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Naresh Chandra

🌹ऊँ माँ सरस्वती नमः🌹 प्रेम की हवा चली मन विभोर हो रहा नई उमंग जोश से गगन विहार कर रहा मोद की अधीरता प्यार को पुकारती मलय की सुगंध से मन मेरा #Love #लक्ष्मीनरेश

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🌹ऊँ माँ सरस्वती नमः🌹
प्रेम की हवा चली मन विभोर हो रहा
नई उमंग जोश से गगन विहार कर रहा
मोद की अधीरता प्यार को पुकारती
मलय की सुगंध से मन मेरा थिरक रहा।

ग्रीष्म ऋतु गुजर रही शरद ऋतु आ रही
प्रेम का बिछोह अब करवटें बदल रही
यादों मे है सुमार प्यार की तन्हाईयां
देर नकरो सजन हृदय हलचल मचा रही।

अधरो का कंपन औ बहती जलधारा
कामदेव बाणों से प्रियतम का सहारा
रति सदृश्य मेरा मन प्यास जगी प्रेम की
यौवन की ज्वाला तन दहक रहा सारा।
लक्ष्मीनरेश...

©Naresh Chandra 🌹ऊँ माँ सरस्वती नमः🌹
प्रेम की हवा चली मन विभोर हो रहा
नई उमंग जोश से गगन विहार कर रहा
मोद की अधीरता प्यार को पुकारती
मलय की सुगंध से मन मेरा

रजनीश "स्वच्छंद"

बचपन बोध।। अपने पराये का कहाँ कब बोध था बचपन, यारों सच बताता हूँ बड़ा अबोध था बचपन। कहाँ नफरतों का दौर था उन्माद मज़हब का, मानवी विज्ञान का #Poetry #kavita #tourgurugram #tourdelhi

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बचपन बोध।।

अपने पराये का कहाँ कब बोध था बचपन,
यारों सच बताता हूँ बड़ा अबोध था बचपन।

कहाँ नफरतों का दौर था उन्माद मज़हब का,
मानवी विज्ञान का सही एक शोध था बचपन।

आंखें तरेरे, साथ खेलें, हाथ पकड़े चल रहे,
रिश्ते धूमिल होते जहां कब क्रोध था बचपन।

फूल थे बगिया के सब रंगों की महत्ता थी नहीं,
इंद्रधनुषी सतरंगी सुहाना प्रणोद था बचपन।

ये धरा और ये गगन कहो कब बैर था किससे,
इंसानियत जिसमे पली एक गोद था बचपन।

द्वेष ईर्ष्या और कलह स्वार्थ सब दूर थे कोसों,
हर चेहरे की चमक और एक मोद था बचपन।

चलो फिर से जियें वो कल जो छोड़ आये हैं,
इस वैमनस्य दुनिया का एक रोध था बचपन।

©रजनीश "स्वछंद" बचपन बोध।।

अपने पराये का कहाँ कब बोध था बचपन,
यारों सच बताता हूँ बड़ा अबोध था बचपन।

कहाँ नफरतों का दौर था उन्माद मज़हब का,
मानवी विज्ञान का

Sunita Bishnolia

#कृष्ण जन्म कृष्ण जन्म उल्लास में,डूबा गोकुल ग्राम। आँसू बहते आँख से,माता के अविराम।। कान्हा झूले पालने, माँ मन में हर्षाय, नजर न मोहन को ल #सुनीता #जयपुर #साहित्य #तिथि #वार #विषय

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 #कृष्ण जन्म
कृष्ण जन्म उल्लास में,डूबा गोकुल ग्राम।
आँसू बहते आँख से,माता के अविराम।।

कान्हा झूले पालने, माँ मन में हर्षाय,
नजर न मोहन को ल

Nilmani

चीखती संवेदना स्तब्ध सारी खड़ी रही यज्ञ की अग्नियों में मनुजता मानों जलती रही जंग से भारी थी वो घड़ियाँ सहमी सी ठिठकी कोने में खुशियाँ, #Poetry

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चीखती संवेदना स्तब्ध सारी खड़ी रही
    यज्ञ की अग्नियों में मनुजता मानों जलती रही
जंग से भारी थी वो घड़ियाँ सहमी सी ठिठकी कोने में खुशियाँ,

अभि "एक रहस्य"

एक दुनिया से आया मेरा दोस्त.. था अनजान पहचानी थी चितवन, खुश था मन पर उमड़ आए हों जैसे घन, मेरे आशियाने को छीनकर मेरे प्यार को बाँटकर

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एक दुनिया से आया मेरा दोस्त  एक दुनिया से आया मेरा दोस्त.. 
था अनजान 
पहचानी थी चितवन, 
खुश था मन 
पर उमड़ आए हों जैसे घन, 
मेरे आशियाने को छीनकर 
मेरे प्यार को बाँटकर

Insprational Qoute

विषय:-#जिंदगी क्या है????? ********************** कीजिये प्रत्यास्मरण उस बालक का जिसने त्यागे जीवन के मोह, अल्पायु में निकले जानने जिंदगी क #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #रमज़ान_कोराकाग़ज़ #kkr2021 #kkजिंदगीक्याहै #Nishakamwal

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.... विषय:-#जिंदगी क्या है?????
**********************

कीजिये प्रत्यास्मरण उस बालक का जिसने त्यागे जीवन के मोह,
अल्पायु में निकले जानने जिंदगी क

