Nojoto: Largest Storytelling Platform

New शायरी माँ के ऊपर Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about शायरी माँ के ऊपर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, शायरी माँ के ऊपर.

Stories related to शायरी माँ के ऊपर

Jay Shri Ram

बुआ के लिए शायरी 2025 नया साल बुआ के लिए शायरी

read more

Abhi

#lovelife शायरी मोहब्बत के लिए

read more
Unsplash ये सातों जन्म का साथ है इसे हम नहीं तोड़ेंगे 
तूने भलाई छोड़ दिया हो हमें हम तुझे नहीं छोड़ेंगे।

©Abhi #lovelife शायरी मोहब्बत के लिए

Ashraf Fani

जीना है तो सर उठा के जियो हालात से नज़रें मिला के जियो #ashraffani #life_quotes शायरी हिंदी शायरी दर्द खूबसूरत दो लाइन शायरी

read more
White जीना  है तो  सर उठा के जियो
हालात से नज़रें मिला के जियो

©Ashraf Fani जीना  है तो  सर उठा के जियो
हालात से नज़रें मिला के जियो
#ashraffani 
#life_quotes  शायरी हिंदी शायरी दर्द खूबसूरत दो लाइन शायरी

parul yadav

#माँ #ममता #माँ_का_प्यार मेरी✍️से #मेर नोजोतो❤ #नोजोतोहिंदी Family शायरी हिंदी शायरी दर्द दोस्ती शायरी 'दर्द भरी शायरी' हिंदी

read more
Maa   ख़ुदा की एक खूबसूरत रचना 
जो रचती है ब्रह्माण्ड सारा 
कही नही मिलता ऐसा प्यार 
चाहे तलाश कर आओ पूरा संसार ।

©parul yadav #माँ
#ममता 
#माँ_का_प्यार 
#मेरी✍️से 
#मेर
#नोजोतो❤ 
#नोजोतोहिंदी 
#NojotoFamily  शायरी हिंदी शायरी दर्द दोस्ती शायरी 'दर्द भरी शायरी' हिंदी

Madhav Awana

तुझसे बनाने के लिए मैंने बिगाड़ ली सबसे.. हिंदी शायरी शायरी हिंदी में शायरी लव शायरी दर्द खूबसूरत दो लाइन शायरी

read more

Riyanka Alok Madeshiya

#माँ

read more
White माँ
________
--------------
     ‌‌‌‌‌‌       

शब्दों की जरूरत नहीं होती मुझे
तुमको अपनी बात समझने के लिए
मेरे चेहरे के भाव काफी हैं
मेरे मन का हाल बतलाने के लिए

जीवन के संघर्षों से-
जब भी यह मन घबराता है
'मैं हूंँ ना ' , 'सब ठीक हो जायेगा'
तुम्हारा यही कहना याद आता है

खो दिया तुमने खु़द को
मुझे आकार देने में
मैंनें ही तो जी हैं ;वो खु़शियाँ भी
जो थी तुम्हारे हिस्से में

अब लोग रूठतें हैं ; मनातें नहीं हैं
तेरी तरह मेरी ग़लतियाँ छुपाते नहीं है

काश! ये समय का पहिया वापस घूम पाता, 
और मुझे बचपन की गलियों में ले जाता

जब तुम लोगों की नजरों से बचाने के लिए
मुझे काज़ल का टीका लगाया करती थी
और दिन के अन्त में-
तुम खुद अपनी ही लगी नजर उतरती थी

तुमने मुझको हक़ दिया हैं ;खु़द को सताने का
बिना बात के रूठ जाने का
मेरे झूठें ऑंसुओं पर भी-
तुम्हारा दिल पिघल जाता है

समझ में नहीं आता है कि-
न जाने किस मिट्टी से ऊपर वाला माँ को बनाता हैं।

         स्वरचित और मौलिक
           रियंका आलोक मदेशिया
पडरौना ,कुशीनगर ,उत्तर प्रदेश

©Riyanka Alok Madeshiya #माँ
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile