Find the Latest Status about जिक्रे शहादत from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, जिक्रे शहादत.
Ankit waghela
प्रेम उल्फत उंस और प्यार..मोहब्बत के तो चंद शब्द ये चार.. सल्तनत है गिरी कई..कईयों ने पाई हार.. इतिहास मुकर्रर है अंकीत,बयां ना हो,बस लफजो में चार है सीताभंजन में रामका कीतना प्यार दर दर समंदर..सेतु बने..लंका पार.... नाईलाज है ये रोग..कुछ ऐसा है इसका सार, ढाई अक्षर की जुबां..एक जान और इकरार.. बेजुबानों की है ज़ुबानी..गाथा ये वेदोंपुरानी.. कतलेआम जान कही,धुत मयखानों में जाम कई ज़िक्रे-मोहब्ब्त कर लो.. क्यू ये इनकार.. रहैमत है खुदा की..चख तो ले एक बार! प्रेम उल्फत उंस और प्यार..मोहब्बत के तो चंद शब्द ये चार.. जिक्रे- मोहब्बत!
Naushad Sadar Khan
तमाम शहीदों के नाम —————- पिता का मान माँ का लाड़ला बेटा कही खो गया है मेरा भाई मेरा दोस्त शहीद हो गया है, माना दिल ग़म से भर दिया है पर उसने मेरा सिर ऊँचा कर दिया है पहले तो बस वो एक फ़ौजी था अब वो और भी अज़ीज़ हो गया है कल मेरा भाई मेरा दोस्त शहीद हो गया है , जब वो था कभी अपनी अहमियत नहीं जतायी पर फ़र्ज़ से उसने कभी आँखे नहीं चुरायीं अब उसे सलाम नहीं सजदा करूँगा क्योंकि कल मेरा भाई मेरा दोस्त शहीद हो गया है मुझे गर्व है मेरा भाई मेरा दोस्त शहीद हो गया है नौशाद सदर ख़ान शहादत
Ajay Sharma
मैं जवान हूँ,मेरी जुबान पर कोई शिकायत नहीं होगी- बस ये जुबान दो,कि मेरी लाश पर सियासत नहीं होगी #शहादत
Manmohan Dheer
शहादत ही कहो जो मुल्क़ में जारी है सबक़ अब मर्ज़ से भी लेने की बारी है खबरें कुछ और हालात कुछ कहते हैं देर से चले हो अब दौड़ने की बारी है शहादत
Jatin
नतमस्तक है ये वतन आज शहादत पर तेरी, जहां मे हर शख्श आज तुझसे छोटा नजर आता है।। #शहादत
Vikas sankhla
तुम्हारी शहादत से आजाद हूं मै,जो गुलामी में जिया करता था। आज भी वो ही हिन्दुस्तान हूं मै,जिसमें वीरो का लहू बहा करता था। इस आजादी के लिए शुक्रगुजार हूं तुम्हारा भगत,जो जीने को भी एक गुनाह समझा करता था। विकास सांखला शहादत
Naushad Sadar Khan
मुस्कुराते फूल से बचपन से गोदी छिन गयी, झुक गयी जिसकी कमर उस माँ की रोटी छिन गयी, किस तरह ढोएगी बीवी बोझ लम्बी उम्र का बाप की बुझती हुई आँखो की ज्योति छिन गयी , नौशाद सदर खान शहादत
आनन्द कुमार
ठिठुरती ठंड में मैंने एक बाप को सरहद पर भारत माता की सेवा करते देखा है। जब ठिठुर रहे थे तुम इन गर्म रजाइयों में मैंने वहां तुम्हारे लिए उसे लड़ते देखा है। वो डटा रहा वहां ताकि तुम जी सको , लेकिन यहां तो मैंने तुम्हें कीड़े-मकोडो की तरह लडते देखा हे। खाई होगी झूठी-सच्ची कसमें तुमने, मगर मेने तो उसे एक सौगंध के लिए शहदात देते देखा है। -------------आनन्द शहादत
Manjot Kaur Akku
जोशीले थे जवान थे साहसी थे कदरदान थे छोटी उम्र में पहचान वह अपनी करवा गए इतिहास के पन्नों पे नाम अपना लिखवा गए हम आजाद रहे वह फांसी को गले लगा गए खुदगर्ज हम इतने ठहरे उन्हीं को भुला गए तारीखों में याद करते हैं उनकी कुर्बानी को कैसे भूल गए हम उन्हीं की मेहरबानी को उनकी शहादत को बर्बाद हमही कर रहे हैं बस उन्हें हम इन तारीखों में याद कर रहे हैं मनजोत #शहादत