Abhishek Mishra

एक दुनिया से आया मेरा दोस्त.. था अनजान पहचानी थी चितवन, खुश था मन पर उमड़ आए हों जैसे घन, मेरे आशियाने को छीनकर मेरे प्यार को बाँटकर

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एक दुनिया से आया मेरा दोस्त  एक दुनिया से आया मेरा दोस्त.. 
था अनजान 
पहचानी थी चितवन, 
खुश था मन 
पर उमड़ आए हों जैसे घन, 
मेरे आशियाने को छीनकर 
मेरे प्यार को बाँटकर

Krishna Mandal

गजल जीवन का यू ही खूद से आस होना चाहिए। जो दूर हो गया वह हमेसा पास होना चाहिए। चाहे दुनियां में बनाओ तुम लाखो अपने, उनमे एक ही तुम्हार #Poetry #Love #Quote #Thoughts #Stories #दुख #writersofindia #wordporn #writersofinstagram #quoteoftheday #wordsofwisdom #प्यार #qotd #igwriters #poetrycommunity #wordgasm #कविता #storytelling #nojotoapp #विचार #shayaris #poetsofindia #igpoets #indianwriters #igwriterclub #writeraofindia

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गजल 
जीवन का यू ही खूद से आस होना चाहिए। 
जो दूर हो गया वह हमेसा पास होना चाहिए।
 
चाहे दुनियां में बनाओ तुम लाखो अपने, 
उनमे एक ही तुम्हारे लिये खास होना चाहिए।
 
हो मैल जीतने भी तुम्हारे चित में रहने दो, 
चित के किसी कोने में गुरू का वास होना चाहिए।
 
जो छोड़ चला गया तुम्हें जाने दो उसे तुम, 
उसे सोच कर मन नहीं उदास होना चाहिए।
 
मिले रंज तो मिलने दो मोद तो छ्लाबा है, 
रंज के अंधेरे में ही रंज से रास होना चाहिए।
 
करना है प्यार तुम्हे कृष्ण तो यू करना इश्क,  
तुम्हारे साँस मे ही उसका साँस होना चाहिए।

कवि:-कृष्ण मंडल गजल 

जीवन का यू ही खूद से आस होना चाहिए। 
जो दूर हो गया वह हमेसा पास होना चाहिए।
 
चाहे दुनियां में बनाओ तुम लाखो अपने, 
उनमे एक ही तुम्हार

Insprational Qoute

#PWpoDimo30 मनोरम दृश्य *********************** भोर*भानु का दिव्य वातावरण किरमिच* पर उतर रहा, कहिं हरी कन्दराओं का झुरमुट,कहिं पर्वत व सागर #YourQuoteAndMine #sonnet #EnglishProverbsWorld #PWcontest #pwmagneticpoetesses

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मनोरम दृश्य
***********************
भोर*भानु का दिव्य वातावरण किरमिच* पर उतर रहा,
कहिं हरी कन्दराओं का झुरमुट,कहिं पर्वत व सागर हैं,
पीत पीताम्बर वस्त्र धारण किये,मानो कोई मन हर रहा,
देखो दुल्हन सी सजी प्रकृति, चहुँओर शुद्धता का गागर है,

वीरता* का प्रतीक उत्कृष्ट* अटल हिमालय शान से खड़ा हैं,
अनेक सरित-सरिताओं व औषधियों  को गोद मे है समेटे,
क्या अद्भुत नजारे ये प्रेम* प्रतीक है,धरा पर हर्षित हुआ पड़ा है,
गुलाबी* होठों* की अलसाई सी बयारे मंद मंद मुस्काकर मन है हर लेते,

उमड़ उमड़ कर मेघा आते भर झोली में नीर-वारि की बारिश करते,
भुरभुरा* कर सौंधी सी खुशबू चहुँओर फैली है,मानो सब मे मोद छाया ,
लता शरमाई सी अकुलाई ,बढ़कर जन जन मेघ का सुस्वागत करते,
कोई प्रतीक्षारत है,अलि गुँजार करते मानो मेघ बन पाहुन ससुराल आया ,

मनमनुहारी मनोरम दृश्य देख जन जन को प्राण दान व नवजीवन देता,
यह निर्मल-निर्झर सा दिव्य अरुणिमा की किरणें निराशा दूर कर देता। #PWpoDimo30

मनोरम दृश्य
***********************
भोर*भानु का दिव्य वातावरण किरमिच* पर उतर रहा,
कहिं हरी कन्दराओं का झुरमुट,कहिं पर्वत व सागर

विष्णुप्रिया

#yqdidi #yqdidihindi #आध्यत्मिक #विष्णुप्रिया मनुष्य सुख की खोज में सारा जीवन भागता रहता हैं, पर क्या कभी ऐसा समय आएगा जब यह दौड़ पूर्ण होगी

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क्या सुख, सुविधाओं से है...???

या सुख की लालसा, सुविधाओं के लिए
आकर्षित करती है...???

यदि आप संपन्न है, पर आनंदित नही
तो आप भूल वश सुविधाओं को सुख समझ बैठे है । #yqdidi #yqdidihindi #आध्यत्मिक #विष्णुप्रिया
 मनुष्य सुख की खोज में सारा जीवन भागता रहता हैं, पर क्या कभी ऐसा समय आएगा जब यह दौड़ पूर्ण होगी
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