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Stories related to सत्याचे प्रयोग अथवा आत्मकथा

Bharat Bhushan pathak

सार छंद चार चरणों का अत्यंत गेय मात्रिक छंद है। प्रति चरण 28 मात्रा होती है। यति 16 और 12 मात्रा पर है। दो दो चरण तुकान्त । 16 मात्रिक पद ठ

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बीत रहा फिर वर्ष सुनहरा,नूतन आने वाला।
इसने हमको यही बताया,जीवन अच्छी शाला।।
पढ़ा यहाँ पे जो भी इसमें,अनुभव उसने पाया।
प्रथम सदा वह ही होता है,जो कभी न भरमाया।।
आना-जाना वर्षों का तो,सुनें खेल ये बहुत पुराना।
जो हम सीखे और सिखाए,इसको बस अपनाना।।

©Bharat Bhushan pathak सार छंद चार चरणों का अत्यंत गेय मात्रिक छंद है। प्रति चरण 28 मात्रा होती है। यति 16 और 12 मात्रा पर है। दो दो चरण तुकान्त ।

16 मात्रिक पद ठ

SumitGaurav2005

अनुप्रास अलंकार वाली कविता। अलंकार का अर्थ है काव्य या भाषा को शोभा देने वाला मनोरंजक तरीका। जब किसी काव्य में एक या एक से अधिक वर्णों की प

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White मेरा मन मस्तिष्क मदहोश करती मतवाली अदा,
सनम तू मेरे लिए है हर पल ही ज़माने से जुदा। 

क्यों रहती गुपचुप गुमसुम गुम हो किन ख़्यालों में,
तुम ही बसी हो सनम मेरे हर इक सवालों में।

बड़ी बेचैनी बड़ी बेताबी खोया है बड़ा करार,
जब से तुमसे सनम हो गया है मुझको प्यार।

पहले प्यार की पहचान होनी बड़ी  है जरूरी,
फिर हमारे बीच सनम क्यों है इतनी ज्य़ादा दूरी।

चाह मेरी चाहना तुम्हें चाहत फिर भी है अधूरी, 
सनम अपना लो मुझे हर कमी हो जाए पूरी।

कर रहे कब से इंतज़ार इनकार या इकरार करो,
प्यार का इज़हार करने से किसी से  भी ना डरो।

या तो अपना लो मुझे या फिर साफ मना करो,
ऐसी भी क्या मज़बूरी थोड़ा तो इंसाफ करो।
✍🏻सुमित मानधना 'गौरव'😎

©SumitGaurav2005 अनुप्रास अलंकार वाली  कविता। अलंकार का अर्थ है काव्य या भाषा को शोभा देने वाला मनोरंजक तरीका। जब किसी काव्य में एक या एक से अधिक वर्णों की प

Jitendra Giri Hindu

इस विषय पर, संभवतः देश के लोगों को महर्षि पाणिनि जी के सूत्रों के विषय में स्मरण आएगा अथवा नहीं यह कह पाना कठिन है!😅 #nojotohindi z

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Zipf's Law के आधार पर:

1. केंद्रीय विचार:

"कर्म" और "न" जैसे शब्द अध्याय के केंद्रीय विषय (कर्मयोग और निष्काम कर्म) को स्पष्ट करते हैं।

यह सिद्ध करता है कि कर्म का महत्व सबसे अधिक है, लेकिन फल की इच्छा (फल) से बचना चाहिए।



2. संस्कृत भाषा में Zipf's Law:

बार-बार आने वाले शब्द भाषा के विचारधारा और विषय को स्पष्ट करते हैं।

यह नियम वैदिक ग्रंथों में मूल भाव को समझने में सहायक है।

©Jitendra Giri Hindu इस विषय पर, संभवतः देश के लोगों को महर्षि पाणिनि जी के सूत्रों के विषय में स्मरण आएगा अथवा नहीं यह कह पाना कठिन है!😅
#Nojoto #nojotohindi #z
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