवमयो विष्णुः, एवम् विष्णुमयः शिवः॥ अर्थ: भगवान शिव के हृदय में भगवान विष्णु विराजमान हैं
read moreनवनीत ठाकुर
संग पार्वती, शक्ति की पहचान, तप का प्रताप और प्रेम का श्रृंगार, उनके मिलन का है दिव्य आधार। वैराग्य में बसा अनंत का प्रकाश, शिव का धैर्य और पार्वती का विश्वास। प्रकृति और पुरुष का यह अनूठा मेल। जो करते ध्यान, उन्हें मिलती राह, शिव-पार्वती बनें हर जीवन की चाह। शिव की जटाओं से जीवन की धारा, पार्वती की ममता से सजी है धरा। जो इनके भजन में मग्न हो जाए, वो सांसारिक बंधन से मुक्त हो जाए। अमर यह युगल, जग के पालनहार, इनके चरणों में झुके हर संसार। शिव का वैराग्य और शक्ति का रूप, भक्तों के संकट में देते संपूर्ण छूप। ©नवनीत ठाकुर #शिव पार्वती
#शिव पार्वती
read moreनवनीत ठाकुर
जटा में गंगा, त्रिशूल की धार, शिव हैं महादेव, जग के आधार। भस्म से सजा तन, नीलकंठ का रूप, माथे पर चांद, गले में सांप, पहने बज की खाल, बैठे मृगछाल। शिव की चुप्पी में ब्रह्मांड का शोर, गले में विष, त्रिनेत्र की ज्वाला, जो देखे उन्हें, वह पाता उजाला। कैलाश पर उनका पावन बसेरा, गण हैं समीप, भूत-प्रेत हैं साये, हर युग में उनका न्याय जगाये। ब्रह्मा-विष्णु भी झुकते उनके सामने, काल भी रुके, जिनके चरणों के दामन। भांग-धतूरा चढ़े उनके श्रृंगार में, मृत्यु भी कांपे, उनके संहार में। काल भी झुके, जिनके चरणों की धूप, सृष्टि के कण-कण में जिनका स्वरूप। ©नवनीत ठाकुर #शिव
अनुज
नंदी जैसी प्रतीक्षा हो शिव के जैसी दीक्षा हो गुरु तुम्हें हम बनाएंगे तुम ही मेरी इच्छा हो सर्दी के सुहाने मौसम में शिव की मुझ पे कृपा हो बेल और धतूरे से सेव करूं अपनी आकांक्षाओं को समर्पित करूं ©अनुज #mahadev #शिव #MondayMotivation
